जोधपुर : 100 सालों की कोई तारीख नोट पर नंबर की तरह छपी हुई मिलना आसान काम नहीं है. किसी अकेले के लिए तो इतने नोटों का संग्रहण करना भी संभव नहीं है, लेकिन यह संभव किया है मुंबई के निखिल पारख ने. निखिल ने शौक के तौर पर नोटों का कलेक्शन शुरू किया था, लेकिन अब यह उनका स्थाई रोजगार बन गया है.
जोधपुर में आयोजित मुद्रा उत्सव में भाग लेने आए निखिल ने बताया कि "पहले मैं कुछ काम करता था, लेकिन मेरा शौक नोटों के नंबर कलेक्शन का था, तो धीरे धीरे मैंने इसे ही अपना स्थाई काम बना लिया." इसमें भी निखिल काफी निवेश कर चुके हैं. निखिल किसी भी बर्थ डेट नंबर का नोट उपलब्ध करवाते हैं. उनका कहना है कि इस तरह की गिफ्टिंग अब चलन में आ गई है. खासकर बच्चे अपने बर्थ डेट नंबर का नोट संभाल कर रखते हैं. इसके अलावा वे एनवर्सरी और गाड़ी नंबर के नोट की भी गिफ्टिंग करते हैं.
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एक से पांच सौ रुपए के नोट : निखिल बताते हैं कि वे जोधपुर में दस रुपए के नोट का कलेक्शन लेकर आए हैं, जिसमें वो कोई भी तारीख का नोट दे सकते हैं. बाकी एक रुपए से पांच सौ रुपए तक के नोट आर्डर पर उपलब्ध करवाते हैं. पारख का कहना है कि यह कलेक्शन रखना इतना आसान नहीं है. हर दिन ध्यान रखना पड़ता है कि कौन सा नोट कम हो रहा है. उसे फिर से एकत्र करना पड़ता है. वो नए नोट समय-समय पर कलेक्ट करते रहते हैं. निखिल ने बताया कि कलेक्शन में उनके पास छह लाख रुपए के तो सिर्फ दस रुपए के नोट हैं. वो एक दस के नोट को गिफ्ट पैक में सौ रुपए का देते हैं.
नोटों को लेकर लोगों में क्रेज : मुद्रा उत्सव में लोगों का क्रेज नोटों के कलेक्शन को लेकर ज्यादा नजर आया. खासकर एक रुपए, दो रुपए और पांच रुपए के नोट, जिनकी छपाई अब लगभग बंद हो चुकी है. ऐसे नए नोटों यहां उपलब्ध हैं, जो अच्छी कीमत पर बिक रहे हैं. इसके अलावा उत्सव में भारत में पेपर करेंसी की शुरुआत से लेकर अब तक नोटों के कलेक्शन भी आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं.