नई दिल्ली: राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) ने पश्चिम बंगाल के शांतिपुर में चिंताजनक स्थिति को देखते हुए स्वत: संज्ञान लिया है. एनसीडब्ल्यू ने पश्चिम बंगाल के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) को पत्र लिखकर तत्काल कार्रवाई करने का आग्रह किया है, जहां आरोप है कि वर्तमान में लंबे समय से महिलाओं के खिलाफ अभद्र और आपराधिक कृत्य हो रहे हैं.
एनसीडब्ल्यू द्वारा मंगलवार को जारी एक बयान में कहा गया, 'राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) पश्चिम बंगाल के शांतिपुर में चिंताजनक स्थिति के हालिया खुलासे से गंभीर रूप से चिंतित है, जैसा कि 23 अप्रैल को मीडिया द्वारा रिपोर्ट किया गया था'. बता दें कि संदेशखाली हिंसा की तरह, पश्चिम बंगाल के शांतिपुर इलाके में महिलाओं से छेड़छाड़ के लिए एक तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) समर्थक के खिलाफ ताजा आरोप सामने आए हैं.
एनसीडब्ल्यू द्वारा उद्धृत रिपोर्ट के अनुसार, व्यवहार का एक परेशान करने वाला पैटर्न सामने आया है, ये दर्शाता है कि नादिया जिले के राणाघाट उपखंड के शांतिपुर क्षेत्र का एक व्यक्ति लंबे समय से महिलाओं के खिलाफ अभद्र और आपराधिक कृत्यों में लिप्त रहा है. एनसीडब्ल्यू ने कहा, 'आरोपियों द्वारा रात में महिलाओं के घरों में घुसने और उनके साथ छेड़छाड़ करने की दुखद घटनाओं का विवरण दिया गया है'.
राष्ट्रीय महिला आयोग ने कहा, 'संबंधित स्थानीय लोगों द्वारा पुलिस अधिकारियों के पास दर्ज की गई कई लिखित शिकायतों के बावजूद कोई एक्शन नहीं लिया गया है. यह जानकर खेद है कि इन गंभीर अपराधों को संबोधित करने के लिए कोई ठोस कार्रवाई शुरू नहीं की गई है. इसके अलावा, यह आरोप लगाया गया है कि आरोपी स्वतंत्र रूप से घूमता रहता है. यहां तक कि उन लोगों के खिलाफ धमकियों का भी सहारा लिया जाता है, जो उसके व्यवहार के खिलाफ न्याय मांगते हैं'.
एनसीडब्ल्यू ने इस संकटपूर्ण स्थिति के प्रति अधिकारियों द्वारा प्रदर्शित स्पष्ट उदासीनता पर अत्यधिक निराशा और आक्रोश व्यक्त किया. राष्ट्रीय महिला आयोग ने कहा कि महिलाओं के खिलाफ इस तरह के बड़े पैमाने पर दुर्व्यवहार और हिंसा न केवल उनकी सुरक्षा को खतरे में डालती है, बल्कि पश्चिम बंगाल राज्य के भीतर कानून और व्यवस्था की स्थिति में चिंताजनक गिरावट को भी दर्शाती है. अतीत की त्रासदियों की डरावनी गूंज, जिसका उदाहरण संदेशखाली घटना है. संदेशखाली में स्थानीय टीएमसी नेताओं से जुड़े ऐसे ही आरोपों पर हिंसा भड़क उठी थी, अब शांतिपुर पर मंडरा रही है.
एनसीडब्ल्यू ने कहा कि वह इस मामले को संबोधित करने में पुलिस अधिकारियों द्वारा उठाए गए सक्रिय उपायों की कमी की कड़ी निंदा करता है. हालांकि, स्थिति की गंभीरता को देखते हुए, एनसीडब्ल्यू की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने स्वत: संज्ञान लिया और पश्चिम बंगाल के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) को पत्र लिखा है. एनसीडब्ल्यू ने उस आरोपी को पकड़ने के लिए तत्काल और निर्णायक कार्रवाई का भी आग्रह किया है, जो वर्तमान में जवाबदेही से बच रहा है.
एनसीडब्ल्यू ने कहा कि यह जरूरी है कि अधिकारी शांतिपुर में महिलाओं की सुरक्षा और भलाई को प्राथमिकता दें. यह सुनिश्चित करें कि बिना किसी देरी के न्याय मिले. इसके अलावा, एनसीडब्ल्यू ने औपचारिक रूप से अनुरोध किया है कि इस मामले के जवाब में की गई कार्रवाइयों का विवरण देने वाली एक व्यापक रिपोर्ट तीन दिनों के भीतर प्रस्तुत की जाए. न्याय प्रणाली में विश्वास बहाल करने और समुदाय में महिलाओं के अधिकारों और सम्मान को बनाए रखने के लिए त्वरित और दृढ़ उपाय किए जाने चाहिए.
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