नागपुर : अमरावती से सांसद नवनीत राणा आखिरकार बुधवार देर रात भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गईं. इस दौरान नवनीत राणा के सैकड़ों समर्थक भी बीजेपी में शामिल हुए. इस मौके पर विधायक रवि राणा भी मौजूद रहे. पार्टी में शामिल करने का कार्यक्रम भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष चन्द्रशेखर बावनकुले के नागपुर स्थित कोराडी स्थित आवास स्थित जनसंपर्क कार्यालय में आयोजित किया गया.
एक सामान्य कार्यकर्ता के रूप में काम करूंगी : इस मौके पर उन्होंने कहा कि मैं पिछले कई सालों से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विचारों के अनुरूप काम कर रही हूं. उन्होंने कहा कि अमरावती निर्वाचन क्षेत्र से मुझे उम्मीदवारी देने के लिए उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस और राज्य भाजपा अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, प्रदेश के नेताओं का आभार व्यक्त करती हूं. उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी में एक साधारण कार्यकर्ता के रूप में काम करूंगी. उन्होंने कहा कि हम अलग नहीं हो सकते क्योंकि हमारी विचारधारा एक है.
पार्टी नेताओं के विरोध को दरकिनार कर राणा को मिली उम्मीदवारी: नवनीत राणा अमरावती लोकसभा चुनाव में बीजेपी की उम्मीदवारी से लड़ने को लेकर काफी इच्छुक थीं. हालांकि, बच्चू कडू ने स्थानीय पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर नवनीत राणा की लोकसभा उम्मीदवारी का कड़ा विरोध किया. इसलिए उनकी बीजेपी पार्टी में एंट्री रोक दी गई. इसके अलावा जाति प्रमाण पत्र का परिणाम लंबित होने के कारण भाजपा ने उन्हें प्रतीक्षा सूची में रखा.
टिकट की घोषणा होते ही भाजपा में शामिल: भारतीय जनता पार्टी की ओर से बुधवार को घोषित उम्मीदवारों की सूची में नवनीत राणा को अमरावती लोकसभा क्षेत्र से उम्मीदवार घोषित किया गया. इसके बाद नवनीत राणा को बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने पार्टी में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया था. यह पार्टी प्रवेश समारोह नवनीत राणा के सैकड़ों समर्थकों के साथ नागपुर में प्रवेश करने के बाद आयोजित किया गया था.
पति की पार्टी से दिया इस्तीफा: सांसद नवनीत राणा ने भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने से पहले राष्ट्रीय युवा स्वाभिमान पार्टी से इस्तीफा दे दिया है. खास बात यह है कि राष्ट्रीय युवा स्वाभिमान पार्टी के अध्यक्ष नवनीत राणा के पति विधायक रवि राणा हैं. अभिनेत्री नवनीत कौर ने रवि राणा से शादी के बाद अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत की. उन्होंने पहली बार 2014 में एनसीपी से चुनाव लड़ा था. तब उन्हें हार का सामना करना पड़ा था. 2019 में निर्दलीय चुनाव लड़ने के बाद उन्होंने लोकसभा चुनाव जीता.