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इल्तिजा मुफ्ती के इस बयान पर भड़की नेशनल कॉन्फ्रेंस, कहा, आप एलजी से पूछिए सवाल - JKP TELECOMMUNICATION EXAMS ISSUE

इमरान नबी डार ने कहा कि इल्तिजा मुफ्ती जेके दूरसंचार परीक्षा में कथित धांधली के बारे में उपराज्यपाल से सवाल क्यों नहीं पूछती हैं.

JK
इल्तिजा मुफ्ती, नेता, पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (AFP)
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Jan 21, 2025, 5:19 PM IST

श्रीनगर: पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की नेता इल्तिजा मुफ्ती ने जम्मू-कश्मीर सेवा चयन बोर्ड (JKSSB) द्वारा आयोजित जेके दूरसंचार परीक्षा में कथित अनियमितताओं पर गंभीर चिंता जताई है. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में इल्तिजा ने जेकेएसएसबी पर युवाओं के भविष्य को खतरे में डालने का आरोप लगाया. उन्होंने दावा किया कि परीक्षा परिणामों में भारी अनियमितताएं थीं. उन्होंने आगे बताया कि, पिछली कांस्टेबल परीक्षाओं में खराब प्रदर्शन करने वाले उम्मीदवार अचानक टॉपर बन गए हैं.

उन्होंने आगे लिखा कि जेकेपी दूरसंचार परीक्षा में बड़े पैमाने पर अनियमितताएं हैं. बड़े-बड़े दावों के साथ सत्ता में आई सरकार अब किसी भी तरह की जवाबदेही से मुक्त हो गई है. ऐसे में सोशल मीडिया यूजर्स ने परीक्षा प्रक्रिया में पारदर्शिता और निष्पक्षता सुनिश्चित करने के लिए गहन जांच की मांग की.

एक सोशल मीडिया यूजर ने लिखा कि अगर ये आरोप साबित हो जाते हैं तो ये भर्ती प्रक्रिया में लोगों का भरोसा कमजोर कर सकते हैं और जम्मू-कश्मीर के युवाओं को और निराश कर सकते हैं. इस बीच, इल्तिजा मुफ्ती के आरोप के जवाब में नेशनल कॉन्फ्रेंस ने कड़ा रोष व्यक्त करते हुए कहा कि यह समझ से परे है कि इल्तिजा मुफ्ती जेकेपी दूरसंचार भर्ती मामले में उमर अब्दुल्ला के नेतृत्व वाली सरकार पर सवाल क्यों उठा रही हैं. जम्मू-कश्मीर पुलिस विभाग गृह मंत्रालय की निगरानी में काम करता है, न कि मौजूदा एनसी सरकार की. ऐसे में इल्तिजा मुफ्ती को ये मुद्दे और सवाल उपराज्यपाल मनोज सिन्हा पर उठाने चाहिए, न कि नेशनल कॉन्फ्रेंस सरकार पर.

नेशनल कॉन्फ्रेंस के प्रवक्ता इमरान नबी डार ने कहा कि इल्तिजा मुफ्ती जेके दूरसंचार परीक्षा में कथित धांधली के बारे में उपराज्यपाल मनोज सिन्हा से सवाल क्यों नहीं पूछती हैं. उन्होंने सवालिया अंदाज में पूछा कि क्या वह एलजीसी से सवाल पूछने से डरती हैं.

उन्होंने आगे कहा कि अगर किसी को लगता है कि उक्त पदों की भर्ती प्रक्रिया में किसी तरह की धांधली हुई है तो इसकी जांच की एक प्रक्रिया है, जिसका पालन करके न्याय प्राप्त किया जा सकता है. इमरान नबी डार ने कहा कि हर मुद्दे और हर मामले को राजनीतिक नजरिए से देखना या उसे राजनीतिक रंग देना ठीक नहीं है. साथ ही सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर बात करने और लिखने से न्याय प्राप्त नहीं होता.

ये भी पढे़ं: एक दशक में 27 हजार से अधिक कुत्तों की नसबंदी, फिर भी लद्दाख का इकोसिस्टम संकट में

श्रीनगर: पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की नेता इल्तिजा मुफ्ती ने जम्मू-कश्मीर सेवा चयन बोर्ड (JKSSB) द्वारा आयोजित जेके दूरसंचार परीक्षा में कथित अनियमितताओं पर गंभीर चिंता जताई है. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में इल्तिजा ने जेकेएसएसबी पर युवाओं के भविष्य को खतरे में डालने का आरोप लगाया. उन्होंने दावा किया कि परीक्षा परिणामों में भारी अनियमितताएं थीं. उन्होंने आगे बताया कि, पिछली कांस्टेबल परीक्षाओं में खराब प्रदर्शन करने वाले उम्मीदवार अचानक टॉपर बन गए हैं.

उन्होंने आगे लिखा कि जेकेपी दूरसंचार परीक्षा में बड़े पैमाने पर अनियमितताएं हैं. बड़े-बड़े दावों के साथ सत्ता में आई सरकार अब किसी भी तरह की जवाबदेही से मुक्त हो गई है. ऐसे में सोशल मीडिया यूजर्स ने परीक्षा प्रक्रिया में पारदर्शिता और निष्पक्षता सुनिश्चित करने के लिए गहन जांच की मांग की.

एक सोशल मीडिया यूजर ने लिखा कि अगर ये आरोप साबित हो जाते हैं तो ये भर्ती प्रक्रिया में लोगों का भरोसा कमजोर कर सकते हैं और जम्मू-कश्मीर के युवाओं को और निराश कर सकते हैं. इस बीच, इल्तिजा मुफ्ती के आरोप के जवाब में नेशनल कॉन्फ्रेंस ने कड़ा रोष व्यक्त करते हुए कहा कि यह समझ से परे है कि इल्तिजा मुफ्ती जेकेपी दूरसंचार भर्ती मामले में उमर अब्दुल्ला के नेतृत्व वाली सरकार पर सवाल क्यों उठा रही हैं. जम्मू-कश्मीर पुलिस विभाग गृह मंत्रालय की निगरानी में काम करता है, न कि मौजूदा एनसी सरकार की. ऐसे में इल्तिजा मुफ्ती को ये मुद्दे और सवाल उपराज्यपाल मनोज सिन्हा पर उठाने चाहिए, न कि नेशनल कॉन्फ्रेंस सरकार पर.

नेशनल कॉन्फ्रेंस के प्रवक्ता इमरान नबी डार ने कहा कि इल्तिजा मुफ्ती जेके दूरसंचार परीक्षा में कथित धांधली के बारे में उपराज्यपाल मनोज सिन्हा से सवाल क्यों नहीं पूछती हैं. उन्होंने सवालिया अंदाज में पूछा कि क्या वह एलजीसी से सवाल पूछने से डरती हैं.

उन्होंने आगे कहा कि अगर किसी को लगता है कि उक्त पदों की भर्ती प्रक्रिया में किसी तरह की धांधली हुई है तो इसकी जांच की एक प्रक्रिया है, जिसका पालन करके न्याय प्राप्त किया जा सकता है. इमरान नबी डार ने कहा कि हर मुद्दे और हर मामले को राजनीतिक नजरिए से देखना या उसे राजनीतिक रंग देना ठीक नहीं है. साथ ही सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर बात करने और लिखने से न्याय प्राप्त नहीं होता.

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