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मोदी ने भारत की सांस्कृतिक विरासत को विश्व मंच पर सम्मान दिलाने का काम किया : शाह

Union Home Minister Amit Shah : मैसुरु के समीप सुत्तूर जात्रा समारोह को संबोधित करते हुए केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने भारत की सांस्कृतिक विरासत को विश्व मंच पर सम्मान दिलाने का श्रेय पीएम मोदी को दिया. उन्होंने अयोध्या में राम मंदिर में भगवान राम की मूर्ति बनाने वाले मूर्तिकार को भी सम्मानित किया.

Union Home Minister Amit Shah
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह
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By PTI

Published : Feb 11, 2024, 4:33 PM IST

Updated : Feb 11, 2024, 8:07 PM IST

मैसुरु (कर्नाटक) : केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण और अन्य महत्वपूर्ण तीर्थस्थलों के पुनरुद्धार का हवाला देते हुए रविवार को भारत की सांस्कृतिक विरासत को विश्व मंच पर सम्मान दिलाने का श्रेय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दिया. मैसुरु के समीप 'सुत्तूर जात्रा' (मेला) समारोह को संबोधित करते हुए उन्होंने योग, आयुर्वेद और भारतीय भाषाओं के संरक्षण को बढ़ावा देने के साथ ही देश को सुरक्षित और समृद्ध बनाने के लिए मोदी की प्रशंसा की. अमित शाह ने 22 जनवरी को अयोध्या राम मंदिर में विराजमान भगवान राम लला की प्रतिमा बनाने वाले मूर्तिकार अरुण योगीराज को सम्मानित किया.

शाह ने कहा, 'नरेंद्र मोदी ने देश की सांस्कृतिक विरासत को विश्व मंच पर सम्मान दिलाने का काम किया है. मोदी जी ने अयोध्या के राम मंदिर, काशी में काशी विश्वनाथ गलियारा, महाकाल गलियारा (उज्जैन में महाकाल लोक गलियारा) और केदारनाथ एवं बद्रीनाथ जैसे सांस्कृतिक केंद्रों के पुनरुद्धार के लिए काम किया है.' मैसुरु जिले के नंजनगुड तालुक में कपिला नदी के किनारे स्थित सुत्तूर मठ राज्य में प्रमुख आध्यात्मिक केंद्रों में से एक है जो वीरशैव/लिंगायत आस्था का प्रचार करता है.

इस कार्यक्रम में सुत्तूर मठ के जगद्गुरु श्री शिवरात्रि देशीकेंद्र महास्वामीजी, केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी, पूर्व मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई, कर्नाटक विधानसभा में विपक्ष के नेता आर. अशोक और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रदेश अध्यक्ष बी. वाई. विजयेंद्र भी उपस्थित रहे. शाह ने अयोध्या में सुत्तूर मठ की एक शाखा खोलने का फैसला करने और वहां काम शुरू करने के लिए श्री शिवरात्रि देशीकेंद्र महास्वामीजी की प्रशंसा की.

उन्होंने 12वीं सदी के समाज सुधारक और दार्शनिक बसवेश्वर को श्रद्धांजलि देते हुए समाज के कल्याण में सुत्तूर मठ और उसके संतों के योगदान को भी स्वीकार किया. केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा, 'मैं महास्वामीजी को बताना चाहता हूं कि मैं और भाजपा का हरेक कार्यकर्ता समाज में सुत्तूर मठ के योगदान को हमेशा सम्मान देंगे और आने वाले दिनों में इसे लोगों के बीच ले लाने के प्रयासों को हर तरीके से समर्थन देंगे.' अयोध्या में नवनिर्मित राम मंदिर में 'रामलला' की मूर्ति बनाने वाले मैसूरु के मूर्तिकार अरुण योगीराज को इस कार्यक्रम में सम्मानित किया गया.

अमित शाह ने मैसुरु में मां चामुंडेश्वरी का दर्शन पूजन किया

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह यहां चामुंडी हिल्स पहुंचे और मैसूरु की अधिष्ठात्री देवी चामुंडेश्वरी के दर्शन और पूजन किये. शाह के साथ केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की कर्नाटक इकाई के अध्यक्ष बी वाई विजयेंद्र भी थे. आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि शाह ने पुजारियों द्वारा संस्कृत श्लोकों के उच्चारण के बीच चामुंडेश्वरी की पूजा करने से पहले भगवान गणेश की पूजा की, जिन्हें "नाद देवता" (राज्य देवता) भी माना जाता है.

शाह ने पूजा-अर्चना के बाद मंदिर की प्रदक्षिणा की. 'चामुंडी' या 'दुर्गा' के नाम से जानी जाने वाली देवी शक्ति का उग्र रूप है और उन्होंने राक्षसों 'चंड' और 'मुंड' और भैंस के सिर वाले राक्षस 'महिषासुर' का वध किया था. गृहमंत्री शाह के दौरे के लिए मंदिर के आसपास और शहर से मंदिर की ओर जाने वाले मार्ग पर व्यापक सुरक्षा व्यवस्था की गई थी. अधिकारियों ने कहा कि 1,000 साल से अधिक पुराना यह मंदिर शुरू में एक छोटा मंदिर था और सदियां गुजरने के साथ ही इसका महत्व बढ़ गया और यह एक प्रमुख पूजा स्थल बन गया.

उन्होंने कहा कि 1399 ईस्वी में मैसूरु महाराजाओं, वोडेयार के सत्ता में आने के बाद इसका महत्व बढ़ गया क्योंकि वे चामुंडेश्वरी के बड़े भक्त और उपासक थे. रविवार तड़के इस शहर में पहुंचे शाह ने दिन की शुरुआत में सुत्तुरु जातरा (मेला) में भाग लेने के लिए यहां के निकट सुत्तुरु का दौरा किया.

ये भी पढ़ें - कर्नाटक: सुत्तूर जात्रा महोत्सव में शामिल होने के लिए अमित शाह मैसूरु पहुंचे

मैसुरु (कर्नाटक) : केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण और अन्य महत्वपूर्ण तीर्थस्थलों के पुनरुद्धार का हवाला देते हुए रविवार को भारत की सांस्कृतिक विरासत को विश्व मंच पर सम्मान दिलाने का श्रेय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दिया. मैसुरु के समीप 'सुत्तूर जात्रा' (मेला) समारोह को संबोधित करते हुए उन्होंने योग, आयुर्वेद और भारतीय भाषाओं के संरक्षण को बढ़ावा देने के साथ ही देश को सुरक्षित और समृद्ध बनाने के लिए मोदी की प्रशंसा की. अमित शाह ने 22 जनवरी को अयोध्या राम मंदिर में विराजमान भगवान राम लला की प्रतिमा बनाने वाले मूर्तिकार अरुण योगीराज को सम्मानित किया.

शाह ने कहा, 'नरेंद्र मोदी ने देश की सांस्कृतिक विरासत को विश्व मंच पर सम्मान दिलाने का काम किया है. मोदी जी ने अयोध्या के राम मंदिर, काशी में काशी विश्वनाथ गलियारा, महाकाल गलियारा (उज्जैन में महाकाल लोक गलियारा) और केदारनाथ एवं बद्रीनाथ जैसे सांस्कृतिक केंद्रों के पुनरुद्धार के लिए काम किया है.' मैसुरु जिले के नंजनगुड तालुक में कपिला नदी के किनारे स्थित सुत्तूर मठ राज्य में प्रमुख आध्यात्मिक केंद्रों में से एक है जो वीरशैव/लिंगायत आस्था का प्रचार करता है.

इस कार्यक्रम में सुत्तूर मठ के जगद्गुरु श्री शिवरात्रि देशीकेंद्र महास्वामीजी, केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी, पूर्व मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई, कर्नाटक विधानसभा में विपक्ष के नेता आर. अशोक और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रदेश अध्यक्ष बी. वाई. विजयेंद्र भी उपस्थित रहे. शाह ने अयोध्या में सुत्तूर मठ की एक शाखा खोलने का फैसला करने और वहां काम शुरू करने के लिए श्री शिवरात्रि देशीकेंद्र महास्वामीजी की प्रशंसा की.

उन्होंने 12वीं सदी के समाज सुधारक और दार्शनिक बसवेश्वर को श्रद्धांजलि देते हुए समाज के कल्याण में सुत्तूर मठ और उसके संतों के योगदान को भी स्वीकार किया. केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा, 'मैं महास्वामीजी को बताना चाहता हूं कि मैं और भाजपा का हरेक कार्यकर्ता समाज में सुत्तूर मठ के योगदान को हमेशा सम्मान देंगे और आने वाले दिनों में इसे लोगों के बीच ले लाने के प्रयासों को हर तरीके से समर्थन देंगे.' अयोध्या में नवनिर्मित राम मंदिर में 'रामलला' की मूर्ति बनाने वाले मैसूरु के मूर्तिकार अरुण योगीराज को इस कार्यक्रम में सम्मानित किया गया.

अमित शाह ने मैसुरु में मां चामुंडेश्वरी का दर्शन पूजन किया

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह यहां चामुंडी हिल्स पहुंचे और मैसूरु की अधिष्ठात्री देवी चामुंडेश्वरी के दर्शन और पूजन किये. शाह के साथ केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की कर्नाटक इकाई के अध्यक्ष बी वाई विजयेंद्र भी थे. आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि शाह ने पुजारियों द्वारा संस्कृत श्लोकों के उच्चारण के बीच चामुंडेश्वरी की पूजा करने से पहले भगवान गणेश की पूजा की, जिन्हें "नाद देवता" (राज्य देवता) भी माना जाता है.

शाह ने पूजा-अर्चना के बाद मंदिर की प्रदक्षिणा की. 'चामुंडी' या 'दुर्गा' के नाम से जानी जाने वाली देवी शक्ति का उग्र रूप है और उन्होंने राक्षसों 'चंड' और 'मुंड' और भैंस के सिर वाले राक्षस 'महिषासुर' का वध किया था. गृहमंत्री शाह के दौरे के लिए मंदिर के आसपास और शहर से मंदिर की ओर जाने वाले मार्ग पर व्यापक सुरक्षा व्यवस्था की गई थी. अधिकारियों ने कहा कि 1,000 साल से अधिक पुराना यह मंदिर शुरू में एक छोटा मंदिर था और सदियां गुजरने के साथ ही इसका महत्व बढ़ गया और यह एक प्रमुख पूजा स्थल बन गया.

उन्होंने कहा कि 1399 ईस्वी में मैसूरु महाराजाओं, वोडेयार के सत्ता में आने के बाद इसका महत्व बढ़ गया क्योंकि वे चामुंडेश्वरी के बड़े भक्त और उपासक थे. रविवार तड़के इस शहर में पहुंचे शाह ने दिन की शुरुआत में सुत्तुरु जातरा (मेला) में भाग लेने के लिए यहां के निकट सुत्तुरु का दौरा किया.

ये भी पढ़ें - कर्नाटक: सुत्तूर जात्रा महोत्सव में शामिल होने के लिए अमित शाह मैसूरु पहुंचे

Last Updated : Feb 11, 2024, 8:07 PM IST
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