नई दिल्ली: गृह मंत्रालय (MHA) ने बेंगलुरु के रामेश्वरम कैफे विस्फोट की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) को सौंप दी है. एनआईए ने मामले को फिर से दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. विस्फोट स्थल पर एनआईए टीम के दौरे के बाद पिछले सप्ताह मामला एनआईए को सौंप दिया गया था. यह विस्फोट एक मार्च को बेंगलुरु के व्हाइटफील्ड इलाके में कैफे में हुआ था. दोपहर के भोजन के व्यस्त समय के दौरान हुए विस्फोट में कई लोग घायल हो गए थे.
बेंगलुरु के ब्रुकफील्ड इलाके में एक लोकप्रिय भोजनालय द रामेश्वरम कैफे में कम तीव्रता वाले विस्फोट के बाद करीब 6 से अधिक लोग घायल हो गए. इससे पहले बेंगलुरु पुलिस ने कैफे में विस्फोट के संबंध में कड़े गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम और विस्फोटक पदार्थ अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया था. यह धमाका एक मार्च को दोपहर एक बजे हुआ था और पुलिस को सीसीटीवी फुटेज में कैफे के अंदर एक बैग रखते हुए एक संदिग्ध भी मिला था.
अब तक की पुलिस जांच से संकेत मिला है कि विस्फोट को अंजाम देने के लिए टाइमर के साथ एक आईईडी डिवाइस का इस्तेमाल किया गया था. इससे पहले कर्नाटक के गृह मंत्री जी परमेश्वर ने आश्वासन दिया था कि संदिग्ध को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा. हम अपनी जांच जारी रख रहे हैं. 8 टीमें बनाई गई हैं और सभी अलग-अलग दिशाओं में काम कर रही हैं और अलग-अलग पहलुओं को देख रही हैं. हमने कई सीसीटीवी फुटेज एकत्र किए हैं. हम हर पहलू से जांच कर रहे हैं कि कहीं कोई ईर्ष्या का कारण तो नहीं है.
जी परमेश्वर ने आगे कहा,'मैं विपक्ष से भी अपील करता हूं कि वे हमारे साथ सहयोग करें और इसे राजनीतिक मुद्दा न बनाएं. हमें नहीं पता कि मंगलुरु विस्फोट से इसका कोई संबंध है या नहीं. उन्होंने तकनीकी रूप से एक जैसी सामग्री और एक ही प्रणाली का उपयोग किया है.' डीके शिवकुमार ने कहा,'कल एनएसजी यहां पहुंची. हम उस व्यक्ति को अवश्य ढूंढ लेंगे. हमने कल एक बैठक की और सीएम को जानकारी दी.
कर्नाटक के गृह मंत्री ने रविवार को कहा, 'भाजपा को नकारात्मक बयान जारी नहीं करने चाहिए.' डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार ने राज्य के गृह मंत्री की बात दोहराते हुए लोगों से कहा कि वे घबराएं नहीं और ना ही चिंता न करें. यह एक कम तीव्रता वाला विस्फोट था. एक युवक आया और एक छोटा बैग रखा जो एक घंटे बाद फट गया. लगभग 10 लोग घायल हो गए. घटना की जांच के लिए 7-8 टीमें गठित की गईं. हम सभी कोणों से जांच कर रहे हैं. मैं बेंगलुरु के प्रत्येक निवासी से चिंता न करने के लिए कहता हूं.'