रायपुर: रायपुर पुलिस ने ड्रग्स तस्करों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए कुल पांच ड्रग्स तस्करों को गिरफ्तार किया है. सभी आरोपी वेब सीरीज मनी हाईट्स से प्रभावित होकर ड्रग्स तस्करी का काम कर रहे थे. पुलिस की जांच में खुलासा हुआ है कि आरोपी मनी हाईट्स वेब सीरीज के किरदार को आधार बनाकर ड्रग तस्करी और सप्लाई का काम कर रहे थे. इन तस्करों के पास से एमडीएम और कोकीन बरामद किया गया है. आरोपियों में एक महिला और तीन पुरुष ड्रग पेडलर हैं.
ड्रग तस्करों की कारिस्तानी के बारे में जानिए: गिरफ्तार आरोपियों को लेकर पुलिस ने चौंकाने वाला खुलासा किया है. इन तस्करों में मेन सरगना आयुष अग्रवाल है. उसने खुद का नाम प्रोफेसर रख रखा था और उसके साथी उसे प्रोफेसर नाम से संबोधित करते थे. जबकि महेश सिंह खड़गा एमडीएम और कोकीन की सप्लाई किया करता था. पुलिस ने आरोपियों के पास से 2100 मिलीग्राम एमडीएम और 6600 मिलीग्राम कोकीन जब्त किया है. आरोपियों के पास से 50 लाख रुपये का ड्रग्स बरामद किया गया है. सभी के खिलाफ नारकोटिक्स एक्ट के तहत कार्रवाई हो रही है.
"मुखबिर से मिली सूचना के आधार पर एक महिला सहित चार आरोपियों को होटल शैमरॉक ग्रीन के पास से गिरफ्तार किया गया है. पकड़े गए आरोपी चार पहिया वाहन में कोकीन और एमडीएम रखकर बिक्री करने के लिए ग्राहक की तलाश में घूम रहे थे. तभी पुलिस ने मुखबिर से मिली सूचना के आधार पर एंटी क्राइम एंड साइबर यूनिट ने जाल बिछाया और इन्हें पकड़ा. इसके लिए पुलिस की टीम का एक सदस्य ग्राहक बनकर एमडीएम और कोकीन बेचने वाले से संपर्क किया था. तब जाकर आरोपियों तक टीम पहुंच पाई": संदीप मित्तल, एडिशनल एसपी क्राइम, रायपुर
ऐसे होती थी ड्रग्स की तस्करी: पुलिस ने आरोपियों से पूछताछ के बाद बड़ा खुलासा किया है. पुलिस ने बताया कि आरोपी एमडीएम और कोकीन दिल्ली से लाकर रायपुर में बिक्री करते थे. दिल्ली का रहने वाला आरोपी महेश सिंह खड़गा मादक पदार्थ को रायपुर लाकर आयुष अग्रवाल को देता था. आयुष अग्रवाल अपने पेडलर महिला आरोपी कुसुम हिंदुजा और चिराग शर्मा के जरिए ड्रग की खेप बांटने का काम करती थी. ये दोनों डिमांड के आधार पर लोगों को माल उपलब्ध कराते थे. पकड़े गए आरोपियों के कब्जे से पुलिस ने एमडीएम कोकीन, इलेक्ट्रॉनिक तराजू, 8 मोबाइल फोन, 86 हज़ार रुपये कैश, तीन सोने की चेन, एक लैपटॉप, एक आईपैड, 3 एटीएम, तीन सिम कार्ड और एक ऑडी कार बरामद की है. जब्त किए गए सामानों की कीमत 50 लाख रुपये बताई जा रही है.
वेब सीरीज के फंडे पर करते थे ड्रग्स की तस्करी: आरोपी वेब सीरीज के फंडे पर ड्रग्स की तस्करी करते थे. पुलिस ने खुलासा किया है कि ये सभी वेब सीरीज मनी हाईट्स से प्रभावित होकर उसके किरदार के नाम पर अपना नाम बदलकर ये काम करते थे. जिसमें आयुष अग्रवाल प्रोफेसर नाम से खुद को पुकारता था. जबकि कुसुम हिंदुजा ने खुद का नाम लुसिफर रख रखा था. चिराग शर्मा ने अपना नाम बर्लिन रखा था. इस तरह ये लोग ड्रग्स तस्करी को अंजाम देते थे. आरोपियों में महेश सिंह खड़गा दिल्ली का रहने वाला है. जबकि आयुष अग्रवाल, चिराग शर्मा और कुसुम हिंदुजा रायपुर निवासी हैं.