चंडीगढ़: महेंद्रगढ़ के कनीना में हुए स्कूल बस हादसे की जांच के लिए बनाई गई कमेटी पर सवाल उठ रहे हैं. इस कमेटी में हादसे के लिए जिम्मेदार लोगों में शामिल जिला शिक्षा अधिकारी (DEO) सुनील दत्त को भी शामिल किया गया. दरअसल हादसे की जांच के लिए जिला उपायुक्त ने उप जिला उपायुक्त की अध्यक्षता में तीन सदस्य जांच कमेटी बनाई है. जिसमें एसडीम कनीना सुरेंद्र सिंह, महेंद्र सिंह डीएसपी और डीईओ सुनील दत्त को शामिल किया गया है.
बता दें कि कनीना का जीएल पब्लिक स्कूल छुट्टी के दिन खुला था. छुट्टी के दिन स्कूलों को बंद कराने की जिम्मेदारी जिला शिक्षा अधिकारी की बनती थी. इसके बावजूद डीईओ को जांच कमेटी में शामिल करने के मामले को लेकर जब हरियाणा के परिवहन मंत्री असीम गोयल से सवाल किया गया तो वे इसको लेकर साफ जवाब नहीं दे पाए. उन्होंने कहा कि मैं इतना मानता हूं कि खुद शिक्षा मंत्री सीमा त्रिखा मौके पर पहुंची थी. वो खुद अध्यापिका रही हैं. महिला के तौर वो हादसे के दुख को समझती हैं.
असीम गोयल ने कहा कि ऐसा नहीं है कि डीईओ की जिम्मेदारी बनती है और उन्हें छोड़ दिया गया है. सारे मामले की जांच के लिए कमेटी बनी है. मैने अपने परिवहन विभाग की और शिक्षा विभाग ने अपनी कमेटी बनाई है. निश्चित तौर पर जो भी इस मामले में दोषी पाया जाएगा उसे बक्शा नहीं जाएगा. उन्होंने कहा कि डीईओ को जांच कमेटी में शामिल करने पर संबंधित विभाग के मंत्री और अधिकारी ही बता सकते हैं.
परिवहन मंत्री ने जानकारी देते हुए कहा कि उनके विभाग ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि स्कूल बसों में बच्चों की सुरक्षा के लिए बस चालकों की नियमित जांच की जायेगी. परिवहन विभाग द्वारा स्कूल बस में एल्कोमीटर लगाने पर भी विचार किया जा रहा है. एलकोमीटर से जांच करके ही रोजाना की लॉगशीट लगाई जायेगी.
असीम गोयल ने ये भी कहा कि पूरे हरियाणा की स्कूल बसों का विवरण मांगा गया है ताकि पता चल सके कि कितनी बसें फिट या अनफिट हैं. 20 अप्रैल से पूरे प्रदेश में स्कूल बसों की चेकिंग का अभियान शुरू किया जाएगा और नियमों का उल्लंघन करने वाली बसों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. स्कूल प्रबंधन के खिलाफ भी एक्शन लिया जाएगा.