मुंबई: महाराष्ट्र में सियासी बयानबाजी फिर तेज हो गई है. बर्खास्त पुलिस अधिकारी सचिन वाजे के द्वारा अनिल देशमुख पर गंभीर आरोप लगाए जाने के बाद बीजेपी ने अनिल देशमुख और महाविकास अघाड़ी नेताओं की आलोचना की. सचिन वाजे ने अनिल देशमुख पर 100 करोड़ के मामले में गंभीर आरोप लगाए हैं. आरोप लगाते हुए बाजे ने कहा कि सीबीआई के पास इस बात के सबूत भी हैं कि अनिल देशमुख के पीए के जरिए उनके पास पैसे जा रहे थे.
साथ ही सचिन वाजे ने कहा है कि वह इस मामले में नार्को टेस्ट के लिए तैयार हैं. इससे मामले ने अब नया मोड़ ले लिया है. इतना ही नहीं सचिन वाजे ने कहा कि इसमें एनसीपी नेता जयंत पाटिल का नाम भी शामिल है. इससे राजनीतिक गलियारों में हड़कंप मच गया है. इस मामले में बीजेपी नेताओं ने प्रतिक्रिया दी है. हालांकि एनसीपी की तरफ से अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है.
जिस तरह से सचिन वाजे ने अनिल देशमुख पर पैसे की हेराफेरी करने का आरोप लगाया है. यह बहुत ही गंभीर आरोप है. सचिन वाजे द्वारा लगाए गए आरोपों की जांच होनी चाहिए. इसलिए इस मामले में एसआईटी नियुक्त करके सचिन वाजे की फिर से जांच होनी चाहिए. इसकी सत्यता कैमरे में रिकॉर्ड की जानी चाहिए और अनिल देशमुख की जमानत रद्द करके जिस तरह से अनिल देशमुख ने देवेंद्र फडणवीस पर आरोप लगाए हैं, उसकी भी जांच होनी चाहिए.
यह भी देखा जाना चाहिए कि उस जांच में तत्कालीन मुख्यमंत्री और अन्य कोई मंत्री शामिल थे या नहीं. इस मुद्दे पर भाजपा विधायक नितेश राणे ने कहा है कि सचिन वाजे महाविकास अघाड़ी के दामाद हैं. जब वह बोलते हैं तो इसी तरह सच्चाई सामने लाते हैं. आज अनिल देशमुख को समझ आ गया होगा कि जिनके घर शीशे के होते हैं, उन्हें दूसरों के घर पर पत्थर नहीं फेंकना चाहिए.