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ओडिशा में 13 मई को पहले चरण के मतदान में 75.68 प्रतिशत मतदान हुआ :सीईओ - Odisha voter turnout in first phase

Odisha Records 75.68% Voter Turnout: ओडिशा के मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि 13 मई को राज्य की चार लोकसभा सीटों और 28 विधानसभा क्षेत्रों में पहले चरण के मतदान में 75.68 प्रतिशत मतदान हुआ. डाक से वोट मिलने के बाद मतदान का प्रतिशत और बढ़ सकता है. ओडिशा के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (CEO) निकुंज बिहारी धल ने यह जानकारी दी.

N B Dhal, Odisha's Chief Electoral Officer (CEO)
निकुंज बिहारी धल, ओडिशा के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (CEO) (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : May 15, 2024, 10:44 PM IST

भुवनेश्वर: ओडिशा के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (CEO) निकुंज बिहारी धल ने बुधवार को कहा कि 13 मई को राज्य की चार लोकसभा सीटों और 28 विधानसभा क्षेत्रों में पहले चरण के मतदान में 75.68 प्रतिशत मतदान हुआ. सीईओ ने कहा कि डाक से वोट मिलने के बाद मतदान का प्रतिशत और बढ़ सकता है.

सीईओ ने कहा, 'सबसे ज्यादा 82.16 प्रतिशत मतदान नबरंगपुर लोकसभा क्षेत्र में दर्ज किया गया. नबरंगपुर के बाद कालाहांडी (77.90 प्रतिशत), कोरापुट (77.53 प्रतिशत) और बेरहामपुर (65.41 प्रतिशत) हैं'. ओडिशा में लोकसभा और विधानसभा चुनाव एक साथ हो रहे हैं. सीईओ की जानकारी के मुताबिक, 2019 के आम चुनाव के पहले चरण में पोस्टल बैलेट समेत करीब 74 फीसदी वोटिंग हुई. इस बार पोस्टल बैलेट को छोड़कर करीब 76 फीसदी वोटिंग हुई है. यदि डाक मतपत्र जोड़ दिए जाएं तो यह संख्या और भी बढ़ जाएगी. सेवा मतदाताओं के डाक मतपत्र सीधे मतगणना हॉल में आएंगे. होम वोटिंग पोस्टल बैलेट के जरिए की गई है.

2019 के आम चुनाव में बेरहामपुर संसदीय क्षेत्र में 65.09 प्रतिशत, कोरापुट में 75.34 प्रतिशत, नबरंगपुर में 79.57 प्रतिशत और कालाहांडी में 76.41 प्रतिशत मतदान हुआ. 2024 के आम चुनाव में बरहमपुर संसदीय क्षेत्र में 65.41 फीसदी, कालाहांडी में 77.90 फीसदी, कोरपुट में 77.53 फीसदी और नबरंगपुर में 82.16 फीसदी वोटिंग हुई. सभी 4 संसदीय क्षेत्रों में 2019 की तुलना में 2024 में मतदान दर में वृद्धि हुई है.

इसी तरह इन चारों लोकसभा क्षेत्रों के अंतर्गत आने वाले विधानसभा क्षेत्रों में भी मतदान बढ़ोतरी हुई है. नबरंगपुर, दाबूगांव, कोटपाड़ विधानसभा क्षेत्रों में 85 फीसदी से ज्यादा वोटिंग हुई है. बरहामपुर विधानसभा क्षेत्र में सबसे कम 55.59 फीसदी मतदान हुआ. ब्रह्मपुर संसदीय क्षेत्र के अंतर्गत ब्रह्मपुर विधानसभा में 55.59 प्रतिशत, छत्रपुर में 65.98 प्रतिशत, चिकटी में 65.0 प्रतिशत, दिगपहांडी में 65.73 प्रतिशत, गोपालपुर में 63.41 प्रतिशत, मोहना में 73.36 प्रतिशत और परलाखेमुंडी में 68.09 प्रतिशत मतदान हुआ.

इसी तरह कालाहांडी लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले भवानीपटना विधानसभा क्षेत्र में 76.03 प्रतिशत, धर्मगढ़ में 79.64 प्रतिशत, जूनागढ़ में 80.24 प्रतिशत, खरियार में 78.25 प्रतिशत, लांजीगढ़ में 76.55 प्रतिशत, नारला में 79.60 प्रतिशत और नुआपाड़ा में 74.76 प्रतिशत मतदान हुआ. कोरापुट संसदीय क्षेत्र के अंतर्गत बिसम कटक विधानसभा क्षेत्र में 78.55 प्रतिशत, गुनुपुर में 72.55 प्रतिशत, जयपुर में 77.82 प्रतिशत, कोरापुट में 76.34 प्रतिशत, लक्ष्मीपुर में 81.72 प्रतिशत, पतंगी में 82.47 प्रतिशत, रायगढ़ में 75.20 प्रतिशत मतदान हुआ.

वहीं, नबरंगपुर लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत चितकोंडा विधानसभा क्षेत्र में 75.82 प्रतिशत, दाबुगांव में 85.25 प्रतिशत, झरिगांव में 84.23 प्रतिशत, कोटपाड़ में 85.34 प्रतिशत, मालकांगरी में 76.35 प्रतिशत, नबरंगपुर में 85.63 प्रतिशत और उमरकोट में 83.05 प्रतिशत मतदान हुआ. राज्य के सबसे ज्यादा नक्सल प्रभावित इलाकों में से एक माने जाने वाले चित्तकोंडा में करीब 76 फीसदी मतदान हुआ है. 2019 के चुनाव में 68 फीसदी मतदान हुआ था. करीब 8 फीसदी वोटिंग बढ़ी है.

इसी तरह स्वाभिमान अंचल के 9 पंचायतों के 23 बूथों पर भारी मात्रा में मतदान हुआ है. ये लोकतंत्र के लिए अच्छी बात है. चुनाव अधिकारियों की ओर से कई कदम उठाए गए हैं. मतदाताओं को आकर्षित करने के लिए जिले के अधिकारियों ने कई कदम उठाए हैं. अनुकूल मौसम ने मतदान प्रतिशत बढ़ाने में मदद की है.

पढ़ें: EC की स्टार प्रचारकों से अपील, 'समाज के नाजुक ढांचे को न करें खराब'

भुवनेश्वर: ओडिशा के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (CEO) निकुंज बिहारी धल ने बुधवार को कहा कि 13 मई को राज्य की चार लोकसभा सीटों और 28 विधानसभा क्षेत्रों में पहले चरण के मतदान में 75.68 प्रतिशत मतदान हुआ. सीईओ ने कहा कि डाक से वोट मिलने के बाद मतदान का प्रतिशत और बढ़ सकता है.

सीईओ ने कहा, 'सबसे ज्यादा 82.16 प्रतिशत मतदान नबरंगपुर लोकसभा क्षेत्र में दर्ज किया गया. नबरंगपुर के बाद कालाहांडी (77.90 प्रतिशत), कोरापुट (77.53 प्रतिशत) और बेरहामपुर (65.41 प्रतिशत) हैं'. ओडिशा में लोकसभा और विधानसभा चुनाव एक साथ हो रहे हैं. सीईओ की जानकारी के मुताबिक, 2019 के आम चुनाव के पहले चरण में पोस्टल बैलेट समेत करीब 74 फीसदी वोटिंग हुई. इस बार पोस्टल बैलेट को छोड़कर करीब 76 फीसदी वोटिंग हुई है. यदि डाक मतपत्र जोड़ दिए जाएं तो यह संख्या और भी बढ़ जाएगी. सेवा मतदाताओं के डाक मतपत्र सीधे मतगणना हॉल में आएंगे. होम वोटिंग पोस्टल बैलेट के जरिए की गई है.

2019 के आम चुनाव में बेरहामपुर संसदीय क्षेत्र में 65.09 प्रतिशत, कोरापुट में 75.34 प्रतिशत, नबरंगपुर में 79.57 प्रतिशत और कालाहांडी में 76.41 प्रतिशत मतदान हुआ. 2024 के आम चुनाव में बरहमपुर संसदीय क्षेत्र में 65.41 फीसदी, कालाहांडी में 77.90 फीसदी, कोरपुट में 77.53 फीसदी और नबरंगपुर में 82.16 फीसदी वोटिंग हुई. सभी 4 संसदीय क्षेत्रों में 2019 की तुलना में 2024 में मतदान दर में वृद्धि हुई है.

इसी तरह इन चारों लोकसभा क्षेत्रों के अंतर्गत आने वाले विधानसभा क्षेत्रों में भी मतदान बढ़ोतरी हुई है. नबरंगपुर, दाबूगांव, कोटपाड़ विधानसभा क्षेत्रों में 85 फीसदी से ज्यादा वोटिंग हुई है. बरहामपुर विधानसभा क्षेत्र में सबसे कम 55.59 फीसदी मतदान हुआ. ब्रह्मपुर संसदीय क्षेत्र के अंतर्गत ब्रह्मपुर विधानसभा में 55.59 प्रतिशत, छत्रपुर में 65.98 प्रतिशत, चिकटी में 65.0 प्रतिशत, दिगपहांडी में 65.73 प्रतिशत, गोपालपुर में 63.41 प्रतिशत, मोहना में 73.36 प्रतिशत और परलाखेमुंडी में 68.09 प्रतिशत मतदान हुआ.

इसी तरह कालाहांडी लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले भवानीपटना विधानसभा क्षेत्र में 76.03 प्रतिशत, धर्मगढ़ में 79.64 प्रतिशत, जूनागढ़ में 80.24 प्रतिशत, खरियार में 78.25 प्रतिशत, लांजीगढ़ में 76.55 प्रतिशत, नारला में 79.60 प्रतिशत और नुआपाड़ा में 74.76 प्रतिशत मतदान हुआ. कोरापुट संसदीय क्षेत्र के अंतर्गत बिसम कटक विधानसभा क्षेत्र में 78.55 प्रतिशत, गुनुपुर में 72.55 प्रतिशत, जयपुर में 77.82 प्रतिशत, कोरापुट में 76.34 प्रतिशत, लक्ष्मीपुर में 81.72 प्रतिशत, पतंगी में 82.47 प्रतिशत, रायगढ़ में 75.20 प्रतिशत मतदान हुआ.

वहीं, नबरंगपुर लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत चितकोंडा विधानसभा क्षेत्र में 75.82 प्रतिशत, दाबुगांव में 85.25 प्रतिशत, झरिगांव में 84.23 प्रतिशत, कोटपाड़ में 85.34 प्रतिशत, मालकांगरी में 76.35 प्रतिशत, नबरंगपुर में 85.63 प्रतिशत और उमरकोट में 83.05 प्रतिशत मतदान हुआ. राज्य के सबसे ज्यादा नक्सल प्रभावित इलाकों में से एक माने जाने वाले चित्तकोंडा में करीब 76 फीसदी मतदान हुआ है. 2019 के चुनाव में 68 फीसदी मतदान हुआ था. करीब 8 फीसदी वोटिंग बढ़ी है.

इसी तरह स्वाभिमान अंचल के 9 पंचायतों के 23 बूथों पर भारी मात्रा में मतदान हुआ है. ये लोकतंत्र के लिए अच्छी बात है. चुनाव अधिकारियों की ओर से कई कदम उठाए गए हैं. मतदाताओं को आकर्षित करने के लिए जिले के अधिकारियों ने कई कदम उठाए हैं. अनुकूल मौसम ने मतदान प्रतिशत बढ़ाने में मदद की है.

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