पल्लकड़: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने केरल में 26 अप्रैल को होने वाले लोकसभा चुनाव में अपने उम्मीदवारों के लिए समर्थन बढ़ाने के भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के प्रयासों के तहत मंगलवार को यहां एक रोड शो किया. फूलों से सजे, खुली छत वाले वाहन में खड़े मोदी ने कोट्टामैदान अंचुविलाक्कु से सुबह करीब 10 बजकर 45 मिनट पर रोड शो शुरू किया और उनका काफिला शहर में हेड पोस्ट ऑफिस की ओर बढ़ा. प्रधामनंत्री तमिलनाडु के कोयंबटूर से एक हेलीकॉप्टर से यहां पहुंचे थे.
भाजपा समर्थकों समेत हजारों लोग फूल, माला, पार्टी के झंडे, मोदी के पोस्टर और पार्टी की टोपियां पहने एक किलोमीटर के रोड शो मार्ग के दोनों ओर कतारबद्ध खड़े रहे. रोड शो के इस मार्ग से गुजरने पर सड़क के दोनों ओर खड़े लोगों को 'मोदी', 'भारत माता की जय', 'मोदीजी स्वागतम' और ‘मोदी की जय’ के नारे लगाते हुए सुना गया. उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी पर पुष्प वर्षा भी की. इस दौरान मोदी भगवा रंग की नेहरू टोपी पहने हुए दिखायी दिए.
गर्मी के बावजूद भीड़ में मौजूद सभी आयु वर्ग के लोग प्रधानमंत्री के आगमन से कई घंटे पहले ही एकत्रित हो गए और उन्होंने रोड शो के मार्ग पर उत्सव जैसा माहौल पैदा कर दिया. अपने परिवारों के साथ यहां कई लोगों ने टीवी चैनलों को बताया कि वे प्रधानमंत्री मोदी को देखे बगैर नहीं जाएंगे. पालक्कड़ में रोड शो से पहले मोदी ने 15 मार्च को पतनमथिट्टा शहर में एक जनसभा की थी जहां उन्होंने दक्षिण केरल के निर्वाचन क्षेत्रों में चुनाव लड़ रहे राजग के उम्मीदवारों के लिए समर्थन जुटाया था.
पतनमथिट्टा में लोगों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा था कि आगामी लोकसभा चुनाव में 'केरल में कमल खिलेगा.' उन्होंने सत्तारूढ़ वामपंथी दल और विपक्षी कांग्रेस नीत यूडीएफ पर भी निशाना साधा था. पालक्कड़ में 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा का मत प्रतिशत बढ़ा था. उस समय उसके उम्मीदवार कृष्णकुमार सी को इस सीट पर पड़े कुल मतों के 21.24 प्रतिशत मत मिले थे. यह तीन महीनों में मोदी का केरल का पांचवां दौरा है. वह जनवरी में दो बार, फरवरी में एक बार और फिर 15 मार्च को राज्य में आए थे.
बता दें, इस वर्ष के भीतर प्रधानमंत्री की राज्य में चौथी यात्रा है, तो वहीं एक सप्ताह के भीतर पीएम मोदी का केरल में यह दूसरा कार्यक्रम है. यह रैली एनडीए उम्मीदवारों के समर्थन में होगी. रोड शो शहर के कोट्टा मैदान से हेड पोस्ट ऑफिस रोड तक एक किलोमीटर लंबे मार्ग पर आयोजित किया जा रहा है.
इससे पहले प्रधानमंत्री ने मंगलवार सुबह सोशल मीडिया एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा, 'धन्यवाद कोयंबटूर. यहां मुझे जो स्नेह मिला है, उसे मैं हमेशा संजोकर रखूंगा. एक रोड शो में हिस्सा लेने के लिए पलक्कड़ के रास्ते में हूं और उसके बाद एक रैली के लिए सलेम जाऊंगा'.
रोड शो से पहले, भारतीय जनता पार्टी ने सोमवार शाम पलक्कड़ शहर में एक बाइक रैली निकाली. 15 मार्च को पीएम मोदी ने दक्षिण केरल निर्वाचन क्षेत्रों में एनडीए उम्मीदवारों के समर्थन में पथानामथिट्टा में एक सार्वजनिक बैठक को संबोधित किया था.
इस बीच, कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने एक्स पर पोस्ट किया कि केरल वह राज्य है जिसकी तुलना प्रधानमंत्री ने सोमालिया से करने के लिए बदनामी की थी. विकास संकेतकों पर केरल का प्रदर्शन *सभी* भारतीय राज्यों से लगातार बेहतर रहा है. क्या प्रधानमंत्री अंततः राज्य पर अपनी भ्रामक टिप्पणी के लिए केरल के लोगों से माफी मांगेंगे?'.
कांग्रेस महासचिव रमेश ने कहा, 'केरल पश्चिमी घाट का घर है, जो एक बेहद नाजुक लेकिन महत्वपूर्ण पारिस्थितिकी तंत्र है। पिछले 10 वर्षों में, मोदी के संरक्षण में, इसके पारिस्थितिकी तंत्र पर लगातार हमले हुए हैं। मोदी सरकार ने कुछ पसंदीदा कॉरपोरेट्स की मदद करने के लिए और शायद भाजपा के चुनावी बांड की खरीद के लिए किए गए कर्ज को चुकाने के लिए सभी पर्यावरण और वन कानूनों को कमजोर कर दिया है। क्या प्रधान मंत्री स्पष्ट करेंगे कि जब वह अपने कॉर्पोरेट मित्रों को लाभ पहुंचाने के लिए हमारी पर्यावरण संरक्षण व्यवस्था को कमजोर कर रहे थे तो उनकी मंशा क्या थी?'.
इसके अलावा विपक्ष के नेता वीडी सतीसन ने सोमवार को आरोप लगाया कि सीपीआई (एम) और बीजेपी के बीच एक अपवित्र सांठगांठ है. सीबीआई और ईडी एसएनसी लवलिन मामले में केरल के सीएम पिनराई विजयन से पूछताछ नहीं कर रहे हैं, जिसे 38 बार स्थगित किया गया था, कि वे इसे साबित करने के लिए सबूत लाए थे.
पीएम ने पथानामथिट्टा रैली में कहा था, 'केरल की संस्कृति आध्यात्मिकता से जुड़ी है, लेकिन यूडीएफ और एलडीएफ इसे कुचलने के लिए जाने जाते हैं. केरल की संस्कृति शांति को बढ़ावा देती है, लेकिन यूडीएफ और एलडीएफ राजनीतिक हिंसा में विश्वास करते हैं. एलडीएफ की पहचान सोना लूटने से है, यूडीएफ की पहचान सौर ऊर्जा लूट से है. इस लूट के खेल को रोकने के लिए मैं आपका आशीर्वाद मांगने आया हूं.
प्रधानमंत्री ने कहा, 'केरल में भ्रष्ट और अक्षम सरकार के कारण लोग पीड़ित हैं. आपको तभी फायदा होगा जब लगातार एलडीएफ और यूडीएफ सरकारों का चक्र टूट जाएगा. वह ईसाई समुदाय तक भी पहुंचे, जिनकी जिले में महत्वपूर्ण उपस्थिति है'. यह कहते हुए कि केरल एलडीएफ-यूडीएफ के घेरे से बाहर आएगा, उन्होंने वादा किया कि वह 'केरल के विकास के लिए कोई कसर नहीं छोड़ेंगे. पीएम ने कहा कि इस बार केरल में कमल खिलने वाला है.''
उन्होंने यह भी कहा कि एलडीएफ और यूडीएफ दोनों सरकारों ने रबर प्लांटर्स के संघर्षों को नजरअंदाज कर दिया था. मोदी ने पहली बार जनवरी में राज्य का दौरा किया और त्रिशूर में एक महिला सम्मेलन में भाग लिया. जनवरी में वह गुरुवयूर में भाजपा नेता सुरेश गोपी की बेटी की शादी में शामिल होने के लिए फिर से त्रिशूर गए. उन्होंने कोच्चि में एक रोड शो भी किया.
पीएम मोदी ने पिछले महीने तिरुवनंतपुरम में भाजपा के राज्य अध्यक्ष के सुरेंद्रन की पदयात्रा के समापन समारोह में भाग लिया था. उन्होंने अपनी यात्रा के दौरान विक्रम साराभाई अंतरिक्ष केंद्र में 1,800 करोड़ रुपये की अंतरिक्ष बुनियादी ढांचा परियोजनाओं का भी उद्घाटन किया और चार नामित अंतरिक्ष यात्री को 'अंतरिक्ष यात्री पंख' प्रदान किए. पलक्कड़ में रोड शो के बाद मोदी तमिलनाडु के सलेम के लिए रवाना होंगे, जहां वह आज दोपहर एक सार्वजनिक बैठक को संबोधित करेंगे.
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