नई दिल्ली: लोकसभा चुनाव 2024 से पहले कांग्रेस ने मोदी सरकार पर हमला बोला है. कांग्रेस ने आज प्रेस कॉफ्रेंस के जरिए मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा. खड़गे ने कहा कि हमारे सारे अकाउंट फ्रीज कर दिए गए हैं. हमलोग चुनाव प्रचार नहीं कर पा रहे हैं.कांग्रेस की प्रेस कॉफ्रेंस में सोनिया गांधी, राहुल गांधी और पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे शामिल हैं.
प्रेस कॉफ्रेंस को संबोधित करते हुए खड़गे ने कहा कि मौजूदा हालात में निष्पक्ष चुनाव जरूरी है. उन्होंने कहा कि लेवल प्लेइंग फील्ड भी जरूरी है. खड़गे ने इलेक्टोरल बांड पर बात की. उन्होंने कहा कि इलेक्टोरल बॉन्ड पर सुप्रीम कोर्ट ने जो भी टिप्पणी की है, उसने सबकुछ खोलकर रख दिया है. उन्होंने कहा कि कोर्ट ने इलेक्टोर बॉन्ड को असंवैधानिक ठहरा दिया है. खड़गे ने आगे कहा कि सत्ताधारी पार्टी ने हजारों-करोड़ भर लिया है. विपक्षी दलों के बैंक अकाउंट को फ्रीज कर दिया गया है. उनका उद्देश्य है कि पैसों की बराबरी के अभाव में ठीक से चुनाव न लड़ सकें.
उन्होंने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि अगर प्रजातंत्र को बचाना है, तो समान फील्ड होना चाहिए. सोशल मीडिया, एडवरटाइजमेंट पर भी उनका मोनोपॉली है. हिंदुस्तान में पहली बार ऐसा देखा गया है कि इस तरीके से पैसे उठा रही है. उनके पास 5स्टार दफ्तर है. भाजपा ने किस तरीके से कंपनियों से पैसे लिए हैं, इसके बारे में मैं कहना नहीं चाहता हूं. सुप्रीम कोर्ट जल्द ही सच्चाई सामने लाएगी. खड़गे बोले कि संवैधानिक संस्थाओं से अपील करता हूं कि अगर वे फ्री और फेयर चुनाव चाहते हैं, तो हमारी पार्टी को बिना रोकटोक के बैंक अकाउंट का उपयोग करने दें. कोर्ट के अनुसार इनकम टैक्स नोटिस का सेटलमेंट कानूनीपूर्वक कर दिया जाएगा. राजनीतिक दल को टैक्स दायरे में आते ही नहीं हैं. हम चाहते हैं कि कम से कम कोर्ट जरूर इस बात को देखे. वाजपेयी के समय में भी ऐसी स्थिति नहीं थी.
खड़गे के बाद सोनिया गांधी ने कहा कि मुद्दा सचमुच गंभीर है. यह मुद्दा न सिर्फ कांग्रेस को प्रभावित कर रही है, बल्कि प्रजातंत्र को प्रभावित कर रही है. पीएम की ओर से कांग्रेस को वित्तीय तरीके से दबाया जा रहा है. हमारे अकाउंट को बंद कर दिया गया है. गंभीर चुनौतियों के बीच में भी हम तत्परता से काम कर रहे हैं. एक तरफ उन्होंने इलेक्टोरल बॉन्ड के जरिए पैसे एकत्रित कर लिए, यह प्रजातंत्र के खिलाफ है.
वहीं, दिल्ली कांग्रेस के अध्यक्ष अजय माकन ने प्रेस कॉफ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी को वित्तीय रूप से पंगु बनाने की कोशिश की जा रही है. हम पब्लिसिटी पर पैसे नहीं खर्च कर सकते हैं. कैंडिडेट को पैसे नहीं दे सकते हैं. मीडिया में स्लॉट नहीं खरीद सकते हैं. अगर हमलोग ऐसा नहीं कर सकते हैं, तो फिर चुनाव का क्या मतलब है. हमारे अकांउट में 285 करोड़ रु. है. लेकिन उसका यूज नहीं कर सकते हैं. सीताराम केसरी जब कांग्रेस के अध्यक्ष थे, तो उस समय एक नोटिस दिया गया था. मोदी सरकार ने उस समय के इनकम टैक्स नोटिस को रिवाइव किया है.
मोतीलाल वोहरा जिस समय कोषाध्यक्ष थे, उस समय का नोटिस दिया जा रहा है. कोई भी पार्टी इनकम टैक्स चंदा नहीं देती है, फिर अकेले कांग्रेस को क्यों परेशान किया जा रहा है. 106 फीसदी अधिक टैक्स मांगा जा रहा है हमारी पार्टी से.
वहीं, पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि हमारे सभी बैंक खाते फ्रीज कर दिए गए हैं. हम कोई प्रचार कार्य नहीं कर सकते, हम अपने कार्यकर्ताओं का समर्थन नहीं कर सकते, हम अपने उम्मीदवारों का समर्थन नहीं कर सकते...यह चुनाव प्रचार से दो महीने पहले किया गया है. एक नोटिस 90 के दशक से आया है, दूसरा 6-7 साल पहले से. उन्होंने कहा कि चुनाव लड़ने की हमारी क्षमता क्षीण हो चुकी है, हम पहले ही एक महीना खो चुके हैं.' उन्होंने कहा कि हमारे पास रेलवे टिकट तक खरीदने के पैसे नहीं हैं.
लोकसभा चुनाव से पहले पार्टी के खाते फ्रीज करने पर कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा कि यह कांग्रेस पार्टी पर एक आपराधिक कार्रवाई है, प्रधानमंत्री और गृह मंत्री द्वारा की गई एक आपराधिक कार्रवाई है...तो, यह विचार है कि भारत लोकतंत्र एक झूठ है. आज भारत में कोई लोकतंत्र नहीं है. यह विचार कि भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है, एक झूठ है. एक पूर्ण झूठ. भारत के 20 फीसदी लोग हमारे लिए वोट करते हैं और हम किसी भी चीज के लिए 2 रुपये का भुगतान करने में सक्षम नहीं हैं. यह चुनाव में हमें पंगु बनाने के लिए रचा गया है. भले ही आज हमारे बैंक खाते बंद हैं, लेकिन भारतीय लोकतंत्र को भारी मात्रा में ऋण क्षति हुई है.'