हैदराबादः भारतीय लोकतंत्र का सबसे बड़ा पर्व लोकसभा चुनाव 2024 संपन्न हो चुका है. चुनाव आयोग की ओर से जारी परिणाम के अनुसार इंदौर लोकसभा सीट से भाजपा के उम्मीदवार शंकर लालवाणी रिकॉर्ड मतों से चुनाव जीत चुके हैं. इन्होंने बसपा उम्मीदवार संजय को 10,08077 मतों के अंतर से पराजित किया. शंकर लालवाणी को 12,26751 मत मिले. वहीं क्षेत्र से बड़ी संख्या में लोगों ने नोटा पर भी बटन दबाया है. यहां से नोटा को कुल 2,18,674 लोगों ने मत दिया. बता दें कि इंदौर से कांग्रेस ने अक्षय कांति बम को अपना उम्मीदवार बनाया था. बम ने नाम वापसी के अंतिम दिन अपना पर्चा वापस ले लिया. साथ भाजपा में शामिल हो गये.
वहीं मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भाजपा के टिकट पर संसद सदस्य चुने गये हैं. उन्होंने भानु प्रताप शर्मा को 8,21,408 मतों से हराया. शिवराज सिंह को कुल 11,16,460 मत मिले.
रामविलास पासवान के नाम है 2 बार का रिकार्ड
लोजपा के नेता रामविलास का लंबा-चौड़ा संसदीय इतिहास रहा है. 1962 से अबतक राम विलास पासवान ही एक मात्र सांसद थे जो 2 बार रिकार्ड मतों से जीत दर्ज कर लोकसभा में पहुंचे थे. दोनों रिकॉर्ड उन्होंने बिहार के हाजीपुर संसदीय क्षेत्र से बनाया था. पहला रिकॉर्ड उन्होंने छठे लोकसभा के लिए 1977 में हुए चुनाव के दौरान 4,24,545 मतों की जीत से बनाया था.. दूसरी बार हाजीपुर लोकसभा सीट से नौंवी लोकसभा (1989) के लिए हुए मतदान के दौरान उन्होंने अपना ही रिकॉर्ड तोड़ा था. इस दौरान उन्होंने 5,04,448 मतों के अंतर से जीत हासिल की थी.
दो प्रधानमंत्रियों के नाम भी बड़ी जीत का रिकॉर्ड
चुनाव आयोग के दस्तावेजों के अनुसार 1962 से 2019 तक के आम चुनावों में भारत के दो प्रधानमंत्री अपने-अपने संसदीय क्षेत्र से रिकार्ड मतों से जीते थे. 2014 के लोकसभा चुनाव के दौरान पीएम नरेंद्र मोदी 2 जगह गुजरात के वडोदरा लोकसभा क्षेत्र और उत्तर प्रदेश के वाराणसी सीट से चुनाव लड़े थे. इस दौरान वे वडोदरा सीट से 5,70,128 रिकॉर्ड मतों से जीते थे. इससे पहले 1984-85 में आठवें लोकसभा चुनाव के दौरान तत्कालीन पीएम राजीव गांधी, उत्तर प्रदेश के अमेठी सीट से रिकार्ड 3,14,878 मतों से जीते थे.
- 2019 में 17वीं लोकसभा के लिए हुए चुनाव में गुजरात के नवसारी संसदीय सीट से भाजपा के सीआर पाटिल रिकॉर्ड मतों से जीतकर संसद पहुंचे थे. वे 6,89,668 मतों के अंतर से लोकसभा पहुंचने थे.
- इससे पहले16वीं लोकसभा के लिए 2014 हुए मतदान के दौरान गुजरात की वडोदरा सीट से भाजपा के टिकट पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रिकॉर्ड 5,70,128 मतों से जीते थे.
- 15वीं लोकसभा के लिए 2009 में आम चुनाव में नागालैंड सीट से एनपीएफ के टिकट पर सीएम चांग रिकार्ड 4,83,0321 मतों से जीते थे.
- 14वीं लोकसभा के लिए 2004 में हुए चुनाव के दौरान पश्चिम बंगाल के आरामबाग सीट से सीपीआई (एम) के अनिल बसु 592502 रिकार्ड मतों से जीतकर लोकसभा पहुंचे थे.
- 13वीं लोकसभा चुनाव के लिए 1999 में हुए आम चुनाव में नागालैंड सीट से कांग्रेस के उम्मीदवार रिकॉर्ड 3,53,598 मतों से जीते थे.
- गुजरात के राजकोट सीट से भाजपा के उम्मीदवार डॉ. के.वी रामजीभाई 389617 मतों से 1998 में 12वीं लोकसभा चुनाव में जीतकर संसद पहुंचे थे.
- 1996 में 11वीं लोकभा चुनाव के लिए हुए मतदान में तमिलनाडु के मद्रास उत्तर सीट से सोमू एम.वी.एन रिकॉर्ड 3,89,617 मतों से जीतक सांसद बने थे.
- वहीं दसवीं लोकसभा के लिए 1991- 92 में हुए आम चुनावों में त्रिपुरा के त्रिपुरा पश्चिम सीट से कांग्रेस के टिकट पर संतोष मोहन देव रिकार्ड 4,28,984 मतों से जीते थे.
- 1989 रामविलास पासवान ने 9वें लोकसभा के लिए हुए आम चुनाव में बिहार के हाजीपुर सीट से जनता दल के टिकट पर 5,04,448 रिकार्ड मतों से सांसद बने थे.
- इससे पहले 1984-85 में 8वें लोकसभा के लिए आम चुनाव में उत्तर प्रदेश के अमेठी सीट से 3,14,878 रिकार्ड मतों से जीतकर देश के प्रधानमंत्री बने थे.
- 7वें लोकसभा चुनाव के लिए 1980 में आम चुनाव में महाराजा मार्तंड सिंह मध्य प्रदेश के रीवा सीट से स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में 2,38,251 रिकार्ड मतों से सांसद चुने गये थे.
- छठी लोकसभा के लिए 1977 में हुए आम चुनाव में बिहार के हाजीपुर सीट से भारतीय लोक दल के टिकट पर रामविलास पासवान 4,24,545 वोट से चुनाव जीत गये थे.
- पांचवें लोकसभा चुनाव के लिए 1971 में हुए आम चुनाव में आंध्र प्रदेश के काकीनाडा संसदीय क्षेत्र से कांग्रेस के एम.एस. संजीव राव 2,92,926 रिकार्ड मतों से चुनाव जीते थे.
- 1967 में हुए चौथे लोकसभा चुनाव के दौरान राजस्थान के बीकानेर सीट से स्वतंत्र उम्मीदवार के सिंह 1,93,816 रिकॉर्ड वोटों से चुनाव जीते थे.
- 1962 में हुए तीसरे आम चुनाव में राजस्थान के जयपुर सीट से गायत्री देवी 1,57,696 रिकॉर्ड मतों से जीते थे.