श्रीनगर: चुनाव आयोग (ईसीआई) ने लद्दाख में एक अनोखा मतदान केंद्र बनाया है. इसकी खासियत है कि यह 15,000 फीट की ऊंचाई पर स्थित है. इससे भी अधिक दिलचस्प बात ये है कि यह मतदान केंद्र केवल एक ही परिवार के लिए बनाया गया है. केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख के लेह जिले में नुब्रा के सुदूरवर्ती गांव वारशी में एक ही परिवार के लिए समर्पित यह मतदान केंद्र वाकई में अनोखा है.
लद्दाख के मुख्य निर्वाचन अधिकारी यतिंद्र एम. मरालकर के पहल पर इस मतदान केंद्र को बनाया गया. यह मतदान केंद्र एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है. यह छोटा सा मतदान केंद्र अक्षांश 35.06413258 और देशांतर 77.33742535 पर स्थित है. यह चुनावी प्रक्रिया में समावेशिता और पहुंच के प्रतीक का प्रतिनिधित्व करता है.
मरालकर के अनुसार यह मतदान केंद्र चुनावी प्रयासों के लिए केंद्र बिंदु के रूप में कार्य करता है. इस मतदान केंद्र दो पुरुषों और तीन महिलाओं सहित पांच लोगों के परिवार के लिए विशेष रूप से तैयार किया गया है. यहां खानपान की भी व्यवस्था है. परिवार का मुखिया एक समर्पित किसान हैं. उन्हें अपने घर और पारिवारिक मामलों के प्रबंधन में पत्नी मदद करती हैं.
मतदान केंद्र लद्दाख के सबसे ऊंचे मतदान केंद्रों में से एक है. यह टेंट वाला मतदान केंद्र लद्दाख संसदीय क्षेत्र के अनूठे चुनावी परिदृश्य को दर्शाता है. लद्दाख के सीईओ ने हाल ही में एक समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की, जिसमें आगामी लोकसभा आम चुनाव 2024 के लिए केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख में सुरक्षा कर्मियों की तैनाती और व्यवस्था से संबंधित महत्वपूर्ण मुद्दों चर्चा की.
लद्दाख में चुनावी उत्साह 20 मई को चरम पर होगा क्योंकि यह क्षेत्र एक सीट के लिए अपने तैयारी कर रहा है. यह क्षेत्र पहले जम्मू और कश्मीर राज्य के तहत एक निर्वाचन क्षेत्र था. 26 अप्रैल को लद्दाख लोकसभा सीट के लिए अधिसूचना की तारीख तय की गई है. नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि 3 मई और नामांकन वापस लेने की अंतिम तिथि 6 मई है.
लेह और कारगिल जिलों को शामिल करते हुए लद्दाख लोकसभा सीट को क्षेत्रफल के हिसाब से भारत का सबसे बड़ा निर्वाचन क्षेत्र होने का गौरव प्राप्त है. पाकिस्तान और चीन की सीमा पर रणनीतिक रूप से स्थित होने के कारण इसका अत्यधिक भू-राजनीतिक महत्व है. यहां कुल 182,571 मतदाता हैं जिसमें 91,703 पुरुष और 90,867 महिला मतदाता शामिल हैं. लद्दाख प्रशासन ने चुनावी प्रक्रिया को सुविधाजनक बनाने के लिए 577 मतदान केंद्र बनाए हैं. सक्षम ऐप के माध्यम से दिव्यांग और बुजुर्ग मतदाताओं के लिए विशेष प्रावधान किए गए हैं. इसके तहत पिक एंड ड्रॉप सेवाएं और व्हीलचेयर सहायता प्रदान की जाती है.