नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को आरोप लगाया कि पश्चिम बंगाल के सीमावर्ती इलाकों में घुसपैठ की वजह से डोमोग्राफी बदल रही है, जबकि अवैध घुसपैठिए स्थानीय युवाओं के लिए उपलब्ध अवसर छीन रहे हैं. पीएम मोदी ने काकद्वीप में एक जनसभा को संबोधित करते हुए यह बात कही.
उन्होंने कहा, 'बंगाल के सीमावर्ती इलाकों में जनसांख्यिकी बदली जा रही है. टीएमसी धार्मिक रूप से सताए गए अल्पसंख्यकों को नागरिकता देने के खिलाफ है. वे सीएए का इतना विरोध क्यों कर रहे हैं? ये लोग (टीएमसी नेता) सीएए के बारे में झूठ क्यों बोल रहे हैं?'
'मतुआ समुदाय को सम्मान के साथ मिलेगी नागरिकता'
प्रधानमंत्री ने आरोप लगाया कि टीएमसी तुष्टीकरण की राजनीति में लिप्त है, ताकि अवैध घुसपैठिए बंगाल में बस सकें. उन्होंने जोर देकर कहा कि मतुआ समुदाय के सदस्यों को पूरे सम्मान के साथ भारतीय नागरिकता मिलेगी.
टीएमसी नहीं चाहती कि हिंदू बंगाल में रहें- पीएम
पीएम मोदी ने इस चुनाव में राज्य में अपनी आखिरी चुनावी रैली को संबोधित करते हुए आरोप लगाया कि टीएमसी नहीं चाहती कि हिंदू और मतुआ बंगाल में रहें. समाज के एक वर्ग को खुश करने के लिए टीएमसी सरकार संविधान पर खुलेआम हमला कर रही है.
युवाओं के अवसर छीन रहे घुसपैठिए
उन्होंने कहा कि आज घुसपैठिए युवाओं को मिलने वाले अवसर छीन रहे हैं. वे आपकी संपत्तियों और जमीनों पर अतिक्रमण कर रहे हैं और पूरा देश इससे चिंतित है. प्रधानमंत्री ने दावा किया कि 4 जून को मतगणना के बाद टीएमसी के लोगों की हिम्मत जवाब दे जाएगी. उन्होंने टीएमसी सरकार पर पश्चिम बंगाल में सीमा पार से अनियंत्रित घुसपैठ की अनुमति देकर राष्ट्रीय सुरक्षा से समझौता करने का भी आरोप लगाया.
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