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पहले चरण के चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस का बूथ लेवल मैनेजमेंट - Congress management booth level - CONGRESS MANAGEMENT BOOTH LEVEL

लोकसभा चुनाव का आगाज शुक्रवार से हो रहा है. पहले चरण में 102 सीटों पर वोटिंग होनी है. कांग्रेस पार्टी ने अपनी स्थिति को मजबूत करने के लिए बूथ लेवल मैनेजमेंट पर जोर दिया है. क्या है उनकी रणनीति, पढ़ें पूरी खबर.

Rahul and Akhilesh Election campaign
राहुल गांधी, अखिलेश यादव (चुनाव प्रचार करते हुए)
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By Amit Agnihotri

Published : Apr 18, 2024, 1:31 PM IST

Updated : Apr 18, 2024, 3:35 PM IST

नई दिल्ली : पहले चरण के चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस पार्टी ने बूथ स्तर पर चुनाव प्रबंधन को लेकर समीक्षा बैठक की है. पहले चरण में 102 सीटों पर मतदान होना है. कुल 21 राज्यों में मतदान होंगे.

कांग्रेस पार्टी का मानना है कि पहले चरण में जो भी मोमेंटम मिलेगा, उससे उन्हें आगे फायदा होगा. पहले चरण में पश्चिमी उत्तर प्रदेश की भी एक सीट शामिल है. यूपी में कांग्रेस और समाजवादी पार्टी मिलकर चुनाव लड़ रही है. बुधवार को राहुल गांधी और अखिलेश यादव ने मिलकर प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया था.

यूपी के प्रभारी और पार्टी महासचिव अविनाश पांडे ने ईटीवी भारत को बताया कि हमने मतदान के दिन की रणनीति को लेकर पार्टी कार्यकर्ताओं के लिए विशेष दिशा निर्देश दिए हैं, ताकि वे बूथ लेवल पर अधिक से अधिक मतदान करा सकें और वहां पर होने वाली किसी भी गड़बड़ियों पर नजर रख सकें.

कांग्रेस महासचिव अविनाश पांडे ने कहा, 'मैं पिछले एक महीने से बूथ लेवल मैनेजमेंट को लेकर स्थानीय कार्यकर्ताओं के साथ संवाद कर रहा हूं. पहले चरण में होने वाले आठ लोकसभा क्षेत्रों का भी दौरा किया है. हमने सभी कांग्रेस कार्यकर्ताओं को सपा कार्यकर्ताओं के साथ बूथ लेवल पर मिलकर काम करने को कहा है. इस सहयोग की बदौलत शांतिपूर्वक और भारी संख्या में मतदान हो सकेगा. हमने अपने कार्यकर्ताओं को ट्रेनिंग दी है, ताकि वे मतदाताओं की पहचान सुनिश्चित कर सकें. ईवीएम पर विशेष नजर बनाए रखने को कहा गया है. लखनऊ में राज्य स्तर पर नियंत्रण कक्ष बनाया गया है. इस नियंत्रण कक्ष से सभी उम्मीदवार टच में रहेंगे. लखनऊ की टीम नेशनल लेवल पर बनाए गए कंट्रोल रूम के संपर्क में रहेगी. अपने टूर के दौरान हमने महसूस किया कि लोगों का हमारे गठबंधन के प्रति भारी जन समर्थन है, लेकिन यह वोट में तब्दील हो सके, हमारे लिए यह ज्यादा जरूरी है.'

महाराष्ट्र में भी कांग्रेस, शिवसेना उद्धव गुट और एनसीपी शरद पवार गुट का आपसी गठबंधन है. यहां पर लोकसभा की कुल 48 सीटें हैं. कांग्रेस को यहां पर 17 सीटें मिली हैं. पहले चरण में इन 17 में से पांच सीटों पर मतदान होना है.

महाराष्ट्र कांग्रेस के प्रभारी आशीष दुआ ने ईटीवी भारत को बताया कि शुक्रवार को होने वाले पहले चरण के चुनाव के दौरान हमने बूथ एजेंटों और पूरी टीम को सतर्कता बरतने की सलाह दी है. उन्होंने कहा कि पहले चरण में यहां पर सिर्फ पांच सीटों पर मतदान होने हैं, लेकिन ग्राउंड पर हमें अपने दूसरे सहयोगियों के साथ मिलकर काम करना है. हम पूरी प्रक्रिया पर निगरानी रख रहे हैं.

उत्तर पूर्व में अरुणाचल प्रदेश की दो सीटों, मणिपुर की दो सीटों, नागालैंड और मेघालय की एक-एक सीट पर मतदान होना है. असम की पांच और त्रिपुरा की भी एक सीट शामिल है. पार्टी के अंदरुनी सूत्रों ने बताया कि पिछले महीने बूथ लेवल टीम तैयार की गई थी. उन्हें विशेष ट्रेनिंग दी गई. उत्तर पूर्व जैसे कठिन भौगोलिक क्षेत्र में किस तरह के काम करना है, इसके बारे में भी उन्हें ब्रीफ किया गया. उन्होंने कहा कि यहां पर हमारी टीम मतदाताओं के साथ समय व्यतीत कर रही है. अब उनका काम है कि वे इन मतदाताओं को बूथ तक लेकर जाएं.

ईटीवी भारत से बात करते हुए त्रिपुरा, नागालैंड और मणिपुर के प्रभारी गिरिश चोडांकर ने कहा कि हमारी बूथ लेवल टीमें तैयार हैं. उन्होंने कहा कि त्रिपुरा में चुनावी हिंसा आम है, पिछले कुछ सप्ताह में हम उन लोगों के साथ रहे हैं, जो कांग्रेस का समर्थन करते रहे हैं. चोडांकर ने कहा कि हमे काफी जागरूक रहना है और मतदाताओं को शांतिपूर्वक मतदान केंद्र तक ले जाना है.

ये भी पढे़ं : लोकसभा चुनाव 2024: पूर्वी दिल्ली से कन्हैया कुमार को उतारने की क्या है प्लानिंग

नई दिल्ली : पहले चरण के चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस पार्टी ने बूथ स्तर पर चुनाव प्रबंधन को लेकर समीक्षा बैठक की है. पहले चरण में 102 सीटों पर मतदान होना है. कुल 21 राज्यों में मतदान होंगे.

कांग्रेस पार्टी का मानना है कि पहले चरण में जो भी मोमेंटम मिलेगा, उससे उन्हें आगे फायदा होगा. पहले चरण में पश्चिमी उत्तर प्रदेश की भी एक सीट शामिल है. यूपी में कांग्रेस और समाजवादी पार्टी मिलकर चुनाव लड़ रही है. बुधवार को राहुल गांधी और अखिलेश यादव ने मिलकर प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया था.

यूपी के प्रभारी और पार्टी महासचिव अविनाश पांडे ने ईटीवी भारत को बताया कि हमने मतदान के दिन की रणनीति को लेकर पार्टी कार्यकर्ताओं के लिए विशेष दिशा निर्देश दिए हैं, ताकि वे बूथ लेवल पर अधिक से अधिक मतदान करा सकें और वहां पर होने वाली किसी भी गड़बड़ियों पर नजर रख सकें.

कांग्रेस महासचिव अविनाश पांडे ने कहा, 'मैं पिछले एक महीने से बूथ लेवल मैनेजमेंट को लेकर स्थानीय कार्यकर्ताओं के साथ संवाद कर रहा हूं. पहले चरण में होने वाले आठ लोकसभा क्षेत्रों का भी दौरा किया है. हमने सभी कांग्रेस कार्यकर्ताओं को सपा कार्यकर्ताओं के साथ बूथ लेवल पर मिलकर काम करने को कहा है. इस सहयोग की बदौलत शांतिपूर्वक और भारी संख्या में मतदान हो सकेगा. हमने अपने कार्यकर्ताओं को ट्रेनिंग दी है, ताकि वे मतदाताओं की पहचान सुनिश्चित कर सकें. ईवीएम पर विशेष नजर बनाए रखने को कहा गया है. लखनऊ में राज्य स्तर पर नियंत्रण कक्ष बनाया गया है. इस नियंत्रण कक्ष से सभी उम्मीदवार टच में रहेंगे. लखनऊ की टीम नेशनल लेवल पर बनाए गए कंट्रोल रूम के संपर्क में रहेगी. अपने टूर के दौरान हमने महसूस किया कि लोगों का हमारे गठबंधन के प्रति भारी जन समर्थन है, लेकिन यह वोट में तब्दील हो सके, हमारे लिए यह ज्यादा जरूरी है.'

महाराष्ट्र में भी कांग्रेस, शिवसेना उद्धव गुट और एनसीपी शरद पवार गुट का आपसी गठबंधन है. यहां पर लोकसभा की कुल 48 सीटें हैं. कांग्रेस को यहां पर 17 सीटें मिली हैं. पहले चरण में इन 17 में से पांच सीटों पर मतदान होना है.

महाराष्ट्र कांग्रेस के प्रभारी आशीष दुआ ने ईटीवी भारत को बताया कि शुक्रवार को होने वाले पहले चरण के चुनाव के दौरान हमने बूथ एजेंटों और पूरी टीम को सतर्कता बरतने की सलाह दी है. उन्होंने कहा कि पहले चरण में यहां पर सिर्फ पांच सीटों पर मतदान होने हैं, लेकिन ग्राउंड पर हमें अपने दूसरे सहयोगियों के साथ मिलकर काम करना है. हम पूरी प्रक्रिया पर निगरानी रख रहे हैं.

उत्तर पूर्व में अरुणाचल प्रदेश की दो सीटों, मणिपुर की दो सीटों, नागालैंड और मेघालय की एक-एक सीट पर मतदान होना है. असम की पांच और त्रिपुरा की भी एक सीट शामिल है. पार्टी के अंदरुनी सूत्रों ने बताया कि पिछले महीने बूथ लेवल टीम तैयार की गई थी. उन्हें विशेष ट्रेनिंग दी गई. उत्तर पूर्व जैसे कठिन भौगोलिक क्षेत्र में किस तरह के काम करना है, इसके बारे में भी उन्हें ब्रीफ किया गया. उन्होंने कहा कि यहां पर हमारी टीम मतदाताओं के साथ समय व्यतीत कर रही है. अब उनका काम है कि वे इन मतदाताओं को बूथ तक लेकर जाएं.

ईटीवी भारत से बात करते हुए त्रिपुरा, नागालैंड और मणिपुर के प्रभारी गिरिश चोडांकर ने कहा कि हमारी बूथ लेवल टीमें तैयार हैं. उन्होंने कहा कि त्रिपुरा में चुनावी हिंसा आम है, पिछले कुछ सप्ताह में हम उन लोगों के साथ रहे हैं, जो कांग्रेस का समर्थन करते रहे हैं. चोडांकर ने कहा कि हमे काफी जागरूक रहना है और मतदाताओं को शांतिपूर्वक मतदान केंद्र तक ले जाना है.

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Last Updated : Apr 18, 2024, 3:35 PM IST
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