नई दिल्ली : उत्तर प्रदेश और दिल्ली के बाद कांग्रेस ने बिहार, झारखंड, तमिलनाडु और महाराष्ट्र में गठबंधन को अंतिम रूप देने की प्रक्रिया तेज कर दी है. यहां पर अगले कुछ दिनों में घोषणा की जा सकती है.एआईसीसी के एक पदाधिकारी ने इस संबंध में बताया कि इन चारों राज्यों में गठबंधन की घोषणा अगले कुछ दिनों में कर दी जाएगी. वहीं पश्चिम बंगाल और जम्मू कश्मीर में सीटों को लेकर बातचीत चल रही है, यहां पर इन चार राज्यों के बाद औपचारिक घोषणा हो सकती है.
बता दें कि यूपी में कांग्रेस-सपा गठबंधन की घोषणा 21 फरवरी को की गई थी जबकि दिल्ली, गुजरात, हरियाणा में कांग्रेस-आप गठबंधन की घोषणा 24 फरवरी को की गई. पार्टी सूत्रों के मुताबिक आप के लिए भरूच सीट पर निर्णय लेने के फैसले में वास्तव में देरी हुई क्योंकि पार्टी के दिग्गज नेता दिवंगत अहमद पटेल की बेटी मुमताज पटेल वहां से टिकट मांग रहीं थीं.
उन्होंने कहा कि गठबंधन के लिए स्थानीय नेताओं की आपत्तियों के बाद भी हमने भरूच सीट आप को देने का फैसला किया. दिल्ली कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि आप चंडीगढ़ सीट हमें देने पर सहमत दो गई और दक्षिण गोवा सीट पर अपना दावा छोड़ दिया. पार्टी सूत्रों के अनुसार कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे इस महीने के अंत तक गठबंधन में सीटों को साझा करने को लेकर बातचीत समाप्त करने के इच्छुक हैं. वहीं राहुल गांधी ने व्यक्तिगत रूप से महाराष्ट्र के सहयोगी दलों शिव सेना यूबीटी नेता उद्धव ठाकरे और एनसीपी शरदचंद्र पवार समूह के नेता शरद पवार से व्यक्तिगत रूप से बात करके मुहर लगाने के लिए हस्तक्षेप किया. सूत्रों ने कहा कि कांग्रेस को महाराष्ट्र में 48 में 18, बिहर में 40 में 11, झारखंड में 14 में 9 और तमिलनाडु में 39 में 9 सीटें मिल सकती हैं.
एआईसीसी के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने कहा कि अच्छी बात यह है कि कांग्रेस इन राज्यों में अपने सहयोगियों के साथ मिलकर काम कर रही है, जिनमें महाराष्ट्र में शिवसेना यूबीटी और एनसीपी, शरद पवार, बिहार में राजद और वामपंथी दल, झारखंड में झामुमो, राजद और तमिलनाडु में डीएमके शामिल हैं. उन्होंने कहा कि संभावित उम्मीदवारों की शॉर्टलिस्टिंग का काम पूरा करने से पहले गठबंधन महत्वपूर्ण हैं. उनका कहना था कि जिन राज्यों में गठबंधन की बात सार्वजनिक हो गई है, वहां सीट बंटवारे के अलावा संभावित उम्मीदवारों की पहचान के लिए सर्वेक्षण भी शुरू हो गया है.
एआईसीसी पदाधिकारी ने कहा कि सभी सीटों पर एक साथ सर्वेक्षण करने का कोई मतलब नहीं बनता है. जैसी ही हम किसी राज्य में गठबंधन पर मुहर लगाएंगे वहां पर सर्वे शुरू हो जाएगा. उन्होंने कहा कि स्क्रीनिंग पैनल नामों को शॉर्टलिस्ट करेगा और अंतिम मंजूरी के लिए केंद्रीय चुनाव समिति को भेजेगा. हालांकि आम तौर पर प्रति सीट दो से अधिक नाम सीईसी के समक्ष नहीं भेजे जाते हैं.
इसी कड़ी में सीईसी सदस्य टीएस सिंहदेव ने बताया कि सीईसी की बैठक अब किसी भी समय बुलाई जा सकती है. उन्होंने कहा कि फरवरी के अंत या मार्च के शुरुआत में यह बैठक हो सकती है. वहीं पार्टी के अंदरुनी सूत्रों के मुताबिक मार्च में उम्मीदवारों की पहली सूची घोषित करने पर चर्चा हुई है जिन सीटों पर उम्मीदवारी को लेकर कोई विवाद नहीं है. इसके जरिए यह संकेत दिया जा सकेगा कि कांग्रेस आगामी राष्ट्रीय चुनावों के लिए तैयार है. गौरतलब है कि वर्ष 2019 के लोकसभा चुनावों में कांग्रेस ने 543 में 52 सीटें जीती थीं. पहली सूची में पार्टी वहीं से उम्मीदवारों को घोषणा करने की योजना बना रही है. इसके अलावा अन्य सीटों के लिए मार्च में चुनाव आयोग के द्वारा मतदान तिथि की घोषणा के आधार पर मंजूरी दी जाएगी.