हैदराबाद: आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी को पत्र लिखकर आंध्र प्रदेश पुनर्गठन अधिनियम 2014 से संबंधित अनसुलझे मुद्दों को सुलझाने के लिए आमने-सामने बैठक का प्रस्ताव रखा था. जिसपर तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने सकारात्मक प्रतिक्रिया दी है.
I have written to the Hon'ble Chief Minister of Telangana, Sri @revanth_anumula Garu, proposing a meeting to discuss matters of mutual interest between our two Telugu-speaking States. I look forward to working closely with him to resolve post-bifurcation issues, enhance… pic.twitter.com/RKVbBYwpxO
— N Chandrababu Naidu (@ncbn) July 1, 2024
दरअसल, मंगलवार को आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने तेलंगाना के सीएम को एक पत्र लिखा था. उस पत्र में उन्होंने उन मुद्दों को सुलझाने के महत्व पर जोर दिया जो लगभग एक दशक पहले तत्कालीन आंध्र प्रदेश के विभाजन के बाद से लंबित हैं. नायडू ने लिखा कि तत्कालीन आंध्र प्रदेश के विभाजन को 10 साल हो चुके हैं. पुनर्गठन अधिनियम से उत्पन्न मुद्दों के बारे में कई चर्चाएं हुई हैं, जो हमारे राज्यों के कल्याण और उन्नति के लिए महत्वपूर्ण निहितार्थ रखते हैं. यह जरूरी है कि हम इन मुद्दों को पूरी लगन और दृढ़ संकल्प के साथ सौहार्दपूर्ण ढंग से सुलझाएं. इसके मद्देनजर, मैं प्रस्ताव करता हूं कि हम 6 जुलाई, शनिवार दोपहर को आपके घर पर मिलें.
In reply to the Hon'ble Chief Minister of Andhra Pradesh Sri @ncbn Garu, proposing a meeting to discuss and resolve all pending issues of the bifurcation act, I invite him on behalf of Telangana Govt for tete-a-tete on 6th July at Mahatma Jyoti Rao Phule Bhavan in Hyderabad. pic.twitter.com/k2babR5boP
— Revanth Reddy (@revanth_anumula) July 2, 2024
जिसके जवाब में रेवंत रेड्डी ने चंद्रबाबू को एक पत्र लिखा है. जिसे उन्होंने ने सोशल मीडिया पर शेयर भी किया है. पत्र में उन्होंने लिखा 'विभाजन के मुद्दों को हल करने के लिए बातचीत करने के लिए आपके पत्र के लिए धन्यवाद. एपी विधानसभा और लोकसभा चुनावों में अद्वितीय जीत के लिए बधाई. स्वतंत्र भारत में चौथी बार सीएम के रूप में शपथ लेने वाले कुछ राजनीतिक नेताओं की श्रेणी में शामिल होना खुशी की बात है. एपी सीएम के रूप में इस चरण में आपको सफलता की कामना करता हूं. मैं आपके सुझाव से पूरी तरह सहमत हूं कि हमें तेलुगु राज्यों के मुख्यमंत्रियों के रूप में आमने-सामने चर्चा करनी चाहिए. विभाजन कानून से संबंधित मुद्दों का समाधान जरूरी है. दोनों राज्यों के लोगों को अधिक सेवाएं प्रदान करने, विचारों को साझा करने और सहयोग करने के लिए आमने-सामने की बैठक आवश्यक है. तेलंगाना के लोगों और सरकार की ओर से, मैं आपको इस महीने की 6 तारीख को प्रजा भवन में आमने-सामने चर्चा के लिए आमंत्रित करता हूं'.
हैदराबाद में रेवंत रेड्डी के आवास पर बैठक का प्रस्ताव देते हुए नायडू ने विकास और खुशहाली के पारस्परिक लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए आंध्र प्रदेश और तेलंगाना के मुख्यमंत्रियों की जिम्मेदारी को रेखांकित किया.