गाजियाबादः गाजियाबाद में 29 अक्टूबर को कोर्ट में अधिवक्ताओं पर हुए लाठीचार्ज का मामला लगातार तूल पकड़ता जा रहा है. वकील लाठी चार्ज के विरोध में अपनी मांगों को लेकर सड़कों पर हैं. हाल ही में बार एसोसिएशन गाजियाबाद ने मांगें ना पूरी होने तक प्रतिदिन दो घंटे सड़क जाम करने की घोषणा की थी. 11 नवंबर से अधिवक्ता लगातार दोपहर 12 से 2 बजे तक कचहरी के सामने मुख्य सड़क को जाम कर रहे हैं. सड़क जाम होने के चलते आम लोगों को काफी समस्या हो रही है. मुख्य मार्ग बंद होने से लोगों को वैकल्पिक मार्गों का प्रयोग करना पड़ रहा है. लोग जाम की समस्या से जूझ रहे हैं.
जिला जज के तबादले की मांग: गाजियाबाद बार एसोसिएशन के अध्यक्ष दीपक शर्मा का कहना है कि शांतिपूर्वक तरीके से हमने 29 अक्टूबर से प्रदर्शन किया, लेकिन अधिवक्ताओं की मांगों पर कोई संज्ञान नहीं लिया गया. जिसके चलते अब हमें सड़क पर उतरना पड़ा. हमारी मांग है कि गाजियाबाद जिला जज का तबादला किया जाए, और निलंबन की कार्यवाही की जाए. अधिवक्ताओं पर लाठी चार्ज करने वाले पुलिसकर्मियों पर कार्यवाही हो. साथ ही अधिवक्ताओं पर दर्ज की गई एफआईआर रद्द की जाए. जब तक हमारी मांग पूरी नहीं होती हैं तब तक अधिवक्ताओं का प्रदर्शन इसी प्रकार से जारी रहेगा.
सोशल मीडिया पर विडियो फेक: सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो पर प्रतिक्रिया देते हुए गाजियाबाद बार एसोसिएशन के अध्यक्ष दीपक शर्मा ने कहा कि कल हमारे पास एक वीडियो आई थी जो की पूरी तरह से फेक है. अधिवक्ता एकजुट हैं और मजबूती के साथ अपना संघर्ष आगे बढ़ा रहे हैं. सोशल मीडिया पर फेक आईडी बनाकर वीडियो पोस्ट किया गया है. उस वीडियो का हम खंडन करते हैं. सभी अधिवक्ता हमारे साथ हैं. वीडियो में जो वकील दिख रहे हैं वह कोर्ट के नहीं हैं.
जिले के सभी अधिवक्ता हैं एकजुटः बार एसोसिएशन के पूर्व सचिव विजय गौड़ के मुताबिक जिले के सभी अधिवक्ता एकजुट होकर अपनी आवाज उठा रहे हैं. गाजियाबाद बार एसोसिएशन द्वारा आंदोलन को तेज करने को लेकर जो भी रणनीति तैयार की जाएगी, सभी अधिवक्ता उसका समर्थन करेंगे. सोशल मीडिया पर वायरल हो रही वीडियो पर सचिव विजय गौड़ ने कहा अधिवक्ताओं में फूड डालने के लिए एडिट करके वीडियो को वायरल किया गया है. गाजियाबाद में अधिवक्ता एकजुट हैं और अपनी मांगों को मजबूती के साथ उठा रहे हैं.
Uttar Pradesh: Lawyers in Ghaziabad blocked Hapur Road in protest against police baton charge on October 29. They demand the transfer of the district judge. pic.twitter.com/dweMLE0N6P
— IANS (@ians_india) November 12, 2024
बीते 13 दिन से लगातार अधिवक्ता अपनी मांगों को लेकर आवाज उठा रहे हैं और प्रदर्शन कर रहे हैं लेकिन मांगों पर अभी तक कोई संज्ञान नहीं लिया गया. जब सुनवाई नहीं होगी तो आंदोलन को तेज करना हमारे लिए आवश्यक है. जब भारत गुलाम था तब भी न्यायालय में अधिवक्ताओं के ऊपर कभी लाठीचार्ज नहीं हुआ. आजाद भारत की वकीलों पर लाठी चार्ज की यह पहली घटना है. -विनीत भारद्वाज,अधिवक्ता
सड़क जाम से स्थानीय लोगों को परेशानी: अधिवक्ताओं ने हापुड़ मार्ग के साथ सर्विस लेन को भी बंद कर रखा है. जिसके चलते दुपहिया वाहन चालकों को भी वापस लौटना पड़ रहा है. फिलहाल कचहरी के बाहर भारी संख्या में पुलिस फोर्स की तैनाती की गई है. आरडीसी फ्लाईओवर पर बैरिकेटिंग पर पुलिस द्वारा रूट डायवर्ट किया गया है. कचहरी, पुलिस उपायुक्त कार्यालय और जिला मुख्यालय आने वाले लोगों को काफी परेशानी उठानी पड़ रही है.
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