कोलकाता: सीबीआई कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में ट्रेन महिला डॉक्टर के रेप-मर्डर मामले की जांच कर रही है. सीबीआई की टीम मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल डॉ. संदीप घोष और अन्य डॉक्टरों से पूछताछ कर चुकी है. फिलहाल एजेंसी को मामले में कोई बड़ी सफलता नहीं मिली है.
सीबीआई ने संदीप घोष और चार अन्य डॉक्टरों का पॉलीग्राफ टेस्ट कराने की अदालत से अनुमति मांगी थी. गुरुवार को सीबीआई को पॉलीग्राफ टेस्ट कराने की अनुमति मिल गई है. सीबीआई ने संदीप घोष का पॉलीग्राफ टेस्ट कराने के लिए सियालदह कोर्ट में अर्जी दाखिल की थी. इसके अलावा, सीबीआई के अधिकारियों ने गुरुवार को संदीप और अस्पताल के चार छात्र डॉक्टरों का बयान भी दर्ज किया था.
#UPDATE | RG Kar Medical College and Hospital rape-murder case | CBI got Court's permission to conduct a polygraph test on former Principal Dr Sandip Ghosh and four doctors in Kolkata rape-murder case: CBI Sources
— ANI (@ANI) August 22, 2024
ईटीवी भारत ने सबसे पहले यह जानकारी दी थी कि सीबीआई के अधिकारी दुष्कर्म और हत्या मामले में आरजी कर मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष के पूछताछ के दौरान दिए गए बयान से संतुष्ट नहीं हैं. इसलिए उन्होंने संदीप घोष के पॉलीग्राफ टेस्ट के लिए आवेदन करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है. अधिकारियों ने इस बारे में दिल्ली में सीबीआई अधिकारियों से भी चर्चा की और उन्होंने सियालदह कोर्ट में संदीप घोष का पॉलीग्राफ टेस्ट कराने के लिए आवेदन किया. संदीप घोष और चार ट्रेनी डॉक्टरों को भी गुरुवार को सियालदह कोर्ट ले जाया गया. केंद्रीय जांच एजेंसी के अधिकारियों ने गुरुवार को उनका बयान लिया.
सीबीआई सूत्रों के अनुसार, जांचकर्ताओं ने उन चार ट्रेनी डॉक्टरों का गोपनीय बयान लिया, जिन्होंने 8 अगस्त की रात को आरजी कर मेडिकल कॉलेज की पीड़ित डॉक्टर छात्रा के साथ खाना खाया था. घटना की रात वहां मौजूद चार ट्रेनी डॉक्टरों में से एक हाउसस्टाफ था, जबकि बाकी तीन डॉक्टर थे.
पता चला है कि कोलकाता पुलिस की एसआईटी ने इससे पहले चारों ट्रेनी डॉक्टरों को लालबाजार स्थित पुलिस मुख्यालय बुलाया था. घटना की रात पीड़ित और उनके बीच वास्तव में क्या हुआ था? क्या उन्हें उस दिन मृतक की बातों में कोई असामान्यता दिखी थी? पुलिस ने इसका पता लगाने की कोशिश की. अब सीबीआई के अधिकारियों ने चारों ट्रेनी डॉक्टरों को बुलाया और बयान दर्ज कराने के लिए अदालत ले गए.
गौरतलब है कि सीबीआई घटना के सिलसिले में लगातार सात दिनों से पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष से पूछताछ कर रही है. संदीप घोष गुरुवार को तय समय पर सीजीओ कॉम्प्लेक्स गए थे. कुछ पूछताछ के बाद उन्हें सियालदह अदालत ले जाया गया.
सीएम ममता की दुष्कर्म-हत्या पर सख्त कानून बनाने की मांग
इधर, कोलकाता की घटना को लेकर भारी विरोध के बीच पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने दुष्कर्म और हत्या के मामलों को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है और ऐसे जघन्य अपराधों के लिए सख्त कानून बनाने की मांग की है. सीएम ममता ने देश भर में दुष्कर्म और हत्या के बढ़ रहे मामलों को लेकर चिंता जताई है. सीएम ममता बनर्जी के मुख्य सलाहकार अलपन बंदोपाध्याय ने गुरुवार को इस मुद्दे पर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की और कहा कि ममता बनर्जी एक ऐसे केंद्रीय कानून की मांग कर रही हैं, जो दोषियों को 15 दिनों में सजा सुना सके.
सीएम ममता ने पत्र में लिखा है कि देश में दुष्कर्म और हत्या की घटनाएं बढ़ रही हैं. देश भर में हर दिन दुष्कर्म के 90 मामले सामने आ रहे हैं. ऐसे में इस जघन्य अपराध के खिलाफ सख्त कानून की जरूरत है. प्रधानमंत्री को लिखे पत्र में यह भी कहा गया है कि सभी मामलों की सुनवाई 15 दिनों के भीतर की जाएगी और फास्ट ट्रैक कोर्ट के जरिए सजा सुनिश्चित की जाएगी.
संजय रॉय पर ट्रेनी डॉक्टर से हैवानियत करने का आरोप
ट्रेनी महिला डॉक्टर की रेप के बाद हत्या मामले में संजय रॉय नामक के आरोपी को गिरफ्तार किया गया, जो फिलहाल सीबीआई की कस्टडी में है. संजय रॉय पर आरजी कर मेडिकल कॉलेज में 31 साल की ट्रेनी डॉक्टर के साथ दुष्कर्म करने और उसकी बेरहमी से हत्या करने का आरोप है. संजय रॉय कोलकाता पुलिस कल्याण बोर्ड में स्वयंसेवक के रूप में काम करता था और आरजी कर अस्पताल की पुलिस चौकी में उसकी नियुक्ति थी.
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