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वायनाड लैंडस्लाइड: लाचार शख्स देखता रह गया और एक झटके में खत्म हुआ 16 सदस्यों का परिवार - WAYANAD LANDSLIDES UPDATE - WAYANAD LANDSLIDES UPDATE

WAYANAD LANDSLIDES UPDATE: केरल के वायनाड में हुए विनाशकारी भूस्खलन में एक शख्स ने अपने परिवार के 16 लोगों को खो दिया. इस आपदा के बारे में बात करते हुए साहिर की आंखें नम हो गई, उसने क्या कहा पढ़ें पूरी खबर...

WAYANAD LANDSLIDES UPDATE
वायनाड लैंडस्लाइड (ANI)
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Aug 2, 2024, 5:01 PM IST

Updated : Aug 2, 2024, 10:03 PM IST

वायनाड: केरल के वायनाड में हुए विनाशकारी लैंडस्लाइड में अबतक 316 से ज्यादा लोगों की जान चली गई है, जबकि लगभग 300 लोग अभी भी लापता हैं. इस आपदा में एक साहिर नाम के शख्स ने अपना पूरा परिवार ही खो दिया है.

जानकारी के मुताबिक मुंडक्कई चूरल हाई स्कूल रोड के रहने वाले साहिर के परिवार में लगभग 16 लोग थे. वे सभी इस हादसे का शिकार हो गए. 16 लोगों में से 7 के शव बरामद कर लिया गए हैं, लेकिन 9 लोग अभी भी लापता हैं. इन सभी लापता लोगों की तलाश जारी है.

बेबस साहिर अपने परिवार के लापता लोगों के इंतजार में रास्ता देख रहा है. इसे एक आशा है कि उसके परिवार के लापता लोग जीवित होंगे और एक दिन वापस आएंगे. उस भयानक दिन की त्रासदी के बारे में बात करते हुए साहिर की आंखों में डर अभी भी समाया है. साहिर ने मीडिया को बताया कि कैसे यह आपदा आई और सबकुछ एक झटके में खत्म हो गया. उसका कहना है कि यदि आज हम यहां नहीं होते तो हमारा परिवार सुरक्षित होता.

साहिर उस लैंडस्लाइड के बारे में बात करते हुए आंखों में आंसू भरकर कहा कि मैं उस रात भयावह आवाज के कारण सो नहीं पाया था. रात के करीब डेढ़ बजे थे. मैंने अपनी पत्नी को फोन किया. हमने अन्य रिश्तेदारों को फोन किया, जो कुछ मीटर दूर रहते थे. लेकिन उनका फोन केवल एक बार बजा. फिर फोन बंद हो गया. कुछ ही समय में पानी बहने लगा. हम 15 मीटर दूर अंधेरे में एक पहाड़ी पर चढ़ गए, फिर तीसरा विस्फोट हुआ जो सबसे बड़ा था. इसने सब कुछ नष्ट कर दिया. इसमें मैंने अपनी मां, बहन, भाई की पत्नी और उनके 2 बच्चों समेत 16 लोगों को खो दिया. साहिर ने कहा कि वह असहाय होकर केवल देखता रह गया और कुछ कर नहीं सका.

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जानकारी के मुताबिक मुंडक्कई चूरल हाई स्कूल रोड के रहने वाले साहिर के परिवार में लगभग 16 लोग थे. वे सभी इस हादसे का शिकार हो गए. 16 लोगों में से 7 के शव बरामद कर लिया गए हैं, लेकिन 9 लोग अभी भी लापता हैं. इन सभी लापता लोगों की तलाश जारी है.

बेबस साहिर अपने परिवार के लापता लोगों के इंतजार में रास्ता देख रहा है. इसे एक आशा है कि उसके परिवार के लापता लोग जीवित होंगे और एक दिन वापस आएंगे. उस भयानक दिन की त्रासदी के बारे में बात करते हुए साहिर की आंखों में डर अभी भी समाया है. साहिर ने मीडिया को बताया कि कैसे यह आपदा आई और सबकुछ एक झटके में खत्म हो गया. उसका कहना है कि यदि आज हम यहां नहीं होते तो हमारा परिवार सुरक्षित होता.

साहिर उस लैंडस्लाइड के बारे में बात करते हुए आंखों में आंसू भरकर कहा कि मैं उस रात भयावह आवाज के कारण सो नहीं पाया था. रात के करीब डेढ़ बजे थे. मैंने अपनी पत्नी को फोन किया. हमने अन्य रिश्तेदारों को फोन किया, जो कुछ मीटर दूर रहते थे. लेकिन उनका फोन केवल एक बार बजा. फिर फोन बंद हो गया. कुछ ही समय में पानी बहने लगा. हम 15 मीटर दूर अंधेरे में एक पहाड़ी पर चढ़ गए, फिर तीसरा विस्फोट हुआ जो सबसे बड़ा था. इसने सब कुछ नष्ट कर दिया. इसमें मैंने अपनी मां, बहन, भाई की पत्नी और उनके 2 बच्चों समेत 16 लोगों को खो दिया. साहिर ने कहा कि वह असहाय होकर केवल देखता रह गया और कुछ कर नहीं सका.

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Last Updated : Aug 2, 2024, 10:03 PM IST
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