नई दिल्ली: दिल्ली में अगले साल विधानसभा चुनाव होना है. चुनाव को लेकर आम आदमी पार्टी ने अपनी तैयारियां तेज कर दी है. इन दिनों आम आदमी पार्टी के नेता जनसंपर्क अभियान चला रहे हैं. आम आदमी पार्टी इस बार दिल्ली में पूर्ण बहुमत से हैट्रिक बनाना चाहती है. वहीं, आप इस बार महाराष्ट्र और झारखंड विधानसभा चुनाव में हिस्सा नहीं ले रही है. मगर पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल इन दोनों ही राज्यों में इंडिया गठबंधन में शामिल दलों के प्रत्याशियों के लिए प्रचार करेंगे.
झारखंड मुक्ति मोर्चा के प्रत्याशियों के लिए प्रचार: हालांकि, इंडिया गठबंधन में सबसे बड़े घटक दल के रूप में शामिल कांग्रेस उम्मीदवारों के लिए केजरीवाल चुनाव प्रचार नहीं करने जा रहे हैं. केजरीवाल महाराष्ट्र में विशेष तौर पर शिव सेना-UBT और NCP-शरद पवार के लिए प्रचार करेंगे. पार्टी सूत्रों के मुताबिक, शिव सेना-UBT और NCP-SP ने महाराष्ट्र में प्रचार के लिए आम आदमी पार्टी से संपर्क किया है. साथ ही केजरीवाल झारखंड में झारखंड मुक्ति मोर्चा के प्रत्याशियों के लिए प्रचार करेंगे.
अरविंद केजरीवाल का शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के अलावा शरद पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी और झारखंड में हेमंत सोरेन की पार्टी के लिए चुनाव प्रचार को इस रूप में भी देखा जा रहा है कि इन राजनीतिक दलों के नेताओं के साथ केजरीवाल के व्यक्तिगत संबंध रहे हैं. झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन जब मनी लांड्रिंग के मामले में जेल में बंद थे, तब केजरीवाल उनके परिवार को सहानुभूति जताने गए थे.
अरविंद केजरीवाल लोकसभा चुनाव के दौरान हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन के साथ जमशेदपुर में संयुक्त रैली में भी हिस्सा लिए थे. जब केजरीवाल शराब घोटाला मामले में तिहाड़ जेल में बंद हुए तब भी हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन केजरीवाल के परिवार का हाल-चाल लिया था. हेमंत सोरेन जब जमानत पर बाहर आए तो 13 जुलाई को वह भी दिल्ली जाकर सुनीता केजरीवाल से मिले थे. हेमंत सोरेन से केजरीवाल के नजदीकी संबंध रहे हैं. दिल्ली और रांची आने-जाने के क्रम में दोनों नेता आपस में मुलाकात करते रहे हैं.
उद्धव ठाकरे और केजरीवाल के बीच संबंध: इसी तरह 8 अगस्त को महाराष्ट्र में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले उद्धव ठाकरे दिल्ली में थे, तब वे केजरीवाल की धर्मपत्नी सुनीता केजरीवाल से मुलाकात किया था. अरविंद केजरीवाल जेल जाने के बाद यह पहला अवसर था, जब उद्धव ठाकरे खास तौर से सुनीता केजरीवाल से मिले थे. लोकसभा चुनाव के बाद उद्धव ठाकरे पहली बार दिल्ली आए थे.
शिवसेना (यूबीटी) के प्रमुख उद्धव ठाकरे और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल के बीच शुरू से ही बेहतर संबंध रहे हैं. दिल्ली से संबंधित कई मुद्दों पर जब भी केजरीवाल को अन्य राजनीतिक दलों का समर्थन और सलाह की जरूरत महसूस हुई, वो मुंबई जाकर उद्धव ठाकरे से जरूर मिलते थे. यहां तक की लोकसभा चुनाव के लिए बने इंडिया गठबंधन में शामिल उद्धव ठाकरे और अरविंद केजरीवाल के बीच सियासी समीकरण से कार्यकर्ताओं में अलग संदेश देने की कोशिश की जाती रही है.
बता दें कि आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल इंडिया गठबंधन में शामिल राजनीतिक दलों के प्रत्याशियों के लिए चुनाव प्रचार तो करने जाएंगे, लेकिन कांग्रेस प्रत्याशियों के लिए प्रचार के लिए उनके पास कोई प्रस्ताव नहीं आया है.
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