कासरगोड: केरल के कासरगोड जिले में नीलेश्वर मंदिर में आग लगने की घटना में दो लोगों की मौत हो गई. मृतकों में किनावूर के रतीश (32) और संदीप (38) शामिल हैं. दोनों आग की चपेट में आने से बुरी तरह झुलस गए थे और कोझिकोड और कन्नूर में इलाज चल रहा था. इलाज के दौरान शनिवार को संदीप की मौत हो गई और रतीश ने रविवार को दम तोड़ दिया.
अधिकारियों ने बताया कि आग के कारण रतीश 60 फीसदी झुलस गया था, जबकि संदीप की शरीर 40 फीसदी झुलसा था. इस हादसे में घायल हुए करीब 98 लोगों का विभिन्न अस्पतालों में इलाज चल रहा है. अग्निकांड में कुल 154 लोग घायल हुए थे.
घटना पर एडीएम की जांच रिपोर्ट जल्द ही जिला कलेक्टर को सौंपी जाएगी.
अग्निकांड के बाद मंदिर के चार पदाधिकारी फरार हैं. फिलहाल कन्हांगड के पुलिस उपाधीक्षक बाबू पेरिंगोथ के नेतृत्व में मामले की जांच चल रही है.
वहीं, नीलेश्वर आतिशबाजी दुर्घटना मामले में तीन आरोपियों की जमानत रद्द कर दी गई. सीजेएम कोर्ट ने आरोपियों की जमानत याचिका को खारिज कर दिया. मंदिर समिति के अध्यक्ष चंद्रशेखरन, सचिव भारतन और पटाखे फोड़ने वाले राजेश की जमानत रद्द कर दी गई.
यह घटना 28 अक्टूबर की देर रात नीलेश्वरम के पास अंजुत्तनबलम वीरेरकावु मंदिर में हुई, जब आसपास के क्षेत्र में रखे पटाखों में विस्फोट हो गया. विस्फोटक पदार्थ अधिनियम और भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज करने के बाद मंगलवार को इस घटना के सिलसिले में मंदिर समिति के दो अधिकारियों सहित तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया थी.
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