मैसूर: कर्नाटक के मैसूर जिले के एक गांव में चरित्र संदेह होने पर उसके पति के द्वारा 12 साल तक घर में नजरबंद किए जाने का मामला सामने आया है. पुलिस ने छापा मारकर पीड़िता को बचाने के साथ ही आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है.
बताया जाता है कि तालुक के एच मटकेरे गांव में पुलिस ने गुप्त सूचना मिलने के बाद बुधवार रात को घर पर छापा मारकर पीड़िता को बचा लिया और आरोपी सन्नालैया को गिरफ्तार कर लिया गया. इतना ही नहीं आरोप ने अपनी पत्नी को एक कमरे के अंदर बंद कर रखा और दरवाजे पर उसने तीन ताले लगा रखे थे. प्रारंभिक जांच के दौरान पता चला है कि पीड़िता आरोपी की तीसरी पत्नी है और उसके दो बच्चे भी हैं.
आरोपी की दो पत्नियां उसकी प्रताड़ना की वजह से पहले ही अलग हो गई थी. वहीं शक के आधार पर उसने तीसरी पत्नी को भी घर में ही नजरबंद कर रखा था. कमरे की सभी खिड़कियां बंद कर दी गईं थीं और उसे बाहर किसी से बात करने की भी इजाजत नहीं थी. पुलिस सूत्र ने बताया कि घर में शौचालय नहीं होने के कारण वह एक बाल्टी रखता था और रात में उसे साफ करता था. आरोपियों को समझाइश देने के लिए गांव के बुजुर्गों ने कई बार बैठकें कीं. हालांकि, उसने गलती को सुधारे बिना अपना कार्य जारी रखा.
इस संबंध में पीड़िता ने बताया कि मेरे पति ने मुझे बंद कर दिया था और वह मुझे अपने बच्चों से खुलकर बात भी नहीं करने देता था. वह बिना किसी कारण मुझे बार-बार थप्पड़ मारता था. उसने कहा कि गांव के सभी लोग उससे डरते हैं. देर रात घर आने तक वह मेरे बच्चों को मेरे साथ नहीं रहने देता था. पीड़िता ने कहा मुझे उन्हें छोटी खिड़की से खाना देना पड़ा. फिलहाल पुलिस आरोपी को गिरफ्तार कर पूछताछ कर रही है.
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