बलरामपुर: बलरामपुर पुलिस ने झारखंड के नक्सली सत्यनारायण यादव उर्फ बालाजी को अरेस्ट करने में सफलता हासिल की है. माओवादी बालाजी झारखंड जन मुक्ति परिषद का सदस्य है. कुसमी से पुलिस ने इस खूंखार माओवादी को गिरफ्तार किया है. माओवादी बालाजी के पास से दो 315 बोर की पिस्टल और चार कारतूस मिले हैं. इसके अलावा कई नक्सल पर्चे, नक्सल लेटरपैड और नक्सलियों की डायरी मिली है.
नक्सली बालाजी की क्राइम कुंडली जानिए: नक्सली सत्यनारायण यादव उर्फ बालाजी कई नक्सल घटनाओं में शामिल रहा है. उसने सामरी माइंस में आगजनी की घटना को अंजाम देने में अहम भूमिका निभाई.
"सामरी थाना क्षेत्र का मामला है यहां 4 जुलाई और 13 जुलाई को दो घटनाएं हुई थी. टाटीझरिया माइंस में कुछ लोगों ने नक्सली पर्चे फेंके थे और आगजनी की थी. कई वाहनों को आग के हवाले किया था. इस घटना को लेकर सामरी थाने में केस दर्ज हुआ था. इसी केस में नक्सली सत्यनारायण यादव उर्फ बालाजी को गिरफ्तार किया गया है. आरोपी के कब्जे से दो देसी पिस्टल और अन्य चीजें जब्त की गई है": राजेश अग्रवाल, एसपी, बलरामपुर
नक्सली बालाजी ने जुर्म किया कबूल: बलरामपुर के एसपी राजेश अग्रवाल के मुताबिक नक्सली बालाजी ने आगजनी की बात स्वीकार कर ली है. टाटीझरिया गांव में सुरक्षा गार्डों से मारपीट, आगजनी और मोबाइल लूटने की घटना में भी वह शामिल था. अब बलरामपुर पुलिस झारखंड के लातेहार पुलिस से बालाजी की क्राइम कुंडली मांगी है. उसके आधार पर सत्यनारायण यादव उर्फ बालाजी पर आगे और तेज कार्रवाई होगी.
बलरामपुर झारखंड और छत्तीसगढ़ का बॉर्डर है. यह इलाका झारखंड के नक्सलग्रस्त इलाकों से सटा हुआ है. इस लिहाज से यहां नक्सली अक्सर क्राइम कर भाग जाते हैं. अब नक्सली बालाजी की गिरफ्तारी से पुलिस को अहम लीड मिल सकती है.