श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने सोमवार को भारतीय जनता पार्टी के कार्यों की निंदा की और विद्वान और लेखिका निताशा कौल के साथ एकजुटता व्यक्त की. पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी की अध्यक्ष महबूबा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि 'बीजेपी अपने आलोचकों को परेशान करने और दंडित करने के लिए बेशर्मी से पासपोर्ट को हथियार बना रही है.'
उन्होंने पोस्ट में आगे लिखा कि 'बीजेपी सरकार ओसीआई कार्ड रद्द कर रही है और आलोचकों पर अवैध यात्रा प्रतिबंध लगा रही है.' उन्होंने आगे कहा कि 'आतिश तासीर, अशोक स्वैन और अब निताशा कौल. निताशा के साथ उस कष्टदायक अनुभव के लिए एकजुटता से खड़े रहें, जिससे उसे केवल इसलिए गुजरना पड़ा, क्योंकि वह उनकी घृणित विभाजनकारी विचारधारा से सहमत नहीं है.'
जानकारी के अनुसार अपने शैक्षणिक कार्य और विभिन्न सामाजिक और राजनीतिक मुद्दों पर टिप्पणी के लिए प्रसिद्ध कौल ने सोशल मीडिया पर अपना अनुभव साझा करते हुए इसे एक कठोर परीक्षा बताया. उन्होंने भाजपा पर अपनी नीतियों की आलोचना करने वाली आवाजों को दबाने के लिए राज्य तंत्र का उपयोग करने का आरोप लगाया.
हालांकि विदेश मंत्रालय ने इस मामले पर कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है, लेकिन आरोपों ने असहमति की आवाजों के खिलाफ राज्य की शक्ति के दुरुपयोग पर बहस छेड़ दी है. दूसरी ओर, भाजपा ने आरोपों को खारिज करते हुए कहा है कि ये उपाय राष्ट्रीय सुरक्षा हितों के अनुरूप हैं और आलोचक नियमित प्रशासनिक कार्रवाइयों को सनसनीखेज बनाने का प्रयास कर रहे हैं.