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विदेश मंत्री जयशंकर की कनाडा को कड़ी नसीहत, कहा- वहां कुछ होगा तो प्रतिक्रिया होगी - Jaishankar on Canada

Jaishankar on pro-Khalistani activities in Canada: विदेश मंत्री एस जयशंकर ने खालिस्तान समर्थकों को पनाह देने के लिए कनाडा की जस्टिन ट्रूडो सरकार की आलोचना की है. उन्होंने कहा कि भारत की चेतावनी के बाद भी कनाडा ने संगठित अपराध से जुड़े लोगों को वीजा जारी किया और उनका स्वागत किया. पढ़ें पूरी खबर.

Jaishankar on Canada
विदेश मंत्री एस जयशंकर (फाइल फोटो- ANI)
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By ANI

Published : May 5, 2024, 5:50 PM IST

भुवनेश्वर: विदेश मंत्री एस जयशंकर ने एक इंटरव्यू में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के नाम पर 'चरमपंथ, अलगाववाद और हिंसा के पैरोकारों' को स्थान और वैधता देने के लिए कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के नेतृत्व वाली सरकार की आलोचना की. जयशंकर ने कहा कि भारत की चेतावनी के बावजूद कनाडा संगठित अपराध से जुड़े लोगों को वीजा जारी कर रहा है. अपनी पुस्तक 'व्हाई भारत मैटर्स' (Why Bharat Matters) पर बातचीत के लिए ओडिशा के बुद्धिजीवियों और पेशेवरों के साथ मंच साझा करते हुए जयशंकर ने कहा कि कनाडा में 'पाकिस्तान समर्थक' कुछ लोगों ने खुद को राजनीतिक रूप से संगठित किया है और एक प्रभावशाली राजनीतिक लॉबी बन गए हैं.

कनाडा में खालिस्तान समर्थक गतिविधियों के बढ़ने और आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में कथित संलिप्तता के आरोप में तीन भारतीयों की गिरफ्तारी पर जयशंकर ने कहा कि उन्होंने रिपोर्ट देखी है कि तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है और कनाडाई पुलिस ने कुछ जांच की है. उन्होंने कहा कि कुछ देशों में, इस तरह के लोगों ने खुद को राजनीतिक रूप से संगठित किया है और एक राजनीतिक लॉबी बन गए हैं. इनमें से कुछ लोकतांत्रिक देशों में नेताओं को यह विश्वास दिलाया जाता है कि अगर वे इन लोगों का सम्मान करते हैं या इन लोगों की चापलूसी करते हैं, तो इन लोगों के पास एक समुदाय का समर्थन हासिल करने की कुछ क्षमता है. इस वजह से उन्होंने इन देशों की राजनीति में अपने लिए जगह बनाने की कोशिश की है. लेकिन इस समय अमेरिका में यह इतनी बड़ी समस्या नहीं है.

जयशंकर ने कहा कि अभी हमारी सबसे बड़ी समस्या कनाडा में है, क्योंकि कनाडा की सत्ताधारी पार्टी और वहां की अन्य पार्टियों ने इस तरह के उग्रवाद, अलगाववाद और हिंसा के पैरोकारों को अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के नाम पर वैधता दे दी है. जब उन्हें कुछ बताया जाता है तो उनका जवाब होता है कि ऐसा नहीं है. हम लोकतांत्रिक देश हैं, लेकिन यह अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता है. लेकिन उन देशों को यह समझने की जरूरत है कि अब दुनिया एकतरफा नहीं रह गई है. अगर वहां ऐसा होता है, तो उसका विरोध होगा. न्यूटन का नियम वहां भी लागू होगा. प्रतिक्रिया होगी. दूसरे लोग कदम उठाएंगे या उसका प्रतिकार करेंगे.

गौरतलब है कि 18 जून, 2023 में कनाडा के सरे शहर में एक गुरुद्वारे से बाहर खालिस्तानी आतंकी निज्जर की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. इस साल मार्च में उसकी हत्या का वीडियो क्लिप सामने आया था, जिसमें हमलावर कथित तौर पर निज्जर को गोली मारते हुए दिखाई दे रहे थे.

कनाडा ने संगठित अपराध से जुड़े लोगों का स्वागत किया
जयशंकर ने कहा कि नई दिल्ली की चेतावनियों को नजरअंदाज करते हुए कनाडा भारत में संगठित अपराध से जुड़े लोगों का स्वागत कर रहा है. कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि अक्सर हमारे दूतावासों को धमकियां मिलती हैं. ऐसी घटनाएं बहुत चिंतित करती हैं और मैं वहां के विदेश मंत्री से कहता हूं कि अगर ऐसा आपके साथ हो, आपके दूतावास पर हमले हों और राजनिय को धमकियां दी जाएं और आपके झंडे का अपमान किया जाए तो आप क्या प्रतिक्रिया रहेगी.

उन्होंने कह कि निज्जर हत्याकांड में हमें इस विशेष रिपोर्ट पर अपनी स्थिति मजबूत रखनी होगी. कुछ लोगों को गिरफ्तार किया गया है, हो सकता है कि उनकी पुलिस ने कुछ जांच की हो. लेकिन सच्चाई यह है कि पंजाब में संगठित अपराध से जुड़े कई लोगों का कनाडा में स्वागत किया गया है. हमने कनाडा से कहा है कि ये भारत से वांछित अपराधी हैं, लेकिन उन्हें वीजा दिया गया. उनमें से कई झूठे दस्तावेजों के साथ कनाडा गए और फिर भी उन्हें वहां रहने की अनुमति दी गई. अगर आप राजनीतिक उद्देश्यों के लिए संदिग्ध और नकारात्मक पृष्ठभूमि वाले लोगों को शरण देंगे तो समस्याएं होंगी.

ये भी पढ़ें- जयशंकर ने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के 'जेनोफोबिया' वाले आरोप को किया खारिज

भुवनेश्वर: विदेश मंत्री एस जयशंकर ने एक इंटरव्यू में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के नाम पर 'चरमपंथ, अलगाववाद और हिंसा के पैरोकारों' को स्थान और वैधता देने के लिए कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के नेतृत्व वाली सरकार की आलोचना की. जयशंकर ने कहा कि भारत की चेतावनी के बावजूद कनाडा संगठित अपराध से जुड़े लोगों को वीजा जारी कर रहा है. अपनी पुस्तक 'व्हाई भारत मैटर्स' (Why Bharat Matters) पर बातचीत के लिए ओडिशा के बुद्धिजीवियों और पेशेवरों के साथ मंच साझा करते हुए जयशंकर ने कहा कि कनाडा में 'पाकिस्तान समर्थक' कुछ लोगों ने खुद को राजनीतिक रूप से संगठित किया है और एक प्रभावशाली राजनीतिक लॉबी बन गए हैं.

कनाडा में खालिस्तान समर्थक गतिविधियों के बढ़ने और आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में कथित संलिप्तता के आरोप में तीन भारतीयों की गिरफ्तारी पर जयशंकर ने कहा कि उन्होंने रिपोर्ट देखी है कि तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है और कनाडाई पुलिस ने कुछ जांच की है. उन्होंने कहा कि कुछ देशों में, इस तरह के लोगों ने खुद को राजनीतिक रूप से संगठित किया है और एक राजनीतिक लॉबी बन गए हैं. इनमें से कुछ लोकतांत्रिक देशों में नेताओं को यह विश्वास दिलाया जाता है कि अगर वे इन लोगों का सम्मान करते हैं या इन लोगों की चापलूसी करते हैं, तो इन लोगों के पास एक समुदाय का समर्थन हासिल करने की कुछ क्षमता है. इस वजह से उन्होंने इन देशों की राजनीति में अपने लिए जगह बनाने की कोशिश की है. लेकिन इस समय अमेरिका में यह इतनी बड़ी समस्या नहीं है.

जयशंकर ने कहा कि अभी हमारी सबसे बड़ी समस्या कनाडा में है, क्योंकि कनाडा की सत्ताधारी पार्टी और वहां की अन्य पार्टियों ने इस तरह के उग्रवाद, अलगाववाद और हिंसा के पैरोकारों को अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के नाम पर वैधता दे दी है. जब उन्हें कुछ बताया जाता है तो उनका जवाब होता है कि ऐसा नहीं है. हम लोकतांत्रिक देश हैं, लेकिन यह अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता है. लेकिन उन देशों को यह समझने की जरूरत है कि अब दुनिया एकतरफा नहीं रह गई है. अगर वहां ऐसा होता है, तो उसका विरोध होगा. न्यूटन का नियम वहां भी लागू होगा. प्रतिक्रिया होगी. दूसरे लोग कदम उठाएंगे या उसका प्रतिकार करेंगे.

गौरतलब है कि 18 जून, 2023 में कनाडा के सरे शहर में एक गुरुद्वारे से बाहर खालिस्तानी आतंकी निज्जर की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. इस साल मार्च में उसकी हत्या का वीडियो क्लिप सामने आया था, जिसमें हमलावर कथित तौर पर निज्जर को गोली मारते हुए दिखाई दे रहे थे.

कनाडा ने संगठित अपराध से जुड़े लोगों का स्वागत किया
जयशंकर ने कहा कि नई दिल्ली की चेतावनियों को नजरअंदाज करते हुए कनाडा भारत में संगठित अपराध से जुड़े लोगों का स्वागत कर रहा है. कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि अक्सर हमारे दूतावासों को धमकियां मिलती हैं. ऐसी घटनाएं बहुत चिंतित करती हैं और मैं वहां के विदेश मंत्री से कहता हूं कि अगर ऐसा आपके साथ हो, आपके दूतावास पर हमले हों और राजनिय को धमकियां दी जाएं और आपके झंडे का अपमान किया जाए तो आप क्या प्रतिक्रिया रहेगी.

उन्होंने कह कि निज्जर हत्याकांड में हमें इस विशेष रिपोर्ट पर अपनी स्थिति मजबूत रखनी होगी. कुछ लोगों को गिरफ्तार किया गया है, हो सकता है कि उनकी पुलिस ने कुछ जांच की हो. लेकिन सच्चाई यह है कि पंजाब में संगठित अपराध से जुड़े कई लोगों का कनाडा में स्वागत किया गया है. हमने कनाडा से कहा है कि ये भारत से वांछित अपराधी हैं, लेकिन उन्हें वीजा दिया गया. उनमें से कई झूठे दस्तावेजों के साथ कनाडा गए और फिर भी उन्हें वहां रहने की अनुमति दी गई. अगर आप राजनीतिक उद्देश्यों के लिए संदिग्ध और नकारात्मक पृष्ठभूमि वाले लोगों को शरण देंगे तो समस्याएं होंगी.

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