नई दिल्ली : मौजूदा लोकसभा चुनाव में पांचवें दौर के मतदान के बाद, कांग्रेस ने सोमवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जाने में केवल 15 दिन बचे हैं. उन्होंने दावा किया कि देश भर में बदलाव की हवा चल रही है और इंडिया सत्तारूढ़ एनडीए को परास्त करने के लिए पूरी तरह से तैयार है.
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने एक बयान में कहा कि पांच चरणों के मतदान के साथ, 428 सीटों के लिए मतदान समाप्त हो गया है और मोदी के जाने में केवल 15 दिन बचे हैं. उन्होंने कहा कि चरण 1 के बाद से जो रुझान सामने आ रहे हैं, चरण पांच तक उन्हें केवल मजबूती ही मिली है. यह स्पष्ट है कि भाजपा दक्षिण में साफ, उत्तर, पश्चिम और पूरब में आधी रह जायेगी.
उन्होंने कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि इंडिया गठबंधन पहले ही 272 सीटों का आधा आंकड़ा पार कर चुका है. कुल मिलाकर गठबंधन 350 से अधिक सीटें जीतने की ओर अग्रसर है. मोदी का जाना अब लगभग तय हो गया है.
रमेश ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, कमरतोड़ महंगाई, रिकॉर्ड-उच्च बेरोजगारी, और संविधान को बदलने और आरक्षण समाप्त करने की भाजपा की धमकियों ने भारतीय मतदाताओं के मन में यह स्पष्ट कर दिया है कि मोदी को जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि चुनाव कांग्रेस के सकारात्मक अभियान के इर्द-गिर्द केंद्रित है और सबसे पुरानी पार्टी का 'न्याय पत्र' (घोषणापत्र) और गारंटी अन्य सभी राजनीतिक दलों के संदेश का फोकस है.
'खटा-खट' के नारे ने लोगों का ध्यान इस हद तक खींच लिया है कि निवर्तमान प्रधानमंत्री भी इस पर प्रतिक्रिया देने के लिए मजबूर हो गए हैं. पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत प्रत्येक व्यक्ति के लिए मुफ्त खाद्यान्न के आवंटन को दोगुना करने की हमारी अंतिम गारंटी की घोषणा ने उत्तर और पूर्वी भारत में आग पकड़ ली है.
हर एक ग्राउंड रिपोर्ट बहुत स्पष्ट है. हवा बदल रही है, आंधी बन रही है. इंडिया गठबंधन एनडीए को परास्त करने के लिए तैयार है. रमेश ने विपक्षी गुट की टैगलाइन 'बदलेगा भारत, जीतेगा इंडिया' का उपयोग करते हुए माइक्रोब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म पर कहा कि कार्यालय में उनके आखिरी दिन करीब आ रहे हैं, मोदी ने अपना सामान्य '3डी' चुनाव अभियान जारी रखा है. विकृत करना, ध्यान भटकाना और बदनाम करना.
उन्होंने लिखा कि एक भी सकारात्मक एजेंडे के साथ आने में विफल रहने के बाद, और '400 पार' और 'मोदी की गारंटी' जैसे नारों को दफनाने के लिए मजबूर होने के बाद, निवर्तमान प्रधान मंत्री ने उग्र सांप्रदायिक मोड़ ले लिया. वह सांप्रदायिक नफरत का खुला सहारा ले रहे हैं.
कांग्रेस नेता ने दावा किया कि प्रतिक्रिया से घबराकर, पीएम ने अब दावा किया है कि अगर उन्हें कभी हिंदू-मुस्लिम राजनीति का सहारा लेना पड़ा तो वह 'सार्वजनिक जीवन के लिए अयोग्य' हो जाएंगे. चुनाव आयोग (ईसी) पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग की 'गहरी नींद' दुर्भाग्यपूर्ण रही है. उन्होंने आरोप लगाया कि सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), जिसका नेतृत्व मोदी आगे कर रहे हैं, दैनिक आधार पर आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन कर रही है.