ETV Bharat / bharat

अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 2024: 'गर्भवती कर्मचारी को धमकी दी गई', महबूबा मुफ्ती का आरोप - International Yoga Day 2024

Mehbooba Mufti On International Yoga Day: जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने आरोप लगाया है कि गर्भवती कर्मचारियों को धमकी दी गई थी कि वे या तो अपनी नौकरी बचा लें या फिर योगा दिवस पर आयोजित प्रोग्राम में शामिल हों.

Mehbooba Mufti
महबूबा मुफ्ती (ANI)
author img

By ETV Bharat Hindi Team

Published : Jun 21, 2024, 5:24 PM IST

श्रीनगर: जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती और आरटीआई कार्यकर्ता डॉ राजा मुजफ्फर भट ने श्रीनगर में आयोजित अंतरराष्ट्रीय योग दिवस कार्यक्रम में महिला कर्मचारियों के साथ किए गए व्यवहार पर चिंता जताई है. उन्होंने इस बात की आलोचना की कि महिलाओं को कार्यक्रम में भाग लेने के लिए सुबह 4 बजे कपड़े बदलने पड़े.

डॉ. राजा मुजफ्फर भट ने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया, 'अंतरराष्ट्रीय योग दिवस समारोह में महिला सरकारी कर्मचारियों को बुधवार को सुबह 4 बजे एसपी कॉलेज श्रीनगर पहुंचने के लिए कहा गया था. वे सुबह 3 बजे अपने घरों से निकलीं और उन्हें कॉलेज में अपने कपड़े बदलने और फिर SKICC जाने के लिए कहा गया. यह उचित व्यवहार नहीं है. यह बहुत ही ऑड टाइम है. महिलाओं की जगह कार्यक्रम में पुरुषों को बुलाया जा सकता था.'

'गर्भवती कर्मचारियों को भी नहीं बख्शा'
वहीं, मामले में महबूबा मुफ्ती ने एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा, 'जश्न का एक अवसर लोगों में भय भर देता है. अंतरराष्ट्रीय योग दिवस से एक दिन पहले, सभी सरकारी कर्मचारियों के साथ-साथ स्कूली बच्चों को भी अलग-अलग स्थानों पर निर्धारित समय पर उपस्थित होने का आदेश दिया गया. वहीं, गर्भवती कर्मचारियों को भी नहीं बख्शा गया. एक गर्भवती कर्मचारियों को धमकी दी गई कि वह अपनी नौकरी या कार्यक्रम में उपस्थित रहने के बीच चुनाव करे.'

जम्मू कश्मीर कॉलेजों की निदेशक ने किया खंडन
इन आरोपों के जवाब में जम्मू कश्मीर कॉलेजों की निदेशक डॉ यास्मीन आशाई ने एक प्रेस कर बयान जारी किया. उन्होंने अपने बयान में इन दावों का खंडन किया. बयान में कहा गया है कि योग दिवस समारोह में महिलाओं के साथ अनुचित व्यवहार के आरोप गलत हैं. उन्होंने स्पष्ट किया कि सभी प्रतिभागियों ने स्वेच्छा से कार्यक्रम में भाग लिया और किसी भी कर्मचारी को प्रोग्राम में शामिल होने के लिए मजबूर नहीं किया गया.

निदेशक ने आगे कहा कि कर्मचारियों को अपने कपड़े बदलने के लिए नहीं कहा गया था, बल्कि उन्हें अपने मौजूदा कपड़ों के ऊपर पहनने के लिए लॉन्ग ट्यूनिक दिए गए थे, ताकि उनको कोई दिक्कत न हो, निदेशक ने कहा कि गर्भवती कर्मचारियों या बीमारे से जूझने वालों को भी योग दिवस समारोह में भाग लेने के लिए नहीं कहा गया.

पीएम मोदी ने दी शुभकामनाएं
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को श्रीनगर से 10वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर दुनिया को शुभकामनाएं दीं. इस दौरान पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि श्रीनगर में हम योग के माध्यम से ऊर्जा महसूस कर सकते हैं. पिछले साल, मैंने अमेरिका में संयुक्त राष्ट्र में योग दिवस समारोह का नेतृत्व किया था. दुनिया भर में योग की यात्रा जारी है. मुझे खुशी है कि आज 100 से अधिक संस्थानों को आयुष मंत्रालय के योग बोर्ड द्वारा प्रमाणित किया गया है. योग करने वाले लोगों की संख्या बढ़ रही है.

यह भी पढ़ें- अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर सीएम पुष्कर सिंह धामी पहुंचे आदि कैलाश, माइनस 8 डिग्री टेंपरेचर में किया योगाभ्यास

श्रीनगर: जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती और आरटीआई कार्यकर्ता डॉ राजा मुजफ्फर भट ने श्रीनगर में आयोजित अंतरराष्ट्रीय योग दिवस कार्यक्रम में महिला कर्मचारियों के साथ किए गए व्यवहार पर चिंता जताई है. उन्होंने इस बात की आलोचना की कि महिलाओं को कार्यक्रम में भाग लेने के लिए सुबह 4 बजे कपड़े बदलने पड़े.

डॉ. राजा मुजफ्फर भट ने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया, 'अंतरराष्ट्रीय योग दिवस समारोह में महिला सरकारी कर्मचारियों को बुधवार को सुबह 4 बजे एसपी कॉलेज श्रीनगर पहुंचने के लिए कहा गया था. वे सुबह 3 बजे अपने घरों से निकलीं और उन्हें कॉलेज में अपने कपड़े बदलने और फिर SKICC जाने के लिए कहा गया. यह उचित व्यवहार नहीं है. यह बहुत ही ऑड टाइम है. महिलाओं की जगह कार्यक्रम में पुरुषों को बुलाया जा सकता था.'

'गर्भवती कर्मचारियों को भी नहीं बख्शा'
वहीं, मामले में महबूबा मुफ्ती ने एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा, 'जश्न का एक अवसर लोगों में भय भर देता है. अंतरराष्ट्रीय योग दिवस से एक दिन पहले, सभी सरकारी कर्मचारियों के साथ-साथ स्कूली बच्चों को भी अलग-अलग स्थानों पर निर्धारित समय पर उपस्थित होने का आदेश दिया गया. वहीं, गर्भवती कर्मचारियों को भी नहीं बख्शा गया. एक गर्भवती कर्मचारियों को धमकी दी गई कि वह अपनी नौकरी या कार्यक्रम में उपस्थित रहने के बीच चुनाव करे.'

जम्मू कश्मीर कॉलेजों की निदेशक ने किया खंडन
इन आरोपों के जवाब में जम्मू कश्मीर कॉलेजों की निदेशक डॉ यास्मीन आशाई ने एक प्रेस कर बयान जारी किया. उन्होंने अपने बयान में इन दावों का खंडन किया. बयान में कहा गया है कि योग दिवस समारोह में महिलाओं के साथ अनुचित व्यवहार के आरोप गलत हैं. उन्होंने स्पष्ट किया कि सभी प्रतिभागियों ने स्वेच्छा से कार्यक्रम में भाग लिया और किसी भी कर्मचारी को प्रोग्राम में शामिल होने के लिए मजबूर नहीं किया गया.

निदेशक ने आगे कहा कि कर्मचारियों को अपने कपड़े बदलने के लिए नहीं कहा गया था, बल्कि उन्हें अपने मौजूदा कपड़ों के ऊपर पहनने के लिए लॉन्ग ट्यूनिक दिए गए थे, ताकि उनको कोई दिक्कत न हो, निदेशक ने कहा कि गर्भवती कर्मचारियों या बीमारे से जूझने वालों को भी योग दिवस समारोह में भाग लेने के लिए नहीं कहा गया.

पीएम मोदी ने दी शुभकामनाएं
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को श्रीनगर से 10वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर दुनिया को शुभकामनाएं दीं. इस दौरान पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि श्रीनगर में हम योग के माध्यम से ऊर्जा महसूस कर सकते हैं. पिछले साल, मैंने अमेरिका में संयुक्त राष्ट्र में योग दिवस समारोह का नेतृत्व किया था. दुनिया भर में योग की यात्रा जारी है. मुझे खुशी है कि आज 100 से अधिक संस्थानों को आयुष मंत्रालय के योग बोर्ड द्वारा प्रमाणित किया गया है. योग करने वाले लोगों की संख्या बढ़ रही है.

यह भी पढ़ें- अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर सीएम पुष्कर सिंह धामी पहुंचे आदि कैलाश, माइनस 8 डिग्री टेंपरेचर में किया योगाभ्यास

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.