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भारतीय डाक ने 'विश्व धरोहर शांतिनिकेतन' का कवर और पोस्टकार्ड जारी किया - World Heritage Santiniketan

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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Aug 19, 2024, 5:36 PM IST

Cover-Postcard of World Heritage Santiniketan: रक्षाबंधन के दिन विश्वभारती के लिपिका थियेटर में आयोजित कार्यक्रम में भारतीय डाक विभाग ने पारंपरिक सिंह सदन की तस्वीर के साथ 'विश्व धरोहर शांतिनिकेतन' शीर्षक से कवर और पोस्टकार्ड जारी किया.

India Post releases cover-postcard of World Heritage Santiniketan
भारतीय डाक ने 'विश्व धरोहर शांतिनिकेतन' का कवर और पोस्टकार्ड जारी किया (ETV Bharat)

बोलपुर: भारतीय डाक ने सोमवार को 'विश्व धरोहर' शांतिनिकेतन पर एक विशेष कवर और पोस्टकार्ड जारी किया. साथ ही गुरुदेव रवींद्रनाथ टैगोर पर सभी डाक टिकटों वाली एक पुस्तक भी प्रकाशित की गई है. भारतीय डाक ने विश्वभारती के लिपिका थिएटर में एक संयुक्त कार्यक्रम के जरिये टैगोर और विश्व धरोहर शांतिनिकेतन को सम्मानित किया. डाक विभाग की ओर से घोषणा की गई कि हर दिन एक गाड़ी शांतिनिकेतन से सभी पत्र, डाक, सामग्री, जानकारी लेकर कोलकाता जाएगी. रक्षाबंधन के दिन सांस्कृतिक कार्यक्रम के बाद डाक टिकटों, पोस्टकार्ड की प्रदर्शनी लगाई गई.

पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले के बोलपुर में स्थित गुरुदेव रवींद्रनाथ टैगोर के शांतिनिकेतन को 17 सितंबर, 2023 को यूनेस्को द्वारा 'विश्व धरोहर' घोषित किया गया था. विश्वभारती दुनिया का एकमात्र विश्वविद्यालय है जिसे यह गौरव प्राप्त है. इस कारण भारतीय डाक द्वारा विश्वभारती को विशेष सम्मान दिया गया. रक्षाबंधन के दिन लिपिका थियेटर में विश्वभारती प्राधिकरण और डाक विभाग की ओर से कार्यक्रम आयोजित किया गया. भारतीय डाक विभाग ने पारंपरिक सिंह सदन की तस्वीर के साथ 'विश्व धरोहर शांतिनिकेतन' शीर्षक से कवर जारी किया.

शांतिनिकेतन के 8 घरों के चित्रों के साथ पोस्ट कार्ड प्रकाशित
इसके अलावा शांतिनिकेतन के पारंपरिक 8 घरों में क्रमश: पूजा घर, उदयन, उदीची, पुंछ, श्यामोली, कालो भारी, तलब्धज, चैती भारी के चित्रों के साथ पोस्ट कार्ड प्रकाशित किए गए. साथ ही रवींद्रनाथ टैगोर पर कई डाक टिकट, पोस्ट कार्ड और कवर बनाए गए हैं. इन सभी को मिलाकर एक पुस्तक भी प्रकाशित की गई. साथ ही 'विश्व धरोहर शांतिनिकेतन' शीर्षक से एक स्थायी टिकट बनाया गया. इसका उपयोग शांतिनिकेतन डाकघर में प्रतिदिन किया जाएगा.

इस अवसर पर राज्य के मुख्य पोस्ट मास्टर जनरल नीरज कुमार, कोलकाता जोन के पोस्ट मास्टर जनरल अशोक कुमार, विश्वभारती की ओर से रवींद्र भवन अधिकारी प्रोफेसर अमल पाल, विश्वभारती की हेरिटेज समिति की सदस्य स्वाति गांगुली, विश्वभारती के कार्यवाहक जनसंपर्क अधिकारी अतीश घोष व अन्य उपस्थित थे.

शांतिनिकेतन-कोलकाता के बीच प्रतिदिन बहुत सारे पत्र, वस्तुएं, सूचनाएं, महत्वपूर्ण चीजों का आदान-प्रदान होता है, इसलिए प्रतिदिन एक गाड़ी इन सभी पत्रों, डाक, सूचनाओं, चीजों को लेकर शांतिनिकेतन से कोलकाता जाएगी. यह गाड़ी शांतिनिकेतन डाकघर के सामने से चलेगी.

भारतीय डाक विभाग के मुख्य पोस्ट मास्टर जनरल नीरज कुमार ने कहा, "गुरुदेव रवींद्रनाथ टैगोर और विश्वभारती का बहुत महत्व है. इसीलिए भारतीय डाक विभाग ने विशेष कवर, पोस्ट कार्ड, टिकट जारी किए हैं. हम यहां के सांस्कृतिक कार्यक्रमों से अभिभूत हैं. डाक विभाग गुरुदेव के आदर्शों को और आगे फैलाना चाहता है. शांतिनिकेतन से प्रतिदिन कोलकाता जाने वाली गाड़ी के महत्व को ध्यान में रखते हुए कोई भी काम बंद नहीं करने का निर्णय लिया गया है."

यह भी पढ़ें- विश्व संस्कृत दिवसः जानिए इतिहास और भारतीय संस्कृति के विकास संस्कृत भाषा का महत्व

बोलपुर: भारतीय डाक ने सोमवार को 'विश्व धरोहर' शांतिनिकेतन पर एक विशेष कवर और पोस्टकार्ड जारी किया. साथ ही गुरुदेव रवींद्रनाथ टैगोर पर सभी डाक टिकटों वाली एक पुस्तक भी प्रकाशित की गई है. भारतीय डाक ने विश्वभारती के लिपिका थिएटर में एक संयुक्त कार्यक्रम के जरिये टैगोर और विश्व धरोहर शांतिनिकेतन को सम्मानित किया. डाक विभाग की ओर से घोषणा की गई कि हर दिन एक गाड़ी शांतिनिकेतन से सभी पत्र, डाक, सामग्री, जानकारी लेकर कोलकाता जाएगी. रक्षाबंधन के दिन सांस्कृतिक कार्यक्रम के बाद डाक टिकटों, पोस्टकार्ड की प्रदर्शनी लगाई गई.

पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले के बोलपुर में स्थित गुरुदेव रवींद्रनाथ टैगोर के शांतिनिकेतन को 17 सितंबर, 2023 को यूनेस्को द्वारा 'विश्व धरोहर' घोषित किया गया था. विश्वभारती दुनिया का एकमात्र विश्वविद्यालय है जिसे यह गौरव प्राप्त है. इस कारण भारतीय डाक द्वारा विश्वभारती को विशेष सम्मान दिया गया. रक्षाबंधन के दिन लिपिका थियेटर में विश्वभारती प्राधिकरण और डाक विभाग की ओर से कार्यक्रम आयोजित किया गया. भारतीय डाक विभाग ने पारंपरिक सिंह सदन की तस्वीर के साथ 'विश्व धरोहर शांतिनिकेतन' शीर्षक से कवर जारी किया.

शांतिनिकेतन के 8 घरों के चित्रों के साथ पोस्ट कार्ड प्रकाशित
इसके अलावा शांतिनिकेतन के पारंपरिक 8 घरों में क्रमश: पूजा घर, उदयन, उदीची, पुंछ, श्यामोली, कालो भारी, तलब्धज, चैती भारी के चित्रों के साथ पोस्ट कार्ड प्रकाशित किए गए. साथ ही रवींद्रनाथ टैगोर पर कई डाक टिकट, पोस्ट कार्ड और कवर बनाए गए हैं. इन सभी को मिलाकर एक पुस्तक भी प्रकाशित की गई. साथ ही 'विश्व धरोहर शांतिनिकेतन' शीर्षक से एक स्थायी टिकट बनाया गया. इसका उपयोग शांतिनिकेतन डाकघर में प्रतिदिन किया जाएगा.

इस अवसर पर राज्य के मुख्य पोस्ट मास्टर जनरल नीरज कुमार, कोलकाता जोन के पोस्ट मास्टर जनरल अशोक कुमार, विश्वभारती की ओर से रवींद्र भवन अधिकारी प्रोफेसर अमल पाल, विश्वभारती की हेरिटेज समिति की सदस्य स्वाति गांगुली, विश्वभारती के कार्यवाहक जनसंपर्क अधिकारी अतीश घोष व अन्य उपस्थित थे.

शांतिनिकेतन-कोलकाता के बीच प्रतिदिन बहुत सारे पत्र, वस्तुएं, सूचनाएं, महत्वपूर्ण चीजों का आदान-प्रदान होता है, इसलिए प्रतिदिन एक गाड़ी इन सभी पत्रों, डाक, सूचनाओं, चीजों को लेकर शांतिनिकेतन से कोलकाता जाएगी. यह गाड़ी शांतिनिकेतन डाकघर के सामने से चलेगी.

भारतीय डाक विभाग के मुख्य पोस्ट मास्टर जनरल नीरज कुमार ने कहा, "गुरुदेव रवींद्रनाथ टैगोर और विश्वभारती का बहुत महत्व है. इसीलिए भारतीय डाक विभाग ने विशेष कवर, पोस्ट कार्ड, टिकट जारी किए हैं. हम यहां के सांस्कृतिक कार्यक्रमों से अभिभूत हैं. डाक विभाग गुरुदेव के आदर्शों को और आगे फैलाना चाहता है. शांतिनिकेतन से प्रतिदिन कोलकाता जाने वाली गाड़ी के महत्व को ध्यान में रखते हुए कोई भी काम बंद नहीं करने का निर्णय लिया गया है."

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