कुल्टी: एक छोटी बच्ची जो अभी मात्र डेढ़ साल की है लेकिन इस छोटी सी उम्र में भी उसकी याद्दाश्त कमाल की है. ऐसा उसके माता-पिता का दावा है. इतना ही नहीं, इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स ने भी बच्ची की याद्दाश्त को पहचाना है.
महज डेढ़ साल की बच्ची 28 देशों के राष्ट्रीय ध्वज पहचान सकती है. इतना ही नहीं, वह फूलों, रंगों को भी पहचान सकती है. वह अक्षरों, संख्याओं और खास व्यक्तित्वों और दिमागों को भी पहचान सकती है. दुनिया के हीरो भी उस डेढ़ साल की बच्ची की उंगलियों पर हैं. यह बच्ची आसनसोल के नियामतपुर की रहने वाली है.
लड़की नियामतपुर के रहने वाले राहुल कुमार मंडल और मंजू गरई मंडल की बेटी है. राहुल राज्य सरकार में कर्मचारी है और वर्तमान में पश्चिम बर्दवान जिला प्रशासन में तैनात है जबकि मंजू आसनसोल के बिधान चंद्र कॉलेज में शिक्षिका हैं. मंजू देवी ने अपनी डेढ़ साल की बेटी को छोटी उम्र से ही पढ़ाना शुरू कर दिया था. उसे पढ़ाते समय मंजू ने देखा कि उसकी बेटी की याददाश्त हैरान कर देने वाली है.
मंजू का दावा है कि रियांसी को सब कुछ देखकर ही याद आ जाती है. हालांकि वह बोल नहीं सकती लेकिन उंगलियों से इशारा करके वह बता सकती है. इस तरह रियांसी अब लगभग 28 देशों के राष्ट्रीय झंडों को पहचान सकती है, जिन्हें पहचानने में कई वयस्कों को भी दिक्कत होती है.
इसके अलावा, वह आठ रंगों, विभिन्न फूलों, ऋषियों और व्यक्तित्वों तथा विश्व नायकों को आसानी से पहचान सकती है. रियांसी 1 से 15 तक की संख्या, लेटर A से Z सहित कुल 18 श्रेणियों में विभिन्न चीजों को पहचान और याद रख सकती है.
इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स ने इस बच्चे की अद्भुत प्रतिभा को पहचाना है. इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स के सर्टिफिकेट से लेकर मेडल और अन्य उपहार पहले ही बच्चे के कुल्टी स्थित नियामतपुर स्थित घर पर पहुंच चुके हैं. रियांसी की मां मंजू गराई मंडल और पिता राहुल कुमार मंडल ने कहा, 'हम चाहते हैं कि भविष्य में रियांसी एक महान व्यक्ति बने और देश का नाम रोशन करे.'