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महाराष्ट्र में I.N.D.I.A ब्लॉक की मेगा रैली 17 मई को, खड़गे समेत तमाम नेता जुटेंगे - lok sabha Election 2024 - LOK SABHA ELECTION 2024

INDIA bloc Mumbai rally : लोकसभा चुनाव के चार चरण पूरे हो चुके हैं. सभी पार्टियां पूरी ताकत झोंक रही हैं. इस बीच एमवीए नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, उद्धव ठाकरे और शरद पवार महाराष्ट्र की राजधानी में उम्मीदवारों के लिए समर्थन मांगेंगे.

Mallikarjun Kharge
मल्लिकार्जुन खड़गे (IANS FILE PHOTO)
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By Amit Agnihotri

Published : May 14, 2024, 5:44 PM IST

नई दिल्ली : महाराष्ट्र में बढ़त को देखते हुए I.N.D.I.A ब्लॉक 17 मई को राजधानी मुंबई में एक मेगा रैली करेगा, जहां कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे, शिवसेना यूबीटी के उद्धव ठाकरे और एनसीपी-एसपी के शरद पवार उम्मीदवारों के लिए समर्थन मांगेंगे.

पार्टी के अंदरूनी सूत्रों के अनुसार, आप के संस्थापक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जो जमानत पर हैं, उनको भी रैली में शामिल करने के प्रयास किए जा रहे हैं. रैली को सत्तारूढ़ भाजपा-शिवसेना-एनसीपी गठबंधन के खिलाफ शक्ति प्रदर्शन करार दिया जा रहा है.

एआईसीसी के महाराष्ट्र प्रभारी सचिव आशीष दुआ ने ईटीवी भारत को बताया, 'मुंबई महाराष्ट्र का हृदय है और भीषण युद्ध भूमि भी. विपक्ष 17 मई को मुंबई में एक बड़ी रैली करेगा. विपक्षी गठबंधन मुंबई की सभी छह सीटें जीतेगा क्योंकि वह पिछले चार चरणों में राज्य के बाकी हिस्सों में बहुत अच्छा प्रदर्शन कर रहा है.'

2022 के बाद से मुंबई में पार्टी के संस्थापक और दिग्गज दिवंगत बाला साहेब ठाकरे की विरासत के लिए शिवसेना के दो गुटों, एक का नेतृत्व मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और दूसरे का नेतृत्व उद्धव ठाकरे के बीच हो रहा है.

भाजपा ने 2022 में सेना से अलग होकर अलग हुए धड़े के नेता एकनाथ शिंदे को मुख्यमंत्री बना दिया, जिसके कारण मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली महा विकास अघाड़ी सरकार सत्ता से बाहर हो गई, जो 2019 में सत्ता में आई थी जब सेना लंबे समय से सहयोगी भाजपा से अलग हो गई थी. एमवीए बनाने के लिए कांग्रेस-शिवसेना-एनसीपी एक साथ आए थे.

2023 में बीजेपी ने एनसीपी को तोड़ दिया और अलग हुए गुट के नेता अजित पवार को उपमुख्यमंत्री बना दिया. कुल छह में से कांग्रेस मुंबई, उत्तर मध्य और उत्तर में दो सीटों पर चुनाव लड़ रही है, जबकि सेना यूबीटी चार सीटों मुंबई दक्षिण, मुंबई दक्षिण-मध्य, मुंबई उत्तर-पूर्व और मुंबई उत्तर-पश्चिम सीटों पर लड़ रही है. तीन सीटों पर शिवसेना के दोनों गुटों के बीच सीधी टक्कर है.

कहां, कौन उम्मीदवार ? : दक्षिण मुंबई में शिवसेना यूबीटी के मौजूदा सांसद अरविंद सावंत का मुकाबला शिवसेना शिंदे की बायकुला विधायक यामिनी जाधव से है. मुंबई दक्षिण-मध्य में, शिवसेना यूबीटी के अनिल देसाई का मुकाबला शिवसेना के मौजूदा सांसद राहुल शेवाले से है और मुंबई उत्तर-पश्चिम में शिवसेना यूबीटी के अमोल कीर्तिकर का मुकाबला शिवसेना के रवींद्र वायकर से है.

मुंबई उत्तर-पूर्व में शिवसेना यूबीटी के संजय दीना पाटिल का मुकाबला भाजपा के मिहिर कोटेचा से है. मुंबई उत्तर मध्य में मुंबई कांग्रेस प्रमुख वर्षा गायकवाड़ का मुकाबला भाजपा के जाने-माने वकील उज्ज्वल निकम से है. दिग्गज दिवंगत प्रमोद महाजन की बेटी और भाजपा नेता पूनम महाजन ने पहले भी दो बार इस सीट से जीत हासिल की थी, लेकिन इस बार उन्हें टिकट नहीं दिया गया. मुंबई उत्तर में कांग्रेस उम्मीदवार भूषण पाटिल का मुकाबला केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल से है, जो पहली बार लोकसभा के लिए मैदान में उतरे हैं.

कांग्रेस की नजर मुंबई दक्षिण मध्य सीट पर थी, लेकिन सेना यूबीटी ने अपने दावे से पीछे हटने से इनकार कर दिया, जिसके कारण पूर्व सांसद संजय निरुपम ने सबसे पुरानी पार्टी छोड़ दी.

राज्य की राजधानी में वर्चस्व दिखाने के लिए आरोप-प्रत्यारोप के बीच चुनाव प्रचार में सेना के दोनों गुटों के बीच तीखी नोकझोंक देखी गई है. मुंबई कांग्रेस नेता चरण सिंह सपरा ने ईटीवी भारत को बताया, 'भाजपा ने अनुचित तरीकों से सरकार बनाई. हो सकता है कि इसमें सेना और राकांपा के विधायक शामिल हो गए हों, लेकिन लोग अभी भी उद्धव ठाकरे और शरद पवार का समर्थन कर रहे हैं, जिन्हें जानबूझकर दलबदल के जरिए पीठ में छुरा घोंपा गया था. इस बार एमवीए काफी बेहतर प्रदर्शन करेगा.'

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नई दिल्ली : महाराष्ट्र में बढ़त को देखते हुए I.N.D.I.A ब्लॉक 17 मई को राजधानी मुंबई में एक मेगा रैली करेगा, जहां कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे, शिवसेना यूबीटी के उद्धव ठाकरे और एनसीपी-एसपी के शरद पवार उम्मीदवारों के लिए समर्थन मांगेंगे.

पार्टी के अंदरूनी सूत्रों के अनुसार, आप के संस्थापक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल जो जमानत पर हैं, उनको भी रैली में शामिल करने के प्रयास किए जा रहे हैं. रैली को सत्तारूढ़ भाजपा-शिवसेना-एनसीपी गठबंधन के खिलाफ शक्ति प्रदर्शन करार दिया जा रहा है.

एआईसीसी के महाराष्ट्र प्रभारी सचिव आशीष दुआ ने ईटीवी भारत को बताया, 'मुंबई महाराष्ट्र का हृदय है और भीषण युद्ध भूमि भी. विपक्ष 17 मई को मुंबई में एक बड़ी रैली करेगा. विपक्षी गठबंधन मुंबई की सभी छह सीटें जीतेगा क्योंकि वह पिछले चार चरणों में राज्य के बाकी हिस्सों में बहुत अच्छा प्रदर्शन कर रहा है.'

2022 के बाद से मुंबई में पार्टी के संस्थापक और दिग्गज दिवंगत बाला साहेब ठाकरे की विरासत के लिए शिवसेना के दो गुटों, एक का नेतृत्व मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और दूसरे का नेतृत्व उद्धव ठाकरे के बीच हो रहा है.

भाजपा ने 2022 में सेना से अलग होकर अलग हुए धड़े के नेता एकनाथ शिंदे को मुख्यमंत्री बना दिया, जिसके कारण मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली महा विकास अघाड़ी सरकार सत्ता से बाहर हो गई, जो 2019 में सत्ता में आई थी जब सेना लंबे समय से सहयोगी भाजपा से अलग हो गई थी. एमवीए बनाने के लिए कांग्रेस-शिवसेना-एनसीपी एक साथ आए थे.

2023 में बीजेपी ने एनसीपी को तोड़ दिया और अलग हुए गुट के नेता अजित पवार को उपमुख्यमंत्री बना दिया. कुल छह में से कांग्रेस मुंबई, उत्तर मध्य और उत्तर में दो सीटों पर चुनाव लड़ रही है, जबकि सेना यूबीटी चार सीटों मुंबई दक्षिण, मुंबई दक्षिण-मध्य, मुंबई उत्तर-पूर्व और मुंबई उत्तर-पश्चिम सीटों पर लड़ रही है. तीन सीटों पर शिवसेना के दोनों गुटों के बीच सीधी टक्कर है.

कहां, कौन उम्मीदवार ? : दक्षिण मुंबई में शिवसेना यूबीटी के मौजूदा सांसद अरविंद सावंत का मुकाबला शिवसेना शिंदे की बायकुला विधायक यामिनी जाधव से है. मुंबई दक्षिण-मध्य में, शिवसेना यूबीटी के अनिल देसाई का मुकाबला शिवसेना के मौजूदा सांसद राहुल शेवाले से है और मुंबई उत्तर-पश्चिम में शिवसेना यूबीटी के अमोल कीर्तिकर का मुकाबला शिवसेना के रवींद्र वायकर से है.

मुंबई उत्तर-पूर्व में शिवसेना यूबीटी के संजय दीना पाटिल का मुकाबला भाजपा के मिहिर कोटेचा से है. मुंबई उत्तर मध्य में मुंबई कांग्रेस प्रमुख वर्षा गायकवाड़ का मुकाबला भाजपा के जाने-माने वकील उज्ज्वल निकम से है. दिग्गज दिवंगत प्रमोद महाजन की बेटी और भाजपा नेता पूनम महाजन ने पहले भी दो बार इस सीट से जीत हासिल की थी, लेकिन इस बार उन्हें टिकट नहीं दिया गया. मुंबई उत्तर में कांग्रेस उम्मीदवार भूषण पाटिल का मुकाबला केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल से है, जो पहली बार लोकसभा के लिए मैदान में उतरे हैं.

कांग्रेस की नजर मुंबई दक्षिण मध्य सीट पर थी, लेकिन सेना यूबीटी ने अपने दावे से पीछे हटने से इनकार कर दिया, जिसके कारण पूर्व सांसद संजय निरुपम ने सबसे पुरानी पार्टी छोड़ दी.

राज्य की राजधानी में वर्चस्व दिखाने के लिए आरोप-प्रत्यारोप के बीच चुनाव प्रचार में सेना के दोनों गुटों के बीच तीखी नोकझोंक देखी गई है. मुंबई कांग्रेस नेता चरण सिंह सपरा ने ईटीवी भारत को बताया, 'भाजपा ने अनुचित तरीकों से सरकार बनाई. हो सकता है कि इसमें सेना और राकांपा के विधायक शामिल हो गए हों, लेकिन लोग अभी भी उद्धव ठाकरे और शरद पवार का समर्थन कर रहे हैं, जिन्हें जानबूझकर दलबदल के जरिए पीठ में छुरा घोंपा गया था. इस बार एमवीए काफी बेहतर प्रदर्शन करेगा.'

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