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यह समझना महत्वपूर्ण है, 'व्हाई भारत मैटर्स': जयशंकर - Jaishankar Why Bharat Matters

EAM Jaishankar Why Bharat Matters: विदेश मंत्री एस जयशंकर ने रायसीना डायलॉग 2024 में अपनी दूसरी पुस्तक 'व्हाई भारत मैटर्स' पर भी विचार व्यक्त किए. उन्होंने कहा कि लोगों को यह समझना जरूरी है कि भारत क्यों मायने रखता है?

Important to understand Why Bharat Matters because EAM Jaishankar
यह समझना महत्वपूर्ण है कि 'व्हाई भारत मैटर्स': जयशंकर
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By ANI

Published : Feb 24, 2024, 6:55 AM IST

नई दिल्ली: विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अपनी किताब 'व्हाई भारत मैटर्स' (Why Bharat Matters) पर बोलते हुए कहा कि चाहे आप भारतीय नागरिक हों या विदेश में रह रहे हों, 'व्हाई भारत मैटर्स' को समझना जरूरी है, क्योंकि आने वाले दशक और सदी में इसका महत्व और बढ़ेगा.

जयशंकर ने शुक्रवार को रायसीना डायलॉग 2024 में कहा, 'मैंने किताब लिखी क्योंकि मैं वास्तव में आश्वस्त था कि आज एक तर्क प्रस्तुत करना महत्वपूर्ण है कि, क्या आप इस देश के नागरिक हैं या क्या आप विदेश में रहने वाले व्यक्ति हैं. यह समझना महत्वपूर्ण है कि भारत क्यों मायने रखता है ? आने वाले दशक और आने वाली सदी में हर किसी के जीवन में भारत और महत्वपूर्ण होगा.

उन्होंने आगे बताया कि यह किताब दुनिया की स्थिति, वैश्वीकरण, प्रौद्योगिकी और डिजिटल के बारे में है. मुझे लगता है कि यह स्पष्ट रूप से दुनिया की स्थिति, पुनर्संतुलन की लंबी प्रवृत्ति के बारे में है, लेकिन जिन तथ्यों का मैंने उल्लेख किया है, यह वैश्वीकरण, वैश्वीकरण की प्रगति के बारे में है, लेकिन वैश्वीकरण द्वारा उत्पन्न कमियों और समस्याओं के बारे में भी है.

उन्होंने आगे कहा कि यह प्रौद्योगिकी और डिजिटल के बारे में है और कैसे फिर से वे इतना बड़ा वादा करते हैं, लेकिन उन्होंने हमें कई मायनों में इतना कमजोर बना दिया है. इसके अलावा उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि उनकी किताब 'व्हाई भारत मैटर्स' इस बारे में है कि विदेश नीति हर किसी के लिए क्यों मायने रखती है.

यह उन लोगों को बताने के बारे में है जो विदेश नीति में शामिल नहीं हैं कि विदेश नीति आपके लिए क्यों मायने रखती है. क्योंकि कई वर्षों से निश्चित रूप से मेरे देश में बहुत से लोगों ने कहा, 'यह हमारी समस्या नहीं है. कोई इसकी देखभाल कर रहा है. वह देश भर में घूमते हैं, लोगों से कहते हैं, देखो, कुछ हुआ है. वहाँ कोविड था, आपने इसके बारे में सुना.'

आपने इसे सोशल मीडिया पर देखा, आपने इसके बारे में टीवी पर सुना और जब यह आपके घरों तक आया, तो इसने आपके जीवन पर कब्जा कर लिया या हमने यूक्रेन में संघर्ष, ऊर्जा वृद्धि, कीमतों में बढ़ोतरी और दुनिया के कई हिस्सों में भोजन की कमी के परिणामस्वरूप क्या देखा. अपनी दूसरी पुस्तक, 'द इंडिया वे' की ओर आगे बढ़ते हुए विदेश मंत्री जयशंकर ने इस बात पर प्रकाश डाला कि उनकी पहली पुस्तक रास्ते के बारे में थी और दूसरी लोगों के जीवन में भारत के महत्व के बारे में है. पहला रास्ते के बारे में था, दूसरा लोगों के जीवन में भारत के महत्व के बारे में है.

उन्होंने आगे कहा कि उन्होंने दूसरी किताब 'व्हाई भारत मैटर्स' में 'द इंडिया वे' के विपरीत भारत शब्द का इस्तेमाल किया है. उन्होंने कहा कि मैं पकड़ने की कोशिश कर रहा हूं. देश में एक तरह का परिवर्तन जो हुआ है. हमारा समाज, हमारी राजनीति में हमारी मानसिकता में दुनिया के प्रति हमारे दृष्टिकोण में बदलाव आया है. इसके अलावा, उन्होंने कहा, 'अगर हम उन विचार प्रक्रियाओं को देखें जो आज हमें चला रहे हैं, तो वे कहीं अधिक प्रामाणिक हैं. वे हमारी संस्कृति में हमारी परंपराओं में हमारी विरासत में कहीं अधिक गहराई से निहित हैं.

ये भी पढ़ें- रायसीना डायलॉग में बोले जयशंकर, 'पिछले पांच सालों हम बड़ें मुद्दों पर बहुपक्षीय समाधान नहीं ढूंढ पाए'

नई दिल्ली: विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अपनी किताब 'व्हाई भारत मैटर्स' (Why Bharat Matters) पर बोलते हुए कहा कि चाहे आप भारतीय नागरिक हों या विदेश में रह रहे हों, 'व्हाई भारत मैटर्स' को समझना जरूरी है, क्योंकि आने वाले दशक और सदी में इसका महत्व और बढ़ेगा.

जयशंकर ने शुक्रवार को रायसीना डायलॉग 2024 में कहा, 'मैंने किताब लिखी क्योंकि मैं वास्तव में आश्वस्त था कि आज एक तर्क प्रस्तुत करना महत्वपूर्ण है कि, क्या आप इस देश के नागरिक हैं या क्या आप विदेश में रहने वाले व्यक्ति हैं. यह समझना महत्वपूर्ण है कि भारत क्यों मायने रखता है ? आने वाले दशक और आने वाली सदी में हर किसी के जीवन में भारत और महत्वपूर्ण होगा.

उन्होंने आगे बताया कि यह किताब दुनिया की स्थिति, वैश्वीकरण, प्रौद्योगिकी और डिजिटल के बारे में है. मुझे लगता है कि यह स्पष्ट रूप से दुनिया की स्थिति, पुनर्संतुलन की लंबी प्रवृत्ति के बारे में है, लेकिन जिन तथ्यों का मैंने उल्लेख किया है, यह वैश्वीकरण, वैश्वीकरण की प्रगति के बारे में है, लेकिन वैश्वीकरण द्वारा उत्पन्न कमियों और समस्याओं के बारे में भी है.

उन्होंने आगे कहा कि यह प्रौद्योगिकी और डिजिटल के बारे में है और कैसे फिर से वे इतना बड़ा वादा करते हैं, लेकिन उन्होंने हमें कई मायनों में इतना कमजोर बना दिया है. इसके अलावा उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि उनकी किताब 'व्हाई भारत मैटर्स' इस बारे में है कि विदेश नीति हर किसी के लिए क्यों मायने रखती है.

यह उन लोगों को बताने के बारे में है जो विदेश नीति में शामिल नहीं हैं कि विदेश नीति आपके लिए क्यों मायने रखती है. क्योंकि कई वर्षों से निश्चित रूप से मेरे देश में बहुत से लोगों ने कहा, 'यह हमारी समस्या नहीं है. कोई इसकी देखभाल कर रहा है. वह देश भर में घूमते हैं, लोगों से कहते हैं, देखो, कुछ हुआ है. वहाँ कोविड था, आपने इसके बारे में सुना.'

आपने इसे सोशल मीडिया पर देखा, आपने इसके बारे में टीवी पर सुना और जब यह आपके घरों तक आया, तो इसने आपके जीवन पर कब्जा कर लिया या हमने यूक्रेन में संघर्ष, ऊर्जा वृद्धि, कीमतों में बढ़ोतरी और दुनिया के कई हिस्सों में भोजन की कमी के परिणामस्वरूप क्या देखा. अपनी दूसरी पुस्तक, 'द इंडिया वे' की ओर आगे बढ़ते हुए विदेश मंत्री जयशंकर ने इस बात पर प्रकाश डाला कि उनकी पहली पुस्तक रास्ते के बारे में थी और दूसरी लोगों के जीवन में भारत के महत्व के बारे में है. पहला रास्ते के बारे में था, दूसरा लोगों के जीवन में भारत के महत्व के बारे में है.

उन्होंने आगे कहा कि उन्होंने दूसरी किताब 'व्हाई भारत मैटर्स' में 'द इंडिया वे' के विपरीत भारत शब्द का इस्तेमाल किया है. उन्होंने कहा कि मैं पकड़ने की कोशिश कर रहा हूं. देश में एक तरह का परिवर्तन जो हुआ है. हमारा समाज, हमारी राजनीति में हमारी मानसिकता में दुनिया के प्रति हमारे दृष्टिकोण में बदलाव आया है. इसके अलावा, उन्होंने कहा, 'अगर हम उन विचार प्रक्रियाओं को देखें जो आज हमें चला रहे हैं, तो वे कहीं अधिक प्रामाणिक हैं. वे हमारी संस्कृति में हमारी परंपराओं में हमारी विरासत में कहीं अधिक गहराई से निहित हैं.

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