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नौकरी देने के नाम पर लड़कियों को कॉल कर करवाते थे धंधा, पुलिस ने किया भंडाफोड़ - RACKET BUSTED IN HYDERABAD

Racket Busted In Hyderabad: हैदराबाद पुलिस ने वेश्यावृत्ति का धंधा करने वाले एक गिरोह का भंडाफोड़ किया है. आरोपियों में महिला भी शामिल है. पुलिस ने छह पीड़िताओं को मुक्त कराया है.

Sex Racket Busted In Hyderabad
हैदराबाद पुलिस ने हाईटेक सेक्स रैकेट का किया भंडाफोड़ (IANS)
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Jun 14, 2024, 1:39 PM IST

हैदराबाद: पंजागुट्टा पुलिस स्टेशन की सीमा के भीतर एक संगठित वेश्यावृत्ति और तस्करी रैकेट का भंडाफोड़ किया गया है. पुलिस ने एक ऐसे गिरोह को गिरफ्तार किया है, जो हाईटेक सिस्टम में ऑर्गेनाइज्ड वेश्यावृत्ति का धंधा चला रहा था.

मामले में दो आयोजकों, तीन उप-आयोजकों, एक ग्राहक को गिरफ्तार किया गया है. पुलिस ने छह महिला पीड़ितों को बचाया है. आरोपियों की पहचान के विजय शेखर रेड्डी (49), अर्कोजीत मुखर्जी (30), वेणुगोपाल बालाजी (50) और किलारू कीर्ति तेजा (29) और एक महिला के रूप में हुई है. सभी हैदराबाद के अलग-अलग इलाकों के निवासी हैं.

विजय शेखर रेड्डी और एक महिला को वेश्यावृत्ति और तस्करी गिरोह का मास्टरमाइंड बताया गया है. आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा की मूल निवासी महिला पहले भी इसी तरह के मामलों में संलिप्त रही है.

पुलिस की ओर से दी कई जानकारी के मुताबिक, 2020 में रचाकोंडा पुलिस ने इस तरह की अवैध गतिविधियों में शामिल होने के लिए उस महिला के खिलाफ पीडी एक्ट लगाया था. पुलिस ने कहा कि वर्तमान मामले में महिला और विजया शेखर रेड्डी पैसे और नौकरी का झांसा देकर आंध्र प्रदेश, पश्चिम बंगाल, त्रिपुरा और अन्य राज्यों से युवतियों को हैदराबाद बुलाते थे. फिर उनसे वेश्यावृत्ति कराते थे.

पुलिस ने बताया कि आरोपियों में से एक शेखर रेड्डी ने ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के माध्यम से ग्राहकों का डेटाबेस बना रखा था. शेखर रेड्डी ग्राहकों का डेटा एक ऐप में रखता था. उसके आधार पर युवतियों को ग्राहकों की ओर से बताए गए इलाकों और होटलों में ले जाया जाता था. वहीं, आरोपी महिला क्रेडिट और डेबिट कार्ड के जरिए ग्राहकों से पैसे लेती थी. टास्क फोर्स की डीसीपी साधना रश्मि पेरुमल ने गुरुवार को मीडिया के सामने इस बारे में जानकारी दी.

डीसीपी साधना रश्मि पेरुमल ने कहा कि आरोपी महिला ने ग्राहकों के साथ लेन-देन करने के लिए विभिन्न भुगतान विधियों और लॉगिन का इस्तेमाल किया, जिससे उसकी मूल पहचान छिप गई थी.

विश्वसनीय सूचना के आधार पर, पंजागुट्टा पुलिस स्टेशन की सीमा के अंतर्गत पार्क होटल के एक कमरे में छापा मारा गया और आरोपी कीर्ति तेजा को एक पीड़ित के साथ गिरफ्तार किया गया. इसके बाद, उसके द्वारा दी गई जानकारी के आधार पुलिस ने पीड़ितों के रहने के अलग-अलग ठिकानों पर छापे मारे गए और मुख्य आयोजकों और उप-आयोजकों को गिरफ्तार किया गया, पुलिस ने कहा कि इस मामले में आगे की जांच जारी है.

इस छापेमारी में पुलिस ने आरोपियों के पास से 89,500 रुपये कैश, दो गाड़ी, 18 सेल फोन, दो लैपटॉप, दो टैबलेट और विभिन्न बैंकों के डेबिट/क्रेडिट कार्ड (45), तीन पासबुक, एक चेकबुक, 22 चेक, पांच सिम कार्ड, 25 आधार कार्ड और सात पैन कार्ड बरामद किए हैं. इस संबंध में, उनके खिलाफ पंजागुट्टा थाना में विभिन्न अधिनियमों के तहत मामला दर्ज किया गया है.

इस बीच, पुलिस ने जनता को आगाह किया है कि वे अपना मकान किराए पर देते समय सतर्क रहें और किराएदारों की पारिवारिक पृष्ठभूमि की जांच जरूर करें. इसके साथ ही पुलिस ने नागरिकों से अपील की है कि वे अपने क्षेत्र में अवैध तस्करी और वेश्यावृत्ति से संबंधित किसी भी जानकारी की सूचना पुलिस को जरूर दें.

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हैदराबाद: पंजागुट्टा पुलिस स्टेशन की सीमा के भीतर एक संगठित वेश्यावृत्ति और तस्करी रैकेट का भंडाफोड़ किया गया है. पुलिस ने एक ऐसे गिरोह को गिरफ्तार किया है, जो हाईटेक सिस्टम में ऑर्गेनाइज्ड वेश्यावृत्ति का धंधा चला रहा था.

मामले में दो आयोजकों, तीन उप-आयोजकों, एक ग्राहक को गिरफ्तार किया गया है. पुलिस ने छह महिला पीड़ितों को बचाया है. आरोपियों की पहचान के विजय शेखर रेड्डी (49), अर्कोजीत मुखर्जी (30), वेणुगोपाल बालाजी (50) और किलारू कीर्ति तेजा (29) और एक महिला के रूप में हुई है. सभी हैदराबाद के अलग-अलग इलाकों के निवासी हैं.

विजय शेखर रेड्डी और एक महिला को वेश्यावृत्ति और तस्करी गिरोह का मास्टरमाइंड बताया गया है. आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा की मूल निवासी महिला पहले भी इसी तरह के मामलों में संलिप्त रही है.

पुलिस की ओर से दी कई जानकारी के मुताबिक, 2020 में रचाकोंडा पुलिस ने इस तरह की अवैध गतिविधियों में शामिल होने के लिए उस महिला के खिलाफ पीडी एक्ट लगाया था. पुलिस ने कहा कि वर्तमान मामले में महिला और विजया शेखर रेड्डी पैसे और नौकरी का झांसा देकर आंध्र प्रदेश, पश्चिम बंगाल, त्रिपुरा और अन्य राज्यों से युवतियों को हैदराबाद बुलाते थे. फिर उनसे वेश्यावृत्ति कराते थे.

पुलिस ने बताया कि आरोपियों में से एक शेखर रेड्डी ने ऑनलाइन प्लेटफॉर्म के माध्यम से ग्राहकों का डेटाबेस बना रखा था. शेखर रेड्डी ग्राहकों का डेटा एक ऐप में रखता था. उसके आधार पर युवतियों को ग्राहकों की ओर से बताए गए इलाकों और होटलों में ले जाया जाता था. वहीं, आरोपी महिला क्रेडिट और डेबिट कार्ड के जरिए ग्राहकों से पैसे लेती थी. टास्क फोर्स की डीसीपी साधना रश्मि पेरुमल ने गुरुवार को मीडिया के सामने इस बारे में जानकारी दी.

डीसीपी साधना रश्मि पेरुमल ने कहा कि आरोपी महिला ने ग्राहकों के साथ लेन-देन करने के लिए विभिन्न भुगतान विधियों और लॉगिन का इस्तेमाल किया, जिससे उसकी मूल पहचान छिप गई थी.

विश्वसनीय सूचना के आधार पर, पंजागुट्टा पुलिस स्टेशन की सीमा के अंतर्गत पार्क होटल के एक कमरे में छापा मारा गया और आरोपी कीर्ति तेजा को एक पीड़ित के साथ गिरफ्तार किया गया. इसके बाद, उसके द्वारा दी गई जानकारी के आधार पुलिस ने पीड़ितों के रहने के अलग-अलग ठिकानों पर छापे मारे गए और मुख्य आयोजकों और उप-आयोजकों को गिरफ्तार किया गया, पुलिस ने कहा कि इस मामले में आगे की जांच जारी है.

इस छापेमारी में पुलिस ने आरोपियों के पास से 89,500 रुपये कैश, दो गाड़ी, 18 सेल फोन, दो लैपटॉप, दो टैबलेट और विभिन्न बैंकों के डेबिट/क्रेडिट कार्ड (45), तीन पासबुक, एक चेकबुक, 22 चेक, पांच सिम कार्ड, 25 आधार कार्ड और सात पैन कार्ड बरामद किए हैं. इस संबंध में, उनके खिलाफ पंजागुट्टा थाना में विभिन्न अधिनियमों के तहत मामला दर्ज किया गया है.

इस बीच, पुलिस ने जनता को आगाह किया है कि वे अपना मकान किराए पर देते समय सतर्क रहें और किराएदारों की पारिवारिक पृष्ठभूमि की जांच जरूर करें. इसके साथ ही पुलिस ने नागरिकों से अपील की है कि वे अपने क्षेत्र में अवैध तस्करी और वेश्यावृत्ति से संबंधित किसी भी जानकारी की सूचना पुलिस को जरूर दें.

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