ऋषिकेश: बंद पड़ी केमिकल की स्टर्डिया फैक्ट्री के अंदर भयंकर आग लग गई. आग की लपटें लोगों के घरों की ओर बढ़ने लगीं. इससे आसपास के रहने वाले लोगों में हड़कंप मच गया. फायर ब्रिगेड की दो गाड़ियां अलग-अलग स्थान से फैक्ट्री आग बुझाने के लिए बुलाई गईं. लेकिन फायर ब्रिगेड की टीम को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी.
स्टर्डिया फैक्ट्री में लगी आग: फायर ब्रिगेड की गाड़ियों ने बंद पड़ी फैक्ट्री के अंदर पानी डालकर आग पर काबू करने की कोशिश की. फैक्ट्री का गेट बंद होने की वजह से फायर ब्रिगेड की टीम अंदर नहीं जा पा रही थी. इधर इस दौरान तेज हवा भी चल रही थी. तेज हवा के झोंके आग की लपटों को और तेज करने लगे. इसके बावजूद फायर ब्रिगेड कर्मियों ने हिम्मत नहीं हारी.
गेट बंद होने से आग बुझाने में आई दिक्कत: गुरुवार की रात ऋषिकेश में बंद पड़ी केमिकल की स्टर्डिया फैक्ट्री के अंदर से लोगों ने आग की लपटें उठती हुई देखीं. धीरे-धीरे आग ने विकराल रूप लेना शुरू कर दिया और तेजी से फैलती चली गई. सूचना मिलते ही फायर ब्रिगेड की टीम आग बुझाने के लिए घटनास्थल पर पहुंची. लेकिन फैक्ट्री का गेट बंद होने की वजह से फायर ब्रिगेड की गाड़ी अंदर नहीं जा सकी. इसलिए बाउंड्री के बाहर से खड़ी होकर फायर ब्रिगेड की टीम ने आग पर काबू पाना शुरू किया.
कड़ी मशक्कत के बाद आग पर पाया काबू: इस दौरान तेज हवा चली तो आग शिवा एंक्लेव आवास विकास कॉलोनी की ओर तेजी से बढ़ने लगी. इसलिए फायर ब्रिगेड की दूसरी गाड़ी को आवास विकास की ओर भेजा गया. यहां भी फैक्ट्री में अंदर जाने का रास्ता नहीं मिलने पर फायर ब्रिगेड की गाड़ी ने लोगों के घरों की छतों से पाइप फैक्ट्री के अंदर पहुंचा कर आग बुझाने की कोशिश शुरू की. हवा तेज चलने के कारण आग सूखे पत्तों में तेजी से फैलने लगी. लोग भी अपने घरों की छतों से पानी डालकर आग को घरों तक पहुंचने से रोकने का प्रयास करने लगे. फायर ब्रिगेड और स्थानीय लोगों की कड़ी मशक्कत के बाद देर रात आग पर काबू पाया जा सका, तब जाकर लोगों ने राहत की सांस ली.
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