अमरावती: यहां के सेंट्रल जेल में बैरक नंबर 6 और 7 के सामने दो बम जैसी वस्तुएं फेंकी गई. इसमें से एक में विस्फोट हुआ. हालांकि, इससे किसी को कोई नुकसान नहीं पहुंचा. घटना शनिवार रात करीब 8 बजे हुई. पुलिस घटना की जांच में जुटी है. इस घटना से जेल प्रशासन में हड़कंप मच गया.
जेल अधीक्षक कीर्ति चिंतामणि ने तुरंत घटना की सूचना पुलिस को दी. अमरावती के पुलिस आयुक्त नवीनचंद्र रेड्डी फ्रेजरपुरा पुलिस स्टेशन की टीम और बम निरोधक दस्ते के साथ जेल पहुंचे. बताया जाता है कि बम जैसी वस्तु जिसमें विस्फोट नहीं हुआ उसे बम निरोधक दस्ते ने निष्क्रिय कर दिया.
बमनुमा दो वस्तुएं गेंद के आकार की थी. आशंका है कि किसी ने जेल में ऊपर से फेंका. इनमें से एक पटाखा फट गया. गेंद जेल परिसर में मिली. पुलिस आयुक्त नवीनचंद्र रेड्डी ने जानकारी दी कि बम निरोधक दस्ते ने गेंद को कब्जे में ले लिया. इसकी जांच फोरेंसिक यूनिट की टीम करेगी. आखिर जेल में बारूद से भरे गोले किसने फेंके? पुलिस कमिश्नर ने बताया कि इसकी जांच की जा रही है.
अमरावती जिला सेंट्रल जेल में 1992 में पंजाब से आए आतंकी रखे गए थे. उस समय जेल के पीछे रामकृष्ण कॉलोनी के एक मकान में पंजाब का एक परिवार किराए पर रह रहा था. इस परिवार का पंजाब में आतंकियों से सीधा संबंध था. दिलचस्प बात यह है कि जब पंजाब से पांच से छह आतंकी इस परिवार के पास आए तो पंजाब पुलिस उनका पीछा करते हुए अमरावती पहुंच गई.
पंजाब पुलिस ने उस घर में आतंकियों को पकड़ने के लिए शाम 5 बजे से रात 10 बजे तक फायरिंग की. उस घटना में एक पुलिसकर्मी के साथ दो बच्चे, दो महिलाएं और पांच पुरुष मारे गए थे. उस समय यह बात सामने आई थी कि ये आतंकी जेल में बंद अपने साथियों को छुड़ाने के लिए अमरावती आए थे.