अंबाला : 25 मार्च को होली है, ऐसे में सभी अपने घर में होली को सेलिब्रेट करना चाहते हैं. कई लोग तो नौकरी और काम-धंधे से छुट्टी लेकर होली मनाने के लिए घर भी पहुंच चुके हैं. लेकिन कई ऐसे हैं जिन्हें ज्यादा दिनों की छुट्टी नहीं मिली और कम छुट्टी के बीच मैनेज करते हुए होली के लिए घर की ओर भाग रहे हैं. ऐसे में रेलवे स्टेशनों पर भीड़ बढ़ गई है और ट्रेन में चढ़ने के लिए आपा-धापी देखने को मिल रही है.
ट्रेन में सीट की टेंशन : होली को देखते हुए रेलवे ने ख़ास इंतज़ाम किए हैं और स्पेशल ट्रेनें चलाई जा रही है, लेकिन इसके बावजूद सारे के सारे इंतज़ाम धरे के धरे रह जा रहे हैं.हरियाणा के अंबाला की बात करें तो यहां भी रेलवे स्टेशन पर लोगों की भारी भीड़ देखने को मिल रही है. वहीं प्लेटफॉर्म पर ट्रेन के पहुंचने पर लोगों के बीच ट्रेन में चढ़ने को लेकर और सीट हासिल करने को लेकर धक्का-मुक्की देखने को मिल रही है.
ट्रेन की खिड़कियों से घुस रही हैं महिलाएं : पुरुष हो या महिलाएं, हर कोई जल्दबाज़ी में है. हालात ये है कि ट्रेन की खिड़कियों से ही ट्रेन के अंदर महिलाएं घुसती हुई नज़र आ रही है. हर किसी को जल्दबाज़ी है, हर किसी को ट्रेन के अंदर सीट पाने की हड़बड़ी है. इस दौरान चोट लग सकती है या कोई गिर सकता है , कोई हादसा हो सकता है, लेकिन किसी को कोई फिक्र ही नहीं है. स्टेशन पर व्यवस्था को मैनेज करने के लिए पुलिसकर्मी तैनात है, लेकिन हालात है कि बेकाबू नज़र आ रहे हैं.
स्टेशन पर भीड़ को मैनेज करने में नाकाम रेलवे : कुल मिलाकर हालात ये है कि ट्रेनों में पैर रखने की जगह तक नहीं है और यात्रियों की भीड़ के आगे रेलवे के इंतज़ाम फेल होते हुए नज़र आ रहे हैं. बड़ा सवाल ये भी है कि अगर ऐसे में कोई बड़ा हादसा हो जाता है तो इसके लिए कौन जिम्मेदार होगा. लोगों को ट्रेन में सीट हासिल करने के लिए अपनी जान की फिक्र नहीं है, तो वहीं रेलवे यात्रियों की भीड़ को मैनेज करने में पूरी तरह फेल नज़र आ रहा है.
ये भी पढ़ें : अंबाला में ट्रेन के डिब्बे में लगी आग, गैस सिलेंडर में भी ब्लास्ट, मची अफरा-तफरी
ये भी पढ़ें : शॉर्टकट रास्ते से आई मौत, ट्रेन की टक्कर से 2 की मौत, किसान आंदोलन के चलते बंद थी सड़क
ये भी पढ़ें : रेवाड़ी में दर्दनाक ट्रेन हादसे में दो की मौत, मंदिर के दर्शन कर वापस लौट रही थी मां-बेटी