नई दिल्ली: भारतीय सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने इजराइल द्वारा हिजबुल्लाह द्वारा इस्तेमाल किए जा रहे पेजर में धमाका करने को 'मास्टरस्ट्रोक' बताया है. उन्होंने इस बात पर भी प्रकाश डाला कि इस तरह के ऑपरेशन के लिए बड़े स्तर पर तैयारी की जरूरत होती है. उन्होंने ऑपरेशन के लिए इजराइल की तैयारी पर जोर दिया.
दिल्ली में मंगलवार को चाणक्य डिफेंस डायलॉग में बोलते हुए जनरल द्विवेदी ने कहा, "आप जिस पेजर की बात कर रहे हैं, उसे एक ताइवानी कंपनी ने बनाया है, जिसे हंगरी की एक कंपनी को सप्लाई किया जा रहा है. हंगरी की कंपनी ने इसके बाद इसे उन्हें (हिजबुल्लाह को) दे दिया. जो शेल कंपनी बनाई गई है, वह इजराइलियों द्वारा एक मास्टरस्ट्रोक है."
उन्होंने कहा कि इस तरह के ऑपरेशन के लिए वर्षों की तैयारी की जरूरत होती है. इसका मतलब है कि वे (इजराइल) इसके लिए तैयार थे." सेना प्रमुख जनरल द्विवेदी ने यह भी कहा कि युद्ध शारीरिक लड़ाई से शुरू नहीं होता बल्कि प्लानिंग फेज से शुरू होता है.
आर्मी चीफ ने भारत में इस तरह की घटनाओं से बचने के लिए आपूर्ति श्रृंखलाओं में सतर्कता के महत्व को भी रेखांकित किया. जनरल द्विवेदी ने कहा, "आपूर्ति श्रृंखला में रुकावट और पाबंदी ऐसी चीजें हैं जिनके प्रति हमें बहुत सतर्क रहना होगा."
उन्होंने बताया कि भारत को विभिन्न स्तरों पर निरीक्षण की आवश्यकता है, चाहे वह तकनीकी स्तर पर हो या मैन्युअल स्तर पर, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि भारत के मामले में ऐसी चीजें न हों.
हिजबुल्लाह के 3,000 पेजर में हुआ था विस्फोट
गौरतलब है कि 17 सितंबर को लेबनान के चरमपंथी समूह हिजबुल्लाह द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले 3,000 पेजर तब फट गए, जब उन्हें एक कोडित संकेत भेजा गया. बड़े पैमाने पर पेजर ब्लास्ट में दो बच्चों सहित 12 लोगों की मौत हुई थी और हजारों लोग घायल हुए थे.
इसके बाद रिपोर्ट में दावा किया गया कि इजराइल की जासूसी एजेंसी मोसाद ने ताइवान की एक कंपनी से हिजबुल्लाह द्वारा ऑर्डर किए गए 5,000 पेजर के अंदर विस्फोटक लगा दिए थे. न्यूज एजेंसी रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, यह साजिश कई महीनों से चल रही थी.
हिजबुल्लाह ने ताइवान स्थित गोल्ड अपोलो से 5,000 पेजर ऑर्डर किए थे. हंगरी की एक कंपनी सहित बिचौलियों के जरिये जिनकी आपूर्ति की गई थी. मोसाद ने कथित तौर पर उत्पादन के चरण में इन उपकरणों में विस्फोटक सामग्री को फिट किया था.
यह भी पढ़ें- क्या है हिजबुल्लाह की यूनिट 910, जिसे सौंपा गया है नसरल्लाह की हत्या का बदला लेने का काम? जानें