हैदराबाद: भीषण गर्मी से लोग तबाह हैं. रात-दिन चौबीसो घंटे गर्म हवा लोगों को झुलसाती है. ऐसे लोग जिनके पास एसी (ACs) है वे ही सुकून से सो पाते हैं लेकिन जिनके पास एसी नहीं है वे गर्मी से बेहाल हैं. इस तपिश में पंखे और कूलर फेल हैं. अगर आप पंखा चलाएंगे तो आपको असहनीय गर्म हवा महसूस होगी. दिन का तापमान 46 डिग्री पार होने से कूलर भी किसी काम के नहीं रह गए हैं.
यह दयनीय स्थिति आम लोगों को पिछले एक सप्ताह से सुबह साढ़े चार बजे तक झेलनी पड़ रही है. इससे आम आदमी बुरी तरह से प्रभावित हैं. लोग धूप से बीमार पड़ रहे हैं. दोपहर के समय कई बाजारों में सन्नाटा देखा जाता है. इसका असर व्यवसायों और आम लोगों के जीवन पर पड़ रहा है.
11 बजे के बाद कारोबार बंद हो जाता है: लोग धूप में नहीं निकल रहे हैं. गांवों से जिला केंद्रों और शहरों तक यात्रा करने वाले लोगों की संख्या भी कम हो गई है. इसके चलते पूरे राज्य में सुबह 11 बजे से शाम 5 बजे तक कारोबार में गिरावट आई है. दोपहर के समय भीड़भाड़ वाले इलाकों में भी सन्नाटा पसरा रहता है. इससे छोटे कारोबारी, ऑटो चालक सभी प्रभावित हुए हैं. इससे उन्हें चिंता है कि उनकी आय कम हो जाएगी और उन्हें पारिवारिक जरूरतों के लिए कर्ज लेना पड़ेगा. आरटीसी ने दोपहर की सेवाएं भी कम कर दी है.
बच्चे और बुजुर्ग के लिए आफत: आधी रात में भी गर्म हवा चलने के कारण बच्चे ठीक से सो नहीं पा रहे हैं. शिशु थकावट के कारण चिड़चिड़ा हो गए और रो रहे हैं. वहीं, बीमारी के कारण बिस्तर पर पड़े लोगों का दर्द भी अकल्पनीय है. मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि रात का तापमान सामान्य से 4 डिग्री तक अधिक रहेगा. हैदराबाद एक समशीतोष्ण क्षेत्र है जहां न्यूनतम तापमान 22 डिग्री से कम दर्ज किया जाना चाहिए था, लेकिन यह एक सप्ताह से 28.4 डिग्री से ऊपर बना हुआ है.
मजदूर रात में करते हैं काम: वर्तमान में भीषण गर्मी की मार से बचने के लिए मजदूर रात में काम करना पसंद करते हैं. दिन के समय बीमार पड़ने के डर से कई मजदूर काम पर नहीं जाते हैं. राजमिस्त्रियों का कहना है कि कई मजदूर रात के समय काम करना पसंद करते हैं क्योंकि इस दौरान झुलसाने वाली धूत नहीं रहती है. मजदूरों का कहना है कि भीषण गर्मी के कारण कुदाल, फावड़ा और लोहे के उपकरण से काम करना मुश्किल होता है.
सब्जियों के दाम आसमान छू रहे हैं: बोरहोल और बोरिंग के सूखने के कारण सब्जियों के उत्पादन पर प्रभाव पड़ा है. व्यापारियों का कहना है कि हैदराबाद के उपनगरों से शहर के एलबी नगर, बोइनापल्ली और कोथापेट इलाकों में साग-सब्जियों की आवक कम हो गई है. नतीजतन, कीमतें बढ़ रही हैं. उप्पल की एक सब्जी विक्रेता ममता ने कहा कि खरीदारों की दिलचस्पी नहीं है क्योंकि सब्जियां लाने से पहले ही खराह हो जा रही है.
कूलर,एसी खरीदने की होड़: गर्मी से राहत पाने के लिए लोग बड़ी संख्या में कूलर और एसी खरीद रहे हैं. रमन्तापुर के एक सेल्समैन करुणाकर ने कहा कि वह हर गर्मियों में लगभग 120 कूलर बेचते हैं. हालांकि, इस साल अब तक 150 बेच चुके हैं. उन्होंने कर्नाटक के लिए फिर से ऑर्डर दिया है. लोगों के घरों में सुबह से लेकर रात तक घरों में कूलर चलते हैं. ऐसा करने के बाद भी उनकी शिकायत रहती है कि कूलर से कुछ राहत मिलती है.