जयपुर: राजस्थान की जयपुर पुलिस ने बुधवार को राजधानी में 14 महीने पहले हुई अपहरण की वारदात का खुलासा कर दिया. 11 महीने के बच्चे को घर के बाहर से अगवा करने वाला आरोपी यूपी पुलिस का निलंबित हेड कांस्टेबल तनुज चाहर अब खाकी की गिरफ्त में है. तनुज पर 25 हजार रुपये का इनाम भी है, लेकिन तनुज और अपह्रत बच्चे के बीच की बॉन्डिंग इन 14 महीनों में इतनी गहरी हो गई कि तनुज इस बच्चे को अपना बेटा, तो 2 साल का मासूम पृथ्वी अपने ही किडनैपर को अपना मानने लगा है.
हाल में इस वारदात की खुलासे के बाद जयपुर पुलिस का एक वीडियो सामने आया है, जिसमें जब पुलिसकर्मी आरोपी तनुज से बच्चे को लेकर मां को सौंपने जाते हैं, तो अपह्रत बच्चा घर लौटने के बाद भी अपनी मां को नहीं पहचान पाता. 25 महीने का पृथ्वी आरोपी से लिपटकर जोर-जोर से रोने लगता है और उसे छोड़ने के लिए तैयार नहीं होता. बच्चों को रोता देखकर किडनैपर की भी आंखों में आंसू आ जाते हैं.
अपहरण के पीछे यह रहा कारण : जयपुर साउथ के एडिशनल डीसीपी पारस जैन के मुताबिक आरोपी तनुज चाहर अपह्रत बालक पृथ्वी की मां पूनम चौधरी और पृथ्वी उर्फ कुक्कु को अपने पास रखना चाहता था, लेकिन पूनम आरोपी के साथ नहीं जाना चाहती थी. इसलिए तनुज ने 11 महीने के बच्चे का साथियों के साथ मिलकर 14 जून 2023 को अपहरण कर लिया. वारदात के बाद भी आरोपी हेड कांस्टेबल तनुज पूनम पर अपनी बात मनवाने के लिए लगातार दबाव डाल रहा था, जिसके कारण उसे यूपी पुलिस की नौकरी से भी हाथ धोना पड़ा.
पुलिस देखकर पैदल कई किलोमीटर भागा आरोपी : परिचित के बेटे के अपहरण के आरोप तनुज चाहर को गिरफ्तार करने के लिए जयपुर पुलिस की विशेष टीम 22 अगस्त को मथुरा, आगरा और अलीगढ़ पहुंची थी. सूचना मिली थी कि तनुज ने दाढ़ी बढ़ा ली है और वह साधु का चोला पहनकर वृंदावन परिक्रमा मार्ग में युमना जी के खादर क्षेत्र में कुटिया बनाकर रह रहा है.
आरोपी को पकड़ने के लिए जयपुर के पुलिसकर्मी भी भजन-कीर्तन करते हुए वहीं साधु के वेश में रहने लगे. 27 अगस्त को सूचना मिली कि तनुज अलीगढ़ गया है, तो पुलिस आरोपी को पकड़ने पहुंची, जिसके बाद वह अपहृत बालक को गोद में लेकर खेतों में भागने लगा. पुलिस ने करीब 8 किलोमीटर पीछा कर उसे पकड़ लिया.