चंडीगढ़: हरियाणा में नई सरकार बन ग्यारह दिन बीत चुके हैं, लेकिन अभी तक सरकार विभागों का बंटवारा नहीं कर पाई है. 12 मार्च को सीएम ने पांच मंत्रियों के साथ शपथ ली. वहीं, कैबिनेट का विस्तार मंगलवार, 19 मार्च को हुआ जिसमें 8 मंत्री बने. यानी सरकार बने ग्यारह दिन हो गए, लेकिन अभी तक मंत्रियों के विभागों का बंटवारा नहीं हो पाया है. हालांकि सरकार ने मंत्रियों को सचिवालय में कमरे जरूर अलॉट कर दिए हैं.
विभागों का बंटवारा बड़ी चुनौती: विभागों का बंटवारा करना सरकार के लिए चुनौती से कम नहीं हैं. दरअसल मनोहर सरकार में पूर्व उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला के पास कई अहम विभाग थे. वहीं, पूर्व गृह मंत्री अनिल विज के पास भी गृह विभाग के साथ स्वास्थ्य और आयुष्मान विभाग की जिम्मेदारी थी. ऐसे में उन सभी अहम विभागों पर नए मंत्री भी नजरें लगाए हुए हैं.
6 कैबिनेट मंत्री और 7 राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार: मंत्री अहम विभागों के लिए दिल्ली दरबार से भी लगातार अपना जुगाड़ लगाने में जुट हैं. नायब सैनी मंत्री मंडल में 6 कैबिनेट मंत्री और 7 राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार हैं. ऐसे में सभी नवनियुक्त मंत्री अहम विभाग पाने के लिए अपनी पूरी ताकत लगा रहे हैं. हालांकि मनोहर सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे सभी 6 मंत्रियों को वरिष्ठता के आधार पर अहम विभागों की जिम्मेदारी मिल सकती है, लेकिन किसको क्या मिलेगा. यह अभी तक स्पष्ट नहीं हैं. राजनीतिक हलकों में चर्चा है कि कल (शुक्रवार, 22 मार्च) तक विभागों का बंटवारा हो सकता है.
सीएम सैनी अपने पास रख सकते हैं ये विभाग!: सीएम नायब सैनी की सरकार में मुख्यमंत्री पूर्व सीएम मनोहर लाल के पास रहे अहम विभागों वित्त और सूचना जनसंपर्क विभाग के साथ गृह विभाग अपने पास रख सकते हैं. वहीं, पूर्व उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला और अनिल विज के पास रहे अहम विभागों में से ज्यादातर विभाग वरिष्ठ मंत्रियों को सौंपा जा सकता है.
कंवरपाल गुर्जर को मिल सकती है बड़ी जिम्मेदारी: माना जा रहा है कि सैनी सरकार में नंबर 2 मंत्री माने जाने वाले कंवर पाल गुर्जर को अहम विभागों की जिम्मेदारी मिल सकती है. जिसमें एक्साइज, लोक निर्माण विभाग और खाद्य आपूर्ति विभाग अहम है. पूर्व में कंवर पाल गुर्जर के पास शिक्षा, पर्यटन और वन विभाग की जिम्मेदारी थी. अनिल विज के पास रहे स्वास्थ्य विभाग की जिम्मेदारी डॉ. कमल गुप्ता को मिल सकती है, क्योंकि वे डॉक्टर भी हैं. पूर्व में वे शहरी विकास विभाग की जिम्मेदारी देख रहे थे.
पूर्व मंत्रियों का बढ़ सकता है कद!: वहीं, पूर्व सरकार में परिवहन मंत्री रहे मूलचंद शर्मा को भी एक से दो अन्य महत्वपूर्ण विभाग मिल सकते हैं. इसके साथ ही पूर्व सरकार में कृषि मंत्री रहे जेपी दलाल का भी कद और बढ़ सकता है. वहीं, पूर्व सरकार में बिजली मंत्री रहे रणजीत चौटाला के विभागों में बदलाव होने की उम्मीद कम है. वहीं, पूर्व सरकार में सहकारिता मंत्री रहे बनवारी लाल से सहकारिता विभाग वापस लिया जा सकता है और कोई अन्य विभाग उन्हें दिया जा सकता है.
नए मंत्रियों में किसे कौन सा विभाग?: वहीं, पहली बार मंत्रिमंडल में शामिल हुए मंत्रियों में अकेली महिला मंत्री सीमा त्रिखा को कमलेश ढांडा के पास रहे महिला एवं बाल विकास विभाग की जिम्मेदारी मिल सकती है. वहीं, सुभाष सुधा को शहरी एवं स्थानीय निकाय विभाग की जिम्मेदारी मिल सकती है. वहीं, पूर्व आईएएस अधिकारी रहे अभय सिंह यादव को शिक्षा विभाग की जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है. इसके साथ ही विशंभर वाल्मीकि को समाज कल्याण, सामाजिक न्याय अधिकारिता विभाग की जिम्मेदारी मिल सकती है. इसके साथ ही असीम गोयल को खेल मंत्री बनाए जाने की चर्चा है.
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