चंडीगढ़ : हरियाणा में मंत्रिमंडल को लेकर बीते दो दिनों से उठापटक चल रही थी. मुख्यमंत्री के दिल्ली दौरे से लेकर संगठन की बैठक में मंत्रिमंडल विस्तार के नामों की सूची पर चर्चा चलती रही. शुक्रवार हो या शनिवार मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर राजभवन में भी हलचलें तेज रही. लेकिन ये बस तक हलचल तक ही सीमित रह गई और जो विधायक मंत्री बनने का सपना देख रहे थे, उनका सपना साकार ना हो सका. तैयारियां फुल थी लेकिन आखिरी मौके पर सब कैंसिल हो गया.
मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर रही हलचल : हरियाणा में मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर नए सीएम नायब सिंह सैनी दिल्ली गए थे जहां उन्होंने पार्टी के आला नेताओं के साथ मंत्रिमंडल पर मंथन किया. इसके बाद रात को लौटकर उन्होंने संगठन के साथ चंडीगढ़ में मंथन किया. उम्मीद जताई जा रही थी कि शुक्रवार को कैबिनेट का विस्तार होगा, लेकिन ऐसा हुआ नहीं. इसी बीच खबर मिली कि शुक्रवार देर शाम मुख्यमंत्री फिर से कैबिनेट विस्तार को लेकर फंसे पेंच पर चर्चा के लिए दिल्ली चले गए जिसके बाद वे फाइनल चर्चा के बाद रात को वापस लौट आए. हालांकि सरकार की ओर से ऑफीशियली ये तो नहीं बताया गया था कि कैबिनेट विस्तार के लिए शपथ ग्रहण शनिवार को कब होगा, लेकिन सुबह 11 बजे का समय इसके लिए तय था, जिसकी पुष्टि बाद में एक पार्टी के विधायक ने भी की.
मंत्री बनने की चाह रखने वालों पर शनि पड़ा भारी! : शनिवार को नई सरकार के पहले मंत्रिमंडल के विस्तार को लेकर शनिवार को राजभवन में सुबह से ही हलचल रही. इधर रात को ही उन विधायकों को सुबह चंडीगढ़ आने का फोन कर दिया गया था, जिनको मंत्री बनाया जाना था. समय सुबह 11 बजे का दिया गया था. मंत्री बनने की चाह में चंडीगढ़ पहुंचे विधायक राजभवन के चक्कर काटते दिखे. लेकिन शपथ ग्रहण के समय को लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं हो पाई. गुरुग्राम विधायक सुधीर सिंगला ने कहा कि 11 बजे का समय दिया गया था. अब 2 से ढाई बजे तक इंतजार करने को कहा गया है. लेकिन तीन बजे चुनाव आयोग ने देश में आम चुनाव की घोषणा कर दी. यानि मंत्री बनने की चाह में चंडीगढ़ आए विधायकों पर शनि भारी पड़ गया.
क्या कहा था बीजेपी विधायक ने ? : राजभवन पहुंचे गुरुग्राम से बीजेपी विधायक सुधीर सिंगला ने बताया कि अनिल विज की बात की जा रही है और राव इंद्रजीत की कुछ मांगें हैं जिनको लेकर विचार-विमर्श किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि ऐसा बताया जा रहा है कि राव इंद्रजीत अपने समाज से किसी विधायक को मंत्री बनवाना चाहते हैं. इस पर मंथन किया जा रहा है जिसके चलते देरी हो रही है.
क्या बोले अनिल विज ? : वहीं हरियाणा के पूर्व गृह मंत्री अनिल विज ने कहा कि शपथ ग्रहण के बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं है, वे अपने निजी कार्यक्रमों में व्यस्त हैं. अनिल विज ने अपनी नाराजगी की खबरों को लेकर जवाब देते हुए कहा कि वे रुठे हुए नहीं हैं. अनिल विज ने आगे कहा कि मुख्यमंत्री की शपथ ग्रहण के बाद अभी तक उनसे किसी ने इस बारे में बात नहीं की है. वे विधानसभा सत्र में भी मौजूद रहे, लेकिन किसी ने इस बारे में उनसे बात नहीं की. उन्हें उम्मीद है कि नायब सैनी को मुख्यमंत्री बनाया गया है और वे अच्छे से सरकार चलाएंगे.
आखिर कहां फंस रहा पेंच ? : कहा जा रहा है कि पार्टी अनिल विज को कैबिनेट में शामिल होने के लिए लगातार मना रही है, लेकिन वे मानने को तैयार नहीं हैं. इस बात की पुष्टि खुद बीजेपी के विधायक ने भी कर दी. इन सबके बीच दक्षिणी हरियाणा के दिग्गज नेता राव इंद्रजीत सिंह भी कैबिनेट में अपने लोगों को शामिल करने की भरसक कोशिशें कर रहे हैं. वहीं लोकसभा चुनाव के ऐलान के चलते अब देश में आचार संहिता लग चुकी है, ऐसे में अब कैबिनेट के विस्तार होने की संभावनाएं खत्म हो गई है. हालांकि चर्चा ये भी है कि नाराजगी को देखते हुए सरकार भी लोकसभा चुनाव से पहले विस्तार करके कोई सियासी नुकसान उठाने के मूड में नहीं हैं.
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