सूरत: गुजरात की सूरत पुलिस के विशेष अभियान समूह ने शहर में 16 फर्जी डॉक्टरों को गिरफ्तार किया है. ये डॉक्टर बिना किसी वैध डिग्री के चिकित्सा के प्रैक्टिस कर रहे थे. पुलिस ने इन फर्जी डॉक्टरों के क्लीनिक से दवाओं का जखीरा भी जब्त किया. फर्जी डॉक्टरों के खिलाफ अभियान में, चार अलग-अलग एसओजी टीमों ने शहर के कई इलाकों में अभियान चलाया.
अभियान के दौरान, एसओजी ने पांडेसरा क्षेत्र से 9 और डिंडोली क्षेत्र से 7 डॉक्टरों को पकड़ा गया. ये फर्जी डॉक्टर बिना किसी वैध मेडिकल डिग्री या लाइसेंस के चिकित्सक के रूप में अभ्यास कर रहे थे. छापेमारी के दौरान, पुलिस को मरीजों की कतारें मिलीं और ये डॉक्टर 100 से 200 रुपये लेते हुए उनसे पेशेवर डॉक्टरों की तरह व्यवहार कर रहे थे. इन फर्जी डॉक्टरों के खिलाफ शिकायत दर्ज कर ली गई है. सभी के खिलाफ अब कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी गई है
सूरत पुलिस का अभियान: सूरत एसओजी पुलिस ने पांडेसरा इलाके से 9 और डिंडोली इलाके से 7 कुल 16 फर्जी डॉक्टरों को पकड़ा है. इस संबंध में सूरत एसओजी पुलिस पीआई जेटी सोनारा ने बताया कि शहर में फर्जी डॉक्टर बनकर लोगों की जान से खिलवाड़ करने वाले लोगों की धरपकड़ के लिए एसओजी पुलिस की ओर से एक अभियान चलाया गया. जिसमें हमारी अलग-अलग टीमें बनीं. टीमों द्वारा शहर के पांडेसरा और डिंडोली इलाके में स्थित क्लिनिक पर तलाशी अभियान चलाया गया.
16 फर्जी डॉक्टर पकड़े गए: पांडेसरा और डिंडोली इलाके से कुल 16 फर्जी एमबीबीएस डॉक्टर पकड़े गए. उन सभी ने अपना क्लीनिक रखा था और मरीजों को बिना किसी प्रिस्क्रिप्शन के दवाएं और इंजेक्शन देते थे. पकड़े गए सभी फर्जी डॉक्टर पहले दूसरे अस्पताल में काम करते थे और अपने ज्ञान और अनुभव से अपनी अलग क्लीनिक खोल ली थी. पकड़े गए डॉक्टरों के पास से इंजेक्शन और मेडिकल दवाएं भी बरामद की गईं.