गरियाबंद: एक तरफ नक्सली जवानों के खून के प्यासे रहते है तो दूसरी तरफ जवान अपना खून देकर नक्सलियों की जान बचा रहे हैं. गरियाबंद में ऐसा ही मामला सामने आया है. गुरुवार को मुठभेड़ में घायल एक महिला नक्सली की जान गरियाबंद पुलिस के जवान ने रक्तदान कर बचाई है.
जवान ने रक्तदान कर बचाई महिला नक्सली की जान: गरियाबंद में हुई एक नक्सली घटना के बीच जिला पुलिस ने ऐसी मिसाल कायम की है जिसे सुनकर लोग पुलिस की तारीफ करते नहीं थक रहे. काफी संख्या में नक्सलियों के इकट्ठा होने की सूचना पर पुलिस जवान ऑपरेशन के लिए निकले. इस दौरान जवानों और नक्सलियों के बीच एनकाउंटर हुआ जिसमें महिला नक्सली को गले में गोली लगी. लेकिन जब घायल नक्सली पुलिस के हाथ लगी तो पूरी टीम उसकी जान बचाने में जुट गई. एसपी खुद घायल महिला नक्सली के इलाज की तैयारी करवाने जिला अस्पताल पहुंचे. गोली लगने के चलते जब महिला नक्सली का ज्यादा खून बह चुका था तो उसे बचाने पुलिस जवान ने तुरंत ब्लड डोनेट किया.
महिला नक्सली को गले में गोली लगी थी. जिसे खून की जरूरत थी तो पुलिस के जवान ने ब्लड डोनेट देकर उसकी जान बचाई. महिला नक्सली को रायपुर रेफर किया गया है.- गरियाबंद एसपी
मुठभेड़ में घायल हुई थी महिला: पार्वती नाम की यह महिला नक्सली बीजापुर जिले के एक गांव की रहने वाली है. जो लंबे समय से नक्सली संगठन से जुड़ी बताई जा रही है. गुरुवार को छिंडोला और सीकाशेर की पहाड़ियों के बीच पुलिस की ई30 टीम और डीआरजी की टीम नक्सलियों के होने की सूचना पर निकली थी. इसी दौरान मौके पर मौजूद 20 से 30 नक्सलियों ने फायरिंग शुरू कर दी. जवाबी फायरिंग में दोनों तरफ से हुई मुठभेड़ के दौरान महिला नक्सली को गले में गोली लग गई. ज्यादा खून बहने के चलते खून चढ़ाने की जरूरत पड़ी. तब जवान प्रदीप सिन्हा आगे आया और महिला नक्सली की जान बचाने रक्तदान किया. इसके बाद महिला नक्सली को कड़ी सुरक्षा के बीच रायपुर रेफर किया गया.