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गंगा सप्तमी पर खाली गंगोत्री धाम, नहीं पहुंच पा रहे यात्री, अव्यवस्थाओं पर फूटा पुरोहितों का गुस्सा, बाजार बंद - Protest in Gangotri Dham

Chardham Yatra 2024: 10 मई से शुरुआत के साथ ही चारधाम यात्रा मार्गों पर श्रद्धालुओं का हुजूम उमड़ रहा है. लेकिन यात्री धामों तक नहीं पहुंच पा रहे हैं. 20-22 घंटों तक यात्रियों को जाम में फंसना पड़ रहा है. उधर, गंगोत्री धाम खाली रहने से तीर्थ पुरोहित भी बेहद आक्रोषित हैं. उन्होंने प्रशासन पर अधूरी तैयारियों और लापरवाही का आरोप लगाया है.

Gangotri Dham
गंगोत्री-यमुनोत्री धाम तक नहीं पहुंच पा रहे यात्री. (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Uttarakhand Team

Published : May 14, 2024, 12:52 PM IST

Updated : May 14, 2024, 2:28 PM IST

गंगोत्री-यमुनोत्री धाम तक नहीं पहुंच पा रहे यात्री, तीर्थ पुरोहितों में आक्रोश. (ETV Bharat)

उत्तरकाशी: गंगोत्री धाम के तीर्थ पुरोहित यात्रा तैयारियों को लेकर नाखुशी जता रहे हैं. तीर्थ पुरोहितों का कहना है कि शासन प्रशासन की आधी अधूरी तैयारियों के कारण यात्री धाम तक नहीं पहुंच पा रहे हैं. इसी को लेकर गंगोत्री धाम के तीर्थ पुरोहितों ने मंदिर के सामने शासन प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए अपना विरोध व्यक्त किया.

धाम तक नहीं पहुंच पा रहे यात्री: तीर्थ पुरोहितों का कहना है कि बीते सोमवार से चारधाम यात्री धाम तक नहीं पहुंच पा रहे हैं. गंगा पुरोहित सभा के अध्यक्ष संजीव सेमवाल ने कहा कि शासन प्रशासन की आधी अधूरी तैयारियों के कारण यात्री करीब 22 घंटे जाम में फंसे रहे. यात्रियों को सड़कों पर रात गुजारने को मजबूर होना पड़ रहा है. आज गंगा सप्तमी का दिन है, लेकिन प्रशासन की लापरवाही के कारण पूरा गंगोत्री धाम खाली पड़ा है.

तीर्थ पुरोहितों ने प्रशासन से चारधाम यात्रा को सुगम बनाने की मांग की है. उनका कहना है कि सड़कों की बुरी स्थिति के कारण जाम लग रहा है. पुरोहितों का कहना है कि प्रशासन यात्रियों के लिए कोई व्यवस्था नहीं कर पा रहा है जिस कारण यात्री गंगोत्री-यमुनोत्री धाम के दर्शन नहीं कर पा रहे हैं. इसलिए अगर ऐसी ही अव्यवस्था बनी रही, तो पुरोहितों को उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होना पड़ेगा.

गौर हो कि, सोमवार रात गंगनानी और हर्षिल के बीच सुबह से जाम में फंसे यात्रियों ने अव्यवस्थाओं के खिलाफ नारे लगाए. बीच में स्थिति प्रशासन और पुलिस के कंट्रोल से बाहर होती भी दिखी. जनपद मुख्यालय से लेकर हर्षिल तक करीब 75 किमी के दायरे में यात्री परेशान हो रहे हैं.

व्यापारियों ने बंद करवाया बाजार: इस स्थिति को देखते हुए गंगोत्री धाम में व्यापार मंडल गंगोत्री के व्यापारियों ने भी शासन प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन शुरू कर दिया है. गंगोत्री धाम के व्यापारियों ने पूरा बाजार बंद करवा दिया है. गंगोत्री धाम के होटल व्यवसायी और व्यापारियों का कहना है कि जिन यात्रियों ने बुकिंग की थी वो धाम तक नहीं पहुंच पाए. व्यापार मंडल अध्यक्ष इंद्रदेव सेमवाल ने कहा कि, प्रशासन रात्रि में यात्रियों को भेज रहा है. उस समय उन्हें कोई सुविधा नहीं मिल पा रही. इसलिए जब तक प्रशासन की ओर से स्थिति नहीं सुधरती, तब तक बाजार बंद रहेगा.

वहीं, हर्षिल घाटी के स्थानीय लोगों का कहना है कि जाम खुलवाने के लिए कहीं पर भी पुलिस और प्रशासन के लोग नहीं दिख रहे हैं. बड़े अधिकारी कंट्रोल रूम में बैठकर ड्यूटी निभा रहे हैं.

पुलिस प्रशासन ने बताई वजह: उधर, वर्तमान हालातों को लेकर पुलिस अधीक्षक उत्तरकाशी अर्पण यदुवंशी ने बताया गया कि कपाट खुलते ही पहले दो-तीन दिन के अंदर यमुनोत्री और गंगोत्री धाम में अप्रत्याशित संख्या में श्रद्धालु दर्शन को पहुंचे हैं, जिससे यातायात दबाव बढ़ने से थोड़ी-बहुत जाम की स्थिति पैदा हुई है. बड़ी बसों के कारण भी संकरे मार्गों पर यातायात मे दिक्कतें आई हैं. हालांकि, उन्होंने शाम तक ट्रैफिक नियंत्रित कर यातायात को सामान्य करने की आश्वासन दिया.

बता दें कि, मंगलवार (14 मई) सुबह उत्तरकाशी से 600-700 वाहनों को गंगोत्री के लिए भेजा गया है. लेकिन नेताला में गंगोत्री हाईवे पर पिछले चार घंटे से जाम लगा हुआ है. प्रधान संगठन के प्रदेश महामंत्री प्रताप रावत ने इसके लिए बीआरओ को जिम्मेदार ठहराया है. उनका कहना है कि ये लोग यात्रा सीजन के दौरान ही काम करते हैं. नेताला में नाली की खुदान और नेटाला गोदाम के पास सड़क चौड़ीकरण के कारण ये समस्या हो रही है.

गंगोत्री-यमुनोत्री धाम तक नहीं पहुंच पा रहे यात्री, तीर्थ पुरोहितों में आक्रोश. (ETV Bharat)

उत्तरकाशी: गंगोत्री धाम के तीर्थ पुरोहित यात्रा तैयारियों को लेकर नाखुशी जता रहे हैं. तीर्थ पुरोहितों का कहना है कि शासन प्रशासन की आधी अधूरी तैयारियों के कारण यात्री धाम तक नहीं पहुंच पा रहे हैं. इसी को लेकर गंगोत्री धाम के तीर्थ पुरोहितों ने मंदिर के सामने शासन प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए अपना विरोध व्यक्त किया.

धाम तक नहीं पहुंच पा रहे यात्री: तीर्थ पुरोहितों का कहना है कि बीते सोमवार से चारधाम यात्री धाम तक नहीं पहुंच पा रहे हैं. गंगा पुरोहित सभा के अध्यक्ष संजीव सेमवाल ने कहा कि शासन प्रशासन की आधी अधूरी तैयारियों के कारण यात्री करीब 22 घंटे जाम में फंसे रहे. यात्रियों को सड़कों पर रात गुजारने को मजबूर होना पड़ रहा है. आज गंगा सप्तमी का दिन है, लेकिन प्रशासन की लापरवाही के कारण पूरा गंगोत्री धाम खाली पड़ा है.

तीर्थ पुरोहितों ने प्रशासन से चारधाम यात्रा को सुगम बनाने की मांग की है. उनका कहना है कि सड़कों की बुरी स्थिति के कारण जाम लग रहा है. पुरोहितों का कहना है कि प्रशासन यात्रियों के लिए कोई व्यवस्था नहीं कर पा रहा है जिस कारण यात्री गंगोत्री-यमुनोत्री धाम के दर्शन नहीं कर पा रहे हैं. इसलिए अगर ऐसी ही अव्यवस्था बनी रही, तो पुरोहितों को उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होना पड़ेगा.

गौर हो कि, सोमवार रात गंगनानी और हर्षिल के बीच सुबह से जाम में फंसे यात्रियों ने अव्यवस्थाओं के खिलाफ नारे लगाए. बीच में स्थिति प्रशासन और पुलिस के कंट्रोल से बाहर होती भी दिखी. जनपद मुख्यालय से लेकर हर्षिल तक करीब 75 किमी के दायरे में यात्री परेशान हो रहे हैं.

व्यापारियों ने बंद करवाया बाजार: इस स्थिति को देखते हुए गंगोत्री धाम में व्यापार मंडल गंगोत्री के व्यापारियों ने भी शासन प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन शुरू कर दिया है. गंगोत्री धाम के व्यापारियों ने पूरा बाजार बंद करवा दिया है. गंगोत्री धाम के होटल व्यवसायी और व्यापारियों का कहना है कि जिन यात्रियों ने बुकिंग की थी वो धाम तक नहीं पहुंच पाए. व्यापार मंडल अध्यक्ष इंद्रदेव सेमवाल ने कहा कि, प्रशासन रात्रि में यात्रियों को भेज रहा है. उस समय उन्हें कोई सुविधा नहीं मिल पा रही. इसलिए जब तक प्रशासन की ओर से स्थिति नहीं सुधरती, तब तक बाजार बंद रहेगा.

वहीं, हर्षिल घाटी के स्थानीय लोगों का कहना है कि जाम खुलवाने के लिए कहीं पर भी पुलिस और प्रशासन के लोग नहीं दिख रहे हैं. बड़े अधिकारी कंट्रोल रूम में बैठकर ड्यूटी निभा रहे हैं.

पुलिस प्रशासन ने बताई वजह: उधर, वर्तमान हालातों को लेकर पुलिस अधीक्षक उत्तरकाशी अर्पण यदुवंशी ने बताया गया कि कपाट खुलते ही पहले दो-तीन दिन के अंदर यमुनोत्री और गंगोत्री धाम में अप्रत्याशित संख्या में श्रद्धालु दर्शन को पहुंचे हैं, जिससे यातायात दबाव बढ़ने से थोड़ी-बहुत जाम की स्थिति पैदा हुई है. बड़ी बसों के कारण भी संकरे मार्गों पर यातायात मे दिक्कतें आई हैं. हालांकि, उन्होंने शाम तक ट्रैफिक नियंत्रित कर यातायात को सामान्य करने की आश्वासन दिया.

बता दें कि, मंगलवार (14 मई) सुबह उत्तरकाशी से 600-700 वाहनों को गंगोत्री के लिए भेजा गया है. लेकिन नेताला में गंगोत्री हाईवे पर पिछले चार घंटे से जाम लगा हुआ है. प्रधान संगठन के प्रदेश महामंत्री प्रताप रावत ने इसके लिए बीआरओ को जिम्मेदार ठहराया है. उनका कहना है कि ये लोग यात्रा सीजन के दौरान ही काम करते हैं. नेताला में नाली की खुदान और नेटाला गोदाम के पास सड़क चौड़ीकरण के कारण ये समस्या हो रही है.

Last Updated : May 14, 2024, 2:28 PM IST
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