चंडीगढ़: हरियाणा में लेकसभा चुनाव से पहले बीजेपी से गठबंधन टूटने के बाद दुष्यंत चौटाला एक बार फिर बीजेपी पर हमलावर हो गये हैं. उनकी पार्टी साढे चार साल बीजेपी के साथ प्रदेश में गठबंधन सरकार चला चुकी है. इसको लेकर प्रचार के दौरान गांवों में उनका विरोध भी हो रहा है. इन सब सवालों को लेकर ईटीवी भारत ने दुष्यंत चौटाला से बातचीत की.
सवाल- आप साढ़े चार साल बीजेपी के साथ गठबंधन में रहे. क्या आपको पता था कि गठबंधन टूटने वाला है?
जवाब- जब गठबंधन हुआ तब भी जानकारी थी, जब अलग चलने का फैसला लिया तब भी जानकारी थी. गठबंधन टूटा इसलिए क्योंकि हमारी सीट शेयरिंग पर सहमति नहीं बनी. हमने तो अंत में यह भी कहा बुढ़ापा पेंशन 5100 कर दें तो हम लोकसभा चुनाव भी नहीं लड़ेंगे. उसके बावजूद दोनों पार्टियों में सहमति नहीं बनी. जब सहमति नहीं बनी तो दोनों ने अलग चलने का फैसला किया.
सवाल- कांग्रेस जेजीपी पर बीजेपी की B टीम होने का आरोप लगाती है और वोट कटवा कहती है. आप क्या कहेंगे.
जवाब- कांग्रेस हो या इनेलो दोनों की एक मंशा है कि हमें बी टीम का टैग दे दिया जाए. मैं यह बोलता हूं कि कौन सी पार्टी है जो अपना कैडर कमजोर करेगी. हर पॉलिटिकल पार्टी अपने कैडर को मजबूत करना चाहेगी. वही हमारी मंशा है. अगर हम मजबूत उम्मीदवार उतरेंगे, तो हमारा उम्मीदवार जीतेगा. अगर उम्मीदवार कमजोर उतरेंगे तो हारेगा. हमारी मंशा साफ है कि पार्टी के कैडर को मजबूत करना है.
सवाल- जमीनी स्तर पर आपकी पार्टी और बीजेपी के नेताओं का विरोध हो रहा है, क्या आपके गठबंधन में रहने का विरोध है?
जवाब- जो विरोध कौन कर रहे हैं वो हरियाणा के निवासी है, कोई दक्षिण भारत से तो आया नहीं. विरोध करना सबका अधिकार है. शांतिपूर्ण तरीके से भी विरोध किया जा सकता है. लेकिन पिछले दो-तीन दिनों के कार्यक्रमों में एक बात सामने आई है विरोध वो लोग कर रहे हैं जो किसी ना किसी राजनीतिक दल से जुड़े हुए हैं. दिग्विजय सिंह का विरोध डबवाली में किया गया तो वो कांग्रेस और इनेलो के लोग थे. अजय सिंह चौटाला जी का विरोध किया गया तो वहां भी कांग्रेस के लोग थे. ये जनता सब समझती है.
सवाल- क्या आपको लगता है कि गठबंधन नहीं किया होता तो शायद ये चीज ना होता या फिर गठबंधन में रहने का फायदा होता
जवाब- फायदा नुकसान आप बताओ. अगर गठबंधन ना किया होता तो क्या महिलाओं को 50 फीसदी का स्थानीय निकायों में आरक्षण मिल पाता. आज 20000 करोड़ का रोड इंफ्रास्ट्रक्चर है क्या वो हो पाता. अगर गठबंधन ना होता तो क्या बीसीए को 8 प्रतिशत आरक्षण मिल पाता. तो क्या हम 40 हजार करोड़ रुपए की इन्वेस्टमेंट ला पाते. युवाओं के लिए हम रोजगार के अवसर बना पाते. हमने वो काम किया कि आज 14 फसलें एमएसपी पर खरीदी जा रही हैं.
सवाल- अजय चौटाला ने कहा कि अगर बड़े चौटाला साहब कहेंगे तो एक हो जाएंगे. इसका क्या मतलब है.
जवाब- परिवार के एक होने को लेकर कई बार सवाल पूछे जाते हैं और हमारा ये पहले दिन से ही साफ है कि यह काम घर के बड़े करते हैं. छोटे नहीं. जहां तक पॉलीटिकल पार्टी की बात है वो अपना काम कर रहे हैं, हम अपना काम कर रहे हैं. हम अपनी पार्टी का कैडर बढ़ा भी रहे हैं और इसे आगे भी लेकर जाएंगे.
सवाल- अजय चौटाला के बयान के बाद अभय चौटाला ने जो पलटवार किया है उसे कैसे देखते हैं?
जवाब- आप उनको सीरियसली लेते हैं क्या. 10 दिन पहले उन्होंने जिस तरह से बयान दिया कि केजरीवाल ने ओमप्रकाश चौटाला को जेल में डाला. कुछ दिन पहले कह रहे थे बीजेपी ने जेल में डाला. अब इस हालत में हमारे ऊपर भी आरोप लगा रहे हैं. आज उनकी मंशा सिर्फ एक है, किसी तरीके से हमें कमजोर किया जाए. मैं कहता हूं वो जितना बोलते रहेंगे हम उतना ही मजबूत होते रहेंगे.
सवाल- लोकसभा चुनाव को लेकर क्या पार्टी सभी 10 सीटों पर उम्मीदवार उतारेगी?
जवाब- पार्टी पूरी तरह से तैयार है, सभी सीटों पर मजबूती के साथ लड़ेगी और सभी 10 सीटों पर उम्मीदवार उतारेगी. जब सभी सीटों पर लड़ेंगे तो हिसार भी होगी, कुरुक्षेत्र भी होगी. सभी पर हमारे उम्मीदवार लड़ेंगे.
सवाल- क्या आप चुनाव लड़ रहे हैं, या परिवार का कोई अन्य सदस्य लड़ेगा?
जवाब- पार्टी जिम्मेदारी देगी तो पीछे नहीं हटूंगा. हमारा तो परिवार सभी कार्यकर्ता हैं. पार्टी जिसको भी जिम्मेदारी देगी वो चुनाव लड़ेगा.
सवाल- बीजेपी सभी उम्मीदवार उतार चुकी है. कांग्रेस, आपकी पार्टी और इनेलो ने अभी तक उम्मीदवार तय नहीं किए. कैसी चुनावी परिस्थिति को देखते हैं?
जवाब- लंबा चुनाव है. अभी यह कहना बहुत जल्दी होगा कि क्या स्थिति दिख रही है. लेकिन जो 400 पर का नारा है, कहीं इंदिरा गांधी के इंडिया इज इंदिरा, इंदिरा इज इंडिया के नारे की तरह जनता 200 पर पटक दे.