रामनगर (नैनीताल): उत्तराखंड में होम स्टे का कॉन्सेप्ट विदेशी पर्यटकों को भी पसंद आ रहा है. यही कारण है कि अब विदेशी बड़े-बड़े होटलों को तरजीह न देकर उत्तराखंड के छोटे-छोटे होम स्टे में रुक रहे हैं, और गढ़वाल व कुमाऊं की संस्कृति को समझ रहे हैं. यही नहीं, होम स्टे का ये कॉन्सेप्ट विदेशी पर्यटकों को इतना पसंद आ रहा है कि वो इसे अपने देश में भी लागू करना चाहते हैं. ऐसी ही एक ख्वाहिश 37 साल के विदेशी मेहमान एलेक्स भी रखते हैं जो उत्तराखंड के होम स्टे से काफी प्रभावित हुए हैं.
पहाड़ी मेहमाननवाजी से प्रभावित हुआ विदेशी टूरिस्ट: स्पेन के रहने वाले एलेक्स विजुएट रोड्रिगेज 14 दिनों के लिए भारत आए हैं. नैनीताल जिले के रामनगर पहुंचने पर एलेक्स प्रसिद्ध कॉर्बेट नेशनल पार्क के लैंडस्केप में स्थित एक होम स्टे में रुके हैं. इस दौरान एलेक्स न सिर्फ पहाड़ी मेहमाननवाजी से प्रभावित हुए बल्कि एक परिवार के साथ मिलकर रहने से उनकी संस्कृति समझने का भी उनको मौका मिला.
ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए एलेक्स बताते हैं कि वो होम स्टे में रहने का पूरा आनंद ले रहे हैं. मालिक का परिवार साथ मिलकर यहां आने वाले पर्यटकों को चाय, कॉफी और खाना तक खुद खिला रहे हैं. एलेक्स अब इस अपनेपन और होम स्टे के कॉन्सेप्ट की सीखकर यूरोप में अपने टूरिज्म के कारोबार को स्प्रेड करने पर विचार कर रहे हैं.
घर के सदस्य की तरह काम कर रहा विदेशी पर्यटक: वहीं, होम स्टे के संचालकर रमेश सुयाल और उनकी पत्नी आशा सुयाल भी एलेक्स को उत्तराखंड के खाना-पानी, संस्कृति और पंरपराओं के बारे में विस्तार से जानकारी दे रहे है, और होम स्टे के कॉन्सेप्ट के बारे में भी समझा रहे हैं. होम स्टे मालिक रमेश सुयाल ने बताया कि एलेक्स उनके पास मेहमान बनकर आए थे, लेकिन अब वो यहां घर के एक सदस्य के तौर पर रह रहे हैं. एलेक्स होमस्टे में रुकने के साथ ही उनके साथ घर के काम भी करते हैं.
वहीं रमेश सुयाल की पत्नी आशा सुयाल का कहना है कि उनका पूरा परिवार इस होम स्टे को चला रहे हैं. उनके होम स्टे में काफी विदेशी पर्यटक आते हैं. उनकी कोशिश है कि वो यहां आने वाले पर्यटकों पहाड़ की संस्कृति, व्यंजन और परंपराओं से रूबरू कराए.
एलेक्स ने होस स्टे में काफी कुछ सीखा: एलेक्स खुद कह रहे हैं कि होम स्टे में रहकर उन्हें पूरी फैमली वाली फिलिंग आ रही है, क्योंकि होम स्टे में पूरे परिवार का इंवॉल्वमेन्ट रहता हैं. यहां उन्हें काफी चीजे सीखने को मिल रही है. एलेक्स ने बताया कि रामनगर दुनिया की अनोखी जगहों में से एक है जो बाघों के घनत्व के लिए विश्व प्रसिद्ध है. यहां के पहाड़ी व्यंजन का स्वाद लाजवाब है औप वो उन व्यंजनों के बारे में जानने व उनको बनाने की प्रक्रिया सीखने भी होम स्टे में आए हैं.
वहीं, विदेश के कॉन्सेप्ट पर बात करते हुए एलेक्स ने बताया कि यूरोप (स्पेन) में BnB यानी Bed and Breakfast के कॉन्सेप्ट पर होम स्टे चलता है जहां ओनर का कोई जुड़ाव नहीं होता. वहां पर ट्रेवल वेबसाइट्स के जरिये यात्री बुकिंग करते हैं और फिर एक घर की चाबी मिल जाती है. ब्रेकफास्ट एक सिस्टम के जरिए पहुंचा दिया जाता है, फिर उसे खुद ही बनाना होता है. पर्यटक को उस घर के ओनर का कभी पता नहीं चल पाता और न ही उस जगह के बारे में जान पाते हैं.
उत्तराखंड में होम स्टे कॉन्सेप्ट एलेक्स को बहुत अच्छा लगा जहां होमस्टे में मालिक व उनके परिवार की पूरी भागीदारी रहती है, और यहां काफी चीजें सीखने को मिल रही हैं. उत्तराखंड के होमस्टे में अगर टूरिस्ट आते है तो यहां की संस्कृति से भी रूबरू हो जाता है. यहां के लोगों से भी रूबरू हो जाता है और यहां के कल्चर के बारे में भी जानकारी मिल जाती है. इस जानकारी और अनुभव को एलेक्स अपने देश स्पेन लेकर जाना चाहते हैं और वहां भी ऐसा ही अनुभव पर्यटकों को देना चाहते हैं.
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