अमरावती: आंध्र प्रदेश सरकार ने बाढ़ प्रभावित इलाकों में लोगों को भोजन उपलब्ध कराने के लिए अभिनव उपाय किया है. पहली बार संकीर्ण इलाकों में भोजन आपूर्ति के लिए ड्रोन का विकल्प के रूप में इस्तेमाल किया गया जहां नाव और हेलीकॉप्टर भी नहीं जा सकते. इनके माध्यम से पीड़ितों को पानी, भोजन और दवाइयां वितरित की गई. कई इलाकों में पीड़ितों को ड्रोन के माध्यम से भोजन वितरित करना सफल रहा है. ड्रोन से पीड़ितों तक करीब 8 से 10 किलो वजन का भोजन, दवा और पीने का पानी पहुंचाया जा रहा है.
ड्रोन का इस्तेमाल ज्यादातर भोजन और दवाइयों की डिलीवरी के लिए किया जाता है. अधिकारियों ने भोजन, दवाइयों और दूसरी चीजों की डिलीवरी के लिए कुल 15 से अधिक ड्रोन का इस्तेमाल किया. इस पर प्रतिक्रिया देते हुए मंत्री लोकेश ने कहा कि बाढ़ प्रभावित इलाकों में पीड़ितों को भोजन वितरित करने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि ड्रोन के जरिए राहत प्रयासों में तेजी लाई गई है. लोकेश ने बताया कि यह पहली बार है जब बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिए ड्रोन का इस्तेमाल किया जा रहा है.
बाढ़ राहत कार्यों के लिए पहले ही मैदान में उतर चुके नौसेना के हेलीकॉप्टर पीड़ितों को भोजन और ताजा पानी मुहैया करा रहे हैं. अब तक 2,97,500 लोगों को भोजन और ताजा पानी दिया जा चुका है. बेघर लोगों के लिए विजयवाड़ा शहर में 78 पुनर्वास शिविर बनाए गए हैं. अधिकारियों ने बताया कि कृष्णा जिले में 17 जगहों पर कटी सड़कों को बहाल करने के उपाय किए गए हैं. बाढ़ पीड़ितों को भोजन और ताजा पानी बांटने में एनडीआरएफ की टीमें सक्रिय हैं. सीएम कमांड कंट्रोल सेंटर से बाढ़ राहत कार्यों की निगरानी करते हुए अधिकारियों को निर्देश दे रहे हैं.