पुंछ: जम्मू-कश्मीर नेशनल कांफ्रेंस (JKNC) के प्रमुख फारूक अब्दुल्ला ने मध्य कश्मीर में कम मतदान प्रतिशत पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि उन्हें मौजूदा लोकसभा चुनाव में लगभग 70 प्रतिशत मतदान होने की उम्मीद थी. जेकेएनसी प्रमुख ने कहा, 'मुझे उम्मीद थी कि यह प्रतिशत 70 प्रतिशत होगा.
उन्होंने कहा,'मुझे नहीं पता कि इतना कम मतदान क्यों हुआ. लोग अपनी बात कहने और संसद में अपने प्रतिनिधि भेजने के लिए बहुत उत्सुक हैं. हमारे बच्चे ड्रग्स ले रहे हैं. एक पूरी पीढ़ी खतरे में है. यह प्रतिशत मेरी उम्मीदों से कम है. यह 70 प्रतिशत होना चाहिए था. हाल ही में संपन्न हुए लोकसभा चुनाव के चौथे चरण में जम्मू-कश्मीर में मात्र 38.49 प्रतिशत मतदान हुआ.'
चुनाव आयोग ने शुक्रवार को बताया कि 13 मई को लोकसभा चुनाव के चौथे चरण में 96 सीटों पर 69.16 प्रतिशत मतदान हुआ. इसमें कहा गया कि 69.58 प्रतिशत पुरुष मतदाताओं, 68.73 प्रतिशत महिला मतदाताओं और 34.23 प्रतिशत तृतीय लिंग व्यक्तियों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया. आंध्र प्रदेश में सबसे अधिक मतदान हुआ, जहां कुल 80.66 प्रतिशत मतदान हुआ. जम्मू-कश्मीर के अलावा उत्तर प्रदेश और बिहार में भी अपेक्षाकृत कम मतदान हुआ जो क्रमशः 58.22 और 58.21 प्रतिशत था.
चौथे चरण में 96 लोकसभा सीटों पर मतदान हुआ जिनमें से आंध्र प्रदेश से 25, तेलंगाना से 17, उत्तर प्रदेश से 13, महाराष्ट्र से 11, मध्य प्रदेश और पश्चिम बंगाल से आठ-आठ, बिहार से पांच, झारखंड और ओडिशा से चार-चार तथा जम्मू-कश्मीर से एक सीट शामिल है. बारामूला में मतदान 20 मई को निर्धारित है. वहीं, अनंतनाग-राजौरी सीट पर 25 मई को मतदान होगा. जम्मू- कश्मीर के बारामूला सीट पर लोकसभा चुनाव 2024 के पांचवें चरण के मतदान में त्रिपक्षीय मुकाबला है.
जम्मू-कश्मीर नेशनल कॉन्फ्रेंस (JKNC) का प्रतिनिधित्व कर रहे उमर अब्दुल्ला का मुकाबला पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) के फैयाज अहमद मीर और एनडीए के साथ गठबंधन वाली जम्मू-कश्मीर पीपुल्स कॉन्फ्रेंस (JKPC) के सज्जाद गनी लोन से है. उल्लेखनीय है कि भाजपा जम्मू-कश्मीर की तीन लोकसभा सीटों- श्रीनगर, बारामूला और अनंतनाग में से किसी पर भी चुनाव नहीं लड़ रही है.
2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा के जम्मू-कश्मीर में छह उम्मीदवार मैदान में थे, लेकिन वह कश्मीर में एक भी सीट जीतने में असफल रही. उधमपुर और जम्मू सीटों के लिए मतदान क्रमशः 19 और 26 अप्रैल को संपन्न हुआ जबकि श्रीनगर में मतदान 13 मई को संपन्न हुआ. मतों की गिनती 4 जून को होगी.