अंबाला/ चंडीगढ़ : मंगलवार दिन भर अंबाला का शंभू बॉर्डर 'रणक्षेत्र' बना रहा. पुलिस ने प्रदर्शनकारी किसानों को दिल्ली नहीं जाने दिया. पुलिस ने सड़कों पर कीलें लगा रखी थी, कंटीली तारें थी, बैरिकेड्स थे, आंसू गैस के गोले छोड़े जा रहे थे, वॉटर कैनन का इस्तेमाल किया गया. कुल मिलाकर वो सब किया गया जिससे किसानों को दिल्ली कूच करने से रोका जा सके. यहां तक कि शाम के वक्त भी किसानों पर आंसू गैस के गोले फायर किए गए. वहीं अब किसानों ने फिलहाल प्रदर्शन रोक दिया है. वे अब कल फिर दिल्ली जाने की कोशिशें करेंगे.
24 पुलिसकर्मी घायल : किसान संगठनों के दिल्ली कूच के आह्वान पर मंगलवार को हजारों प्रदर्शनकारियों ने ट्रैक्टर-ट्राली के साथ पंजाब से लगते शंभू बॉर्डर और दाता सिंह वाला बॉर्डर में धारा-144 लागू होने के बावजूद भी बैरिकेडिंग को ध्वस्त करने की कोशिश की. पुलिस के मुताबिक प्रदर्शनकारियों ने पुलिसकर्मियों पर भारी पथराव किया लेकिन पुलिस ने धैर्य और संयम रखते हुए वॉटर कैनन, आंसू गैस के गोलों और हल्के बलप्रयोग का इस्तेमाल कर कानून व्यवस्था बनाए रखी. पुलिस अधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया कि पथराव के दौरान 24 पुलिसकर्मियों को गंभीर चोटें लगी हैं. 15 पुलिसकर्मी ड्यूटी के दौरान शंभू बॉर्डर पर घायल हुए हैं, जबकि 9 पुलिसकर्मी जींद के दाता सिंह वाला बॉर्डर में घायल हुए हैं. घायल पुलिसकर्मियों को नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्रों में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है.
नियमों को तोड़ने वालों के खिलाफ होगी कार्रवाई : पुलिस ने आगे बताया कि प्रदेश में आज हालात नियंत्रण में रहे. कई जिलों में धारा 144 लगाई गई है, जिसका उल्लंघन करने वालों के खिलाफ नियमानुसार कानूनी कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा कि लोग शांतिपूर्वक ढंग से प्रदर्शन कर सकते हैं लेकिन कानून को हाथ में लेने की इजाजत किसी को भी नहीं दी जाएगी. प्रदेश में शांति व्यवस्था भंग करने वालों के खिलाफ नियमों के मुताबिक कार्रवाई की जा रही है. उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि सोशल मीडिया पर भी भड़काऊ पोस्ट ना डाला जाए. सोशल मीडिया मॉनिटरिंग सेल ऐसे पोस्ट पर नजर रख रही है.
"बुधवार को फिर करेंगे दिल्ली कूच की कोशिश" : पंजाब किसान मजदूर संघर्ष कमेटी के महासचिव सरवन सिंह पंधेर ने 13 फरवरी को भारतीय इतिहास का काला दिन बताते हुए कहा कि "किसान अपनी बात रखने के लिए दिल्ली जाना चाह रहे थे और किसानों के खिलाफ आंसू गैस का इस्तेमाल किया गया. अभी यहां बॉर्डर पर स्पीकर लगा रहे हैं और फिर बुधवार सुबह फिर से दिल्ली कूच की कोशिश करेंगे."
"हमारी कोई नई मांगें नहीं है ": वहीं किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल ने बोलते हुए कहा कि हम जो कह रहे हैं, वो कोई नई मांग नहीं है. सरकार ने पहले ही हम से कमिटमेंट कर रखा था. हमने कई दफा सरकार का इस ओर ध्यान खींचने की कोशिश की लेकिन सरकार ने मामले में आज तक कोई गंभीरता नहीं दिखाई.
मोबाइल इंटरनेट बैन बढ़ा : इस बीच हरियाणा सरकार ने मोबाइल इंटरनेट पर पहले से चली आ रही पाबंदी बढ़ा दी है. हरियाणा सरकार के एडिशनल चीफ सेक्रेटरी ने जो लेटर जारी किया है, उसके मुताबिक कानून-व्यवस्था को बरकरार रखने के लिए हरियाणा के 7 जिलों में पहले से चली आ रही मोबाइल इंटरनेट सेवा को 15 जनवरी रात 12 बजे तक के लिए बढ़ा दिया गया है. जिन 7 जिलों में ये पाबंदी बढ़ाई गई है, उसमें अंबाला, कुरुक्षेत्र, कैथल, जींद, हिसार, फतेहाबाद, सिरसा शामिल हैं.
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गुरपतवंत सिंह पन्नू की एंट्री : किसानों के दिल्ली कूच को देखते हुए खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू भी सक्रिय हो गया. पन्नू ने वीडियो जारी कर आंदोलन कर रहे किसानों को उकसाने की कोशिश की. लेकिन सुरक्षा एजेंसियों की इस पर पैनी नज़र थी और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर उसके अकाउंट को विदहेल्ड कर दिया गया है.
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